पूर्व उपराष्ट्रपति का एयरपोर्ट पर स्वागत करने नहीं पहुंचा कोई BJP नेता , दिग्विजय बोले- कोई मंत्री लेने तक नहीं पहुंचा, दुर्भाग्यपूर्ण

देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शुक्रवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. दिग्विजय सिंह का दावा है कि इस दौरान कोई BJP नेता पूर्व उपराष्ट्रपति का स्वागत करने नहीं पहुंचा.

पूर्व उपराष्ट्रपति का एयरपोर्ट पर स्वागत करने नहीं पहुंचा कोई BJP नेता , दिग्विजय बोले- कोई मंत्री लेने तक नहीं पहुंचा, दुर्भाग्यपूर्ण

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भोपाल में संघ के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए

Bhopal News: पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज भोपाल दौरे पर हैं. इस्तीफा के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक सभा रही. पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रवीन्द्र भवन में एक पुस्तक विमोचन समारोह में शामिल हुए. इसी साल 21 जुलाई को संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद धनखड़ का यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम रहा. उनकी यात्रा को लेकर दिग्विजय सिंह सवाल उठाए है. कांग्रेस नेता ने कहा कि "पूर्व उपराष्ट्रपति महामहिम जगदीप धनखड़ जी का भोपाल आगमन पर स्वागत है साथ ही ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद के उच्च सदन में भाजपा आरएसएस के लिए एक तरफ़ा लड़ाई लड़ने वाले जगदीप धनखड़ जी को भोपाल विमान तल पर कोई भी सरकार का मंत्री रिसीव करने नहीं आया. एक तरह से ये व्ही आईपी प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन है. कायदे से मुख्यमंत्री को उन्हें रिसीव करना चाहिए था, जबकि धनखड़ जी आरएसएस के कार्यक्रम में शिरकत करने आए हैं."

यूज एंड थ्रो पॉलिसी : कांग्रेस नेता

दिग्विजय सिंह ने कहा कि "बात वही है भाजपा के नेताओं की एक ही रीति है use and throw. यानि इस्तेमाल करो और कूड़े दान में डाल दो फिर चाहे वो आरएसएस का ही फॉलोअर क्यों ना हो. सवाल ये है कि भाजपा ने जिन्हें उपराष्ट्रपति जैसे गरिमामय पद पर बैठाया वह व्यक्ति मामूली तो नहीं हो सकता और यदि धनखड़ जी उस पद के योग्य नहीं थे तो उन्हें क्यों उपराष्ट्रपति बनाया गया. मैंने पूर्व उपराष्ट्रपति जी का कुशलक्षेम जानने के लिए उनसे मिलने का समय माँगा था, अभी तक कोई जवाब नहीं आया. फिलहाल मेरी सहानुभूति जगदीप धनखड़ जी के साथ है क्योंकि वे बड़े किसान नेता हैं और राज्यसभा में हमारे माननीय सभापति थे."