साइको किलर का एनकाउंटर : प्रेमी जोड़ों को देखते ही `भयानक` मौत देता था `साइको किलर`, जिस जगह किया था मर्डर पुलिस ने वहीं सुलाया मौत की नींद

गुजरात की गांधीनगर पुलिस ने मॉडल वैभव मनवानी की हत्या और लूट के मामले में आरोपी साइको किलर विपुल परमार को मार गिराया है। विपुल परमार का पुलिस उस वक्त पर एनकाउंटर किया है जब उसने घटना के रीकंस्ट्रक्शन के दौरान भागने की कोशिश की। विपुल परमार कुल 9 मामलों में वांटेड था।

साइको किलर का एनकाउंटर : प्रेमी जोड़ों को देखते ही `भयानक` मौत देता था `साइको किलर`, जिस जगह किया था मर्डर पुलिस ने वहीं सुलाया मौत की नींद

अहमदाबाद में साइको किलर का एनकाउंटर, सीन रिक्रिएशन के समय आरोपी ने की भागने की कोशिश

गुजरात के अडालज में हुई लूट और हत्या के मामले में बड़ी खबर सामने आई है. इस मामले में गिरफ्तार साइको किलर को लेकर पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो वहां पर सीन रिक्रिएशन के दौरान फायरिंग हुई. बताया जा रहा है कि इस घटना में साइको किलर की मौत हो गई है. सीन रिक्रिएशन के दौरान साइको किलर विपुल परमार ने पुलिस पर हमला कर दिया. इस दौरान विपुल कुमार ने पुलिस की पिस्तौल छीनकर हमला करने का प्रयास किया, जहां आत्मरक्षा में गोली चलाते समय साइको किलर की मौत हो गई.

मामले से जुड़े पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सरदार नगर में रहने वाले युवक वैभव मनवाणी का 23 सितंबर को जन्मदिन था. वे आधी रात को अहमदाबाद के अडालज इलाके के अमियापुर के पास नहर के किनारे अपनी दोस्त के साथ बैठे हुए थे. जब वैभव और युवती जन्मदिन मना रहे थे, तभी एक बदमाश ने आकर उनसे लूटपाट की. इस दौरान वैभव मनवाणी ने जब विरोध करना चाहा तो बदमाश ने चाकू से ताबड़तोड़ कई वार करके उनकी हत्या कर दी. इसके बाद उसने युवती पर भी हमला किया.  

पुलिस के अनुसार, आरोपी ने युवती का काम तमाम करने के लिए उसे एक के बाद एक 3 चाकू मारे. जब युवती गिरकर अचेत हो गई तो आरोपी उसे मरा हुआ समझकर वहां से चला गया. चूंकि घटनास्थल सुनसान था, इसलिए जल्दी से वहां कोई नहीं पहुंचा. कुछ देर बाद घायल युवती को होश आया तो वह मदद के लिए चिल्लाई लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ. उसके पेट में चाकू के 3 गहरे जख्म थे. इसके बावजूद वह युवती किसी तरह घिसटते हुए आधा किलोमीटर चलकर मुख्य सड़क पर पहुंची.

पुलिस को मिला क्लू और साइको किलर की तलाश

इसके बाद वहां से गुजर रहे एक दंपति की मदद से उसने अपने पिता को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद तुरंत एम्बुलेंस बुलाकर युवती को अहमदाबाद सिविल अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचाया गया. नहर के पास युवक की हत्या और युवती पर जानलेवा हमले की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत एक्शन में आ गई. उसने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो उसे एक क्लू मिल गया, जिसका पीछा करते हुए वह एक बड़े साइको किलर तक पहुंच गई. 

सीसीटीवी रिकॉर्ड में पुलिस ने रात लगभग 1 बजे एक शख्स को बाइक से नहर के सर्विस रोड पर जाते हुए देखा. इसके बाद वही व्यक्ति अपनी था. रात 2-2.30 बजे के आसपास वह वहां से बाहर निकलता हुआ दिखाई दिया. यह पुलिस के लिए एक बड़ा सुराग था. मामले की जांच कर रहे अफसरों को पक्का शक हो गया कि यह व्यक्ति कातिल हो सकता है. लेकिन सीसीटीवी में उसका चेहरा क्लियर नहीं आया था और न ही पुलिस को उसका नाम-पता मालूम चला था. इसलिए चुनौती अब भी काफी बड़ी थी. 

बिना देरी किए पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा

इस अपराध को सुलझाने के लिए पुलिस ने दूसरी रणनीति पर काम किया. उसने इसी स्टाइल से अपराध करने वाले आरोपियों की एक सूची तैयार की. जांच में पता चला कि थी. जांच में पता चला कि इसी तरीके से लूट- हत्या को अंजाम देने वाला एक आरोपी दो साल पहले जमानत पर बाहर आया था. अब पुलिस ने बिना देरी किए जमानत पर आए आरोपी का पता-ठिकाना जुटाना शुरू कर दिया. इसके बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी की मदद से आरोपी विपुल परमार को हिरासत में ले लिया.

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान आरोपी विपुल ने 23 सितंबर की रात को नहर के किनारे वैभव मनवाणी के मर्डर में अपना हाथ कबूल कर लिया. घायल युवती ने भी उसकी शिनाख्त कर दी. साथ ही सीसीटीवी से भी उसकी तस्वीर का मिलान हो गया. इसके बाद पुलिस आज क्राइम सीन रीस्ट्रक्चर करने के लिए आरोपी विपुल परमार को नहर किनारे उसी स्थान पर लेकर गई, जहां उसने युवक की हत्या की थी.

बचपन से ही हिंसक रुझान वाला था आरोपी विपुल

पुलिस का दावा है कि क्राइम सीन दोबारा रीस्ट्रक्चर करने के दौरान आरोपी ने पुलिस की रिवॉल्वर छीनकर गोली चलाई. जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोलीबारी की. इस फायरिंग में विपुल परमार की मौत हो गई. वहीं इस घटना में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए. जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.

पुलिस के मुताबिक, विपुल परमार का बचपन शुरू से ही हिंसक रुझान वाला रहा. पड़ोसियों के मुताबिक आठ साल की उम्र से ही वह गुस्सा करता और लोगों पर बिना वजह हमला करता था. उसका पिता एक पूर्व CRPF जवान था, जिन्होंने पहली पत्नी के गुजरने के बाद दूसरी शादी की थी. कहा जा रहा है कि उसकी सौतेली मां ने विवाह करने की उसकी इच्छा पर ध्यान नहीं दिया. जिससे उसमें आक्रोश पनपा और वह अंदर ही अंदर हिंसक प्रवृति का होता चला गया. 

सुनसान जगहों पर मौजूद जोड़ों को बनाता था निशाना!

जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए विपुल परमार पर कम से कम 10–14 मामले दर्ज थे. इनमें चोरी, लूट-डकैती, आर्म्ड रॉबरी, चोरी-चकारी, हत्या के पुराने मामले भी शामिल थे. बताजा रहा है कि वह अपनी कुंठा शांत करने के लिए सुनसान जगह पर मौजूद युगल-जोड़ों को निशाना बनाता था. जो उसक बात नहीं मानता था, उन्हें वह बेरहमी से मार देता था. 

क्राइम ब्रांच अब उसके पिछले अपराधों की गहराई से जांच कर रही है. साथ ही पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसने इस तरह के कितने अपराध किए हैं. वहीं पुलिस के इस एक्शन से इलाके के लोगों में सुरक्षा का अहसास मजबूत हुआ है और वे पुलिस की कार्यक्षमता को सराह रहे हैं.