कांग्रेस की वोट चोरी विरोध यात्रा में घमासान: इंदौर में जीतू पटवारी पर कार्यकर्ताओं का निशाना, "गजब जीतू दा" पोस्टरों से विरोध तेज
इंदौर में गुरुवार को कांग्रेस ने वोट चोर गद्दी छोड़ सभा का आयोजन किया। इससे पहले जिला अध्यक्ष विपिन वानखेड़े और शहर अध्यक्ष चिंटू चौकसे ने पदभार ग्रहण किया। यात्रा के दौरान इंदौर शहर कांग्रेस कार्यालय पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की विरोध के पोस्टर लगाए गए।

रैली से पहले शहर के कांग्रेस कार्यालय और रैली मार्गों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ पोस्टर लगाए गए, जिनमें लिखा था, “राहुल गांधी जी, आपके संगठन सृजन अभियान में इंदौर में हमारा वोट चोरी हो गया, गजब जीतू दा.” इन पोस्टरों पर जीतू पटवारी की तस्वीर भी थी.
इंदौर में गुरुवार को कांग्रेस ने वोट चोर गद्दी छोड़ सभा का आयोजन किया। इससे पहले जिला अध्यक्ष विपिन वानखेड़े और शहर अध्यक्ष चिंटू चौकसे ने पदभार ग्रहण किया। यात्रा के दौरान इंदौर शहर कांग्रेस कार्यालय पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की विरोध के पोस्टर लगाए गए।
ये पोस्टर इंदौर के शहर, जिला अध्यक्ष की नियुक्ति के विरोध स्वरूप लगाए गए हैं। बता दें प्रदेश अध्यक्ष पटवारी ने अपने गृह जिले के नाम पर सृजन अभियान को दरकिनार किया था। दिल्ली में शिकायत के बाद राहुल गांधी ने भी नाराजगी जताई थी।
बारिश के चलते रैली निरस्त
कांग्रेस ने मोती तबेला में आयोजित सभा के बाद हो रही बारिश के चलते रैली निरस्त कर दी। मौके पर ही कांग्रेसियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा में पटवारी ने कहा कि वोट चोर गद्दी छोड़ यात्रा का उद्देश्य वोट के अधिकार को बचाना। वोट चोरी से देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं, इसके प्रति जनता को जागरूक करना हमारा उद्देश्य है। पटवारी ने कहा कि एक माह के अंदर शहर व जिले के सभी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। दो माह में वार्ड कमेटी, मोहल्ला कमेटी और पंचायत कमेटी का भी गठन कर देंगे
बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप
वहीं, कांग्रेस ने रैली में बीजेपी पर वोट चोरी का गंभीर आरोप लगाया. हरीश चौधरी ने कहा, “जैसे पूरे देश में वोट चोरी हुई, वैसे ही इंदौर में भी वोट चोरी की गई. मतदाता बीजेपी के साथ नहीं है, लेकिन वोट चोरी करके यह सरकार बनाई गई है.” वहीं, जीतू पटवारी ने कहा, “इंदौर प्रेम और प्यार का शहर है, लेकिन बीजेपी ने वोट चोरी कर देश और इंदौर पर कब्जा किया. यह लोकतंत्र पर हमला है.” उन्होंने राऊ विधानसभा में 22 हजार डुप्लीकेट वोटर नाम होने का दावा किया, जिस पर कार्रवाई नहीं हुई.