फ्री हेलमेट के लिए छीनाझपटी : सीएम यादव ने रैली को हरी झंडी दिखाई , 2100 हेलमेट बांटे गए

भोपाल में शनिवार को फ्री हेलमेट वितरण के दौरान लोगों की आपस में छीना-झपटी.सेवा पर्व में सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के दौरान हेलमेट लेने पहुंचे लोग.

फ्री हेलमेट के लिए छीनाझपटी : सीएम यादव ने रैली को हरी झंडी दिखाई , 2100 हेलमेट बांटे गए

सीएम मोहन यादव ने युवा शक्ति को संदेश दिया है कि वे सड़कों पर तेज गति से वाहन न चलाएं. हेलमेट पहनें, यातायात नियमों का पालन करें और जिम्मेदार नागरिक बनकर अपने कर्तव्यों का पालन करें.

भोपाल के अटल पथ पर शनिवार को हेलमेट के लिए छीना-झपटी और धक्का-मुक्की हो गई। जिला प्रशासन की फ्री में हेलमेट बांटने की खबर सुनकर लोग यहां पहुंचे थे। कई लोग तो काउंटर से ही हेलमेट भरे बॉक्स लेकर भाग निकले। जब दो ट्रक में हेलमेट वापस जाने लगे तो लोग उसका पीछा करने लग गए।

फ्री हेलमेट के लिए आपस में भिड़े लोग

कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से 5 से 6 युवक-युवतियों को मुख्यमंत्री की ओर से हेलमेट पहनाया गया था. उसके बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हरी झंडी दिखाकर नौजवानों की वाहन रैली को रवाना किया. लेकिन उसके बाद कार्यक्रम स्थल पर ही हेलमेट की छीना-झपटी शुरू हो गई. एक-एक हेलमेट के लिए 4 से 5 लोग आपस में दंगल करते दिखे.

देशभर की तरह मध्यप्रदेश में भी हेलमेट नहीं पहनने के कारण रोड एक्सीडेंट में हजारों लोग दम तोड़ चुके हैं। मौत के ये आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं। भोपाल में ही 5 सालों में करीब 1 हजार सड़क हादसों में हेलमेट नहीं पहनने की वजह से 500 वाहन सवारों की जान जा चुकी है। इसके लिए लोगों को जागरूक बनाने और सुरक्षा के लिए वाहन चालकों को फ्री हेलमेट बांटे जा रहे हैं। सेवा पखवाड़े के तहत भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फ्री हेलमेट बांटे। कार्यक्रम में बाइक सवारों की जबर्दस्त भीड़ लग गई। यहां 2 हजार से ज्यादा ब्रांडेड हेलमेट निशुल्क बांटे गए।

जान पहचान वालों को दो-दो तीन-तीन हेलमेट देने के आरोप

फ्री हेलमेट वितरण की खबर फैलते ही अटल पथ पर वाहन चालकों की भीड़ लग गई। हेलमेट नहीं मिलने से कई लोग नाराज होकर लौटते देखे गए। जान पहचान वालों को दो-दो तीन-तीन हेलमेट देने के भी आरोप लगे। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि सामाजिक संस्थाओं की ओर से 2100 हेलमेट निशुल्क बांटे गए।

ट्रक में बॉक्स भरे दिखे तो पीछे दौड़े हेलमेट वितरण के दौरान ही दो ट्रक वापस लौटने लगे। इनमें हेलमेट के बॉक्स भरे थे। जिसका लोग पीछे करने लग गए। हालांकि, हेलमेट के डिस्ट्रिब्यूटर सौरभ नारवानी ने बताया कि हमसे 320 हेलमेट अतिरिक्त मंगाए गए थे, जो हम वापस लेकर जा रहे हैं। 1450 हेलमेट यहां दिए हैं। इसके अलावा संस्थाएं अपने हिसाब से लेकर आई थी। हेलमेट की मजबूती को लेकर उन्होंने बताया कि यह स्ट्‌डस कंपनी का है। ब्रांडेड मॉडल है।

कलेक्टर सिंह ने बताया, कई सामाजिक संस्थाएं, एसोसिशन ने जनभागीदारी के तहत 2100 हेलमेट का वितरण किया है। हादसों को रोकने के लिए यह अच्छी पहल है। सभी लोग बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल न चलाए। हेलमेट आपकी सुरक्षा के लिए ही है।

रोड एक्सीडेंट में हत्या से आठ गुना ज्यादा मौत

कार्यक्रम में कमिश्नर हरिनायणचारी मिश्रने बताया कि सड़क दुर्घटनाएं देश में आप्राकृतिक मौतों का सबसे बड़ा कारण है. इसमें भी 75 प्रतिशत मौतें लापरवाही से वाहन चलाने और हेलमेट नहीं पहनने से हुई हैं. वर्ष 2024 में 1 लाख 80 हजार लोगों ने सड़क हादसों में जान गंवाई है. देशभर में एक वर्ष में होने वाली हत्याओं की अपेक्षाकृत 6 से 8 गुना ज्यादा मौतें सड़क हादसों में होती हैं. ट्रैफिक को सुचारू बनाने के लिए शहर के 37 चौराहों को लेफ्ट टर्न फ्री करने का कार्य हो रहा है. सड़क दुर्घटनाओं में मौतों को कम करने के लिए आज 2100 हेलमेट बांटे गए."