अशोका गार्डन अब रामबाग, हमीदिया का भी बदलेगा नाम, निगम अध्यक्ष बोले- गद्दार था भोपाल का नवाब

भोपाल नगर निगम ने पुराने अशोका गार्डन का नाम बदलकर राम बाग करने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। पार्षद अशोक वाणी के इस प्रस्ताव का कांग्रेस पार्षद गुड्डू चौहान ने विरोध किया, उनका कहना है कि नाम बदलने का अधिकार नगर निगम के पास नहीं है।

अशोका गार्डन अब रामबाग, हमीदिया का भी बदलेगा नाम, निगम अध्यक्ष बोले- गद्दार था भोपाल का नवाब

नगर निगम की बैठक में बीजेपी पार्षद देवेंद्र भार्गव के द्वारा हमीदिया अस्पताल, कॉलेज और स्कूल के नाम बदलने के प्रस्ताव पर कांग्रेस ने जमकर विरोध किया. वहीं पुराना अशोका गार्डन का नाम राम बाग करने का प्रस्ताव एमआईसी मेंबर अशोक वाणी ने रखा

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुराना अशोका गार्डन का नाम बदला जाएगा. गुरुवार को आयोजित नगर निगम की बैठक में नाम बदलने का प्रस्ताव पेश किया गया था. पार्षद अशोक वाणी ने बैठक में यह प्रस्ताव रखा था. उन्होंने अशोका गार्डन का नाम बदलकर राम बाग किए जाने का प्रस्ताव पेश किया. निगम के सदन में चर्चा के बाद बहुमत से नाम बदलने का प्रस्ताव पास हो गया. अब इस मामले में निगम द्वारा अग्रिम कार्यवाही की जाएगी, जिसके बाद पुराना अशोका गार्डन का नाम राम बाग हो जाएगा.

मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को नगर निगम की बैठक का आयोजन किया गया था. इसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई. वहीं पार्षद अशोक वाणी ने बैठक में पुराना अशोका गार्डन का नाम बदलकर राम बाग किए जाने का प्रस्ताव रखा. स्थानीय पार्षद सूर्यकांत गुप्ता ने भी इस बारे में पत्र लिखकर नाम बदलने की मांग की थी. निगम के सदन में प्रस्ताव पर चर्चा हुई. जिसके बाद बहुमत से नाम बदलने का प्रस्ताव पास कर दिया गया. अब अशोका गार्डन का नाम बदलकर राम बाग करने से जुड़ी अग्रिम कार्यवाही की जाएगी.

नाम बदलने का अधिकार नगर निगम को नहीं’

वहीं कांग्रेस पार्षद गुड्डू चौहान ने नाम बदलने के प्रस्ताव का विरोध जताया. उन्होंने कहा कि अशोका गार्डन का नाम सम्राट अशोक के नाम पर है, तो इसमें क्या दिक्कत है. किसी भी इलाके में नाम बदलने का अधिकार नगर निगम को नहीं है.

ग्वालियर नगर निगम बैठक में हंगामा

बताते चलें कि ग्वालियर में आज (गुरुवार) नगर निगम की बैठक में जमकर हंगामा हुआ. बीजेपी पार्षदों द्वारा बुलाई गई अभियाचित बैठक में हंगामा हुआ और सत्ता पक्ष के कांग्रेसी पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया. दरअसल कांग्रेस पार्षद अपने भी कुछ बिंदु चर्चा में शामिल करना चाहते थे. बीजेपी पार्षदों ने इसे नियम विरुद्ध बताते हुए विरोध किया. जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया. सत्ताधारी कांग्रेस पार्षदों और MIC सदस्य ने BJP नेताओं पर काम में अड़ंगा डालने का आरोप लगाया और फिर बैठक का बहिष्कार कर सदन से वॉक आउट कर दिया.