मरीज का जबरन ऑपेरशन करने जा रहे थे डॉक्टर:2 इंजेक्शन लगाए, OT से भागकर बचाई जान,ब्रजेश पाठक सख्त, 5 निलंबित
मरीज का आरोप है कि उसका जबरन ऑपरेशन करने की कोशिश की गई. अगर वह समय रहते ओटी से भाग नहीं जाता तो उसके साथ बड़ा कांड हो जाता. फिलहाल, डॉक्टरों ने गलती मानी है

यूपी के जालौन में ब्रजेश चौधरी के पेट में दर्द हुआ. फिर इनके साथ मेडिकल कॉलेज में जो हुआ, उसे जान हर कोई हैरान रह गया.
उरई के राजकीय मेडिकल कॉलेज में गजब लापरवाही सामने आई है। गलत मरीज को ऑपरेशन टेबल पर लाकर लिटा दिया गया। मरीज चिल्लाता रहा लेकिन उसकी नहीं सुनी और इंजेक्शन भी लगा दिया। इसकी जानकारी मिलते ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी सख्त
मरीजों के साथ लापरवाही बरतने की कई घटनाएं सामने आई हैं। उरई में ऐसी घटना हुई है जिसे सुनकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी हैरान रह गए। ऑपरेशन किसी और मरीज का होना था लेकिन दूसरे मरीज को ऑपरेशन टेबल पर लाकर लिटा दिया गया। मरीज चिल्लाता रहा लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई और इंजेक्शन भी लगा दिया गया। मरीज मौका मिलते ही भाग खड़ा हुआ। ब्रजेश पाठक ने इसे घोर लापरवाही मानते हुए मेडिकल कॉलेज के सहायक आचार्य, सीनियर रेजिडेंट व तीन नर्सों को निलंबित कर दिया है। इस लापरवाही पूर्ण घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। इस संबंध में दो सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।
माधौगढ़ के डिकोली निवासी बृजेश चौधरी को पेट दर्द की शिकायत थी। उरई के राजकीय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने आंतों में सूजन बताई। 28 जुलाई को सर्जरी वार्ड सात में उनको भर्ती किया गया था। डॉक्टर ने कहा था कि सुबह डिस्चार्ज कर देंगे लेकिन दूसरे दिन मरीज को स्टाफ ऑपरेशन थिएटर लेकर पहुंच गया। मरीज के पूछने पर स्टाफ ने ऑपरेशन की बात कही। मरीज ने बताया कि डॉक्टर ने तो मुझे डिस्चार्ज करने के लिए बोला था। इसके बावजूद स्टाफ ने मरीज की एक नहीं सुनीं। ऑपरेशन थिएटर ले गए। दो इंजेक्शन लगा दिए थे। घबराया मरीज ऑपरेशन थिएटर से भाग खड़ा हुआ था।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना को बेहद लापरवाही पूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. अरविंद त्रिवेदी एवं विभागाध्यक्ष फॉरेंसिक मेडिसिन डा. पुनीत अवस्थी की एक संयुक्त कमेटी गठित कर की दी गयी है। शुरुआती जांच में पांच की भूमिका लापरवाही पूर्ण पाई गई है। प्रधानाचार्य ने आरोपित व ड्यूटी में तैनात दो सहायक आचार्य, सर्जरी विभाग के डा. सुधांशु शर्मा एवं सीनियर रेजिडेंट डा. विशाल त्यागी तथा तीन नर्सों ऊषा देवी, आम्रपाली एस. लाल एवं स्नेहप्रभा को अग्रिम आदेशों तक निलम्बित कर दिया है। उन्हें प्रधानाचार्य कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। कमेटी द्वारा जांच पूर्ण करने के उपरान्त अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।