13 अगस्त को होगा देशव्यापी किसान आंदोलन — पुतला दहन, धरना और ट्रैक्टर मार्च का ऐलान
13 अगस्त 2025 को भारत छोड़ो आंदोलन की 83वीं वर्षगांठ पर संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर देशभर में किसान आंदोलन होगा। इसमें पुतला दहन, धरना, और ट्रैक्टर मार्च शामिल होंगे। आंदोलन में MSP गारंटी कानून, कर्जमाफी, बिजली व भूमि अधिकार, पुराने ट्रैक्टर पर प्रतिबंध हटाने, वन अधिकार अधिनियम का सही क्रियान्वयन, और शिक्षा व साम्प्रदायिक सौहार्द से जुड़ी मांगें उठाई जाएंगी। मध्य प्रदेश में अतिवृष्टि, खाद-बीज की कालाबाजारी, मूंग खरीदी-भुगतान और गन्ना किसानों की समस्याएं भी प्रमुख मुद्दे रहेंगे।

संयुक्त किसान मोर्चा व केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का आह्वान, MSP गारंटी कानून, कर्जमाफी, बिजली व भूमि अधिकार सहित 11 राष्ट्रीय और कई स्थानीय मांगें होंगी शामिल
गाडरवारा (नरसिंहपुर)। भारत छोड़ो आंदोलन की 83वीं वर्षगांठ पर 13 अगस्त 2025 को देशभर के किसान और मजदूर सड़क पर उतरेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने धरना, प्रदर्शन, पुतला दहन और ट्रैक्टर मार्च का आह्वान किया है। आंदोलन का उद्देश्य किसानों की ऋणमुक्ति, C2+50 फॉर्मूले पर सभी फसलों के लिए MSP गारंटी कानून, अमेरिका द्वारा थोपे गए 25% टैरिफ का विरोध, तथा किसानों के हितों के खिलाफ मानी जा रही राष्ट्रीय नीतियों को रद्द कराना है।
मध्य प्रदेश में आंदोलन का नेतृत्व किसान जागृति संगठन के इरफान जाफरी के नेतृत्व में होगा। 6 अगस्त को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य के सभी जिलों में किसान संगठनों और ट्रेड यूनियनों से जुड़कर आंदोलन को सफल बनाया जाएगा।
राष्ट्रीय मांगें:
सभी फसलों के लिए C2+50 फॉर्मूले पर MSP गारंटी कानून
समग्र कर्जमाफी
अमेरिका सहित विशेष व्यापार समझौतों का विरोध
नेशनल पॉलिसी फ्रेमवर्क ऑन एग्रीकल्चरल मार्केटिंग व नई नेशनल कोऑपरेटिव पॉलिसी रद्द
बिजली निजीकरण और स्मार्ट मीटर पर रोक, 300 यूनिट मुफ्त बिजली
भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 का सख्ती से पालन
₹10,000 मासिक पेंशन और इसे मौलिक अधिकार बनाना
पुराने ट्रैक्टर पर प्रतिबंध हटाना
वन अधिकार अधिनियम 2006 का सही क्रियान्वयन, विस्थापन और जंल कटाई रोकना
प्राथमिक स्कूल बंद करने की नीति व साम्प्रदायिक हिंसा रोकना
मध्य प्रदेश की स्थानीय मांगें:
अतिवृष्टि व जलभराव से हुए नुकसान का मुआवजा
खाद-बीज की कालाबाजारी रोकना
मूंग खरीदी और भुगतान की समस्या
गन्ना किसानों के बकाया का निपटारा
डीएपी व यूरिया खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करना
बैठक में मप्र किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन टिकैत, किसान संघर्ष समिति, आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन, आल इंडिया किसान क्रांतिकारी सभा, मप्र आदिवासी एकता महासभा, नर्मदा बचाओ आंदोलन, एनएपीएम, क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन सहित कई संगठनों ने भाग लिया। आंदोलन में किसानों और मजदूरों से एकजुट होकर किसान-मजदूर विरोधी नीतियों को वापस लेने की मांग की जाएगी।