मोहन यादव का बड़ा बयान,कफ सिरप मामले मे तमिलनाडु सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा,किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा

डॉ यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश के बच्चे और परिवार तो पीड़ित पक्ष हैं, हमारे प्रदेश के बच्चों की मृत्यु हुई है। इस संवेदनशील प्रकरण में मध्य प्रदेश सरकार किसी भी दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी।

मोहन यादव का बड़ा बयान,कफ सिरप मामले मे तमिलनाडु सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा,किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नागपुर के अस्पतालों में भर्ती छिंदवाड़ा के बच्चों से मुलाकात की, जो जहरीले कफ सिरप से प्रभावित हैं। उन्होंने बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। विपक्ष पर साधा निशाना।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव गुरुवार दोपहर कफ सिरप मामले में नागपुर पहुंचे. यहां उन्होंने अस्पतालों में भर्ती बच्चों का हाल जाना और उनके परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने बच्चों के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों को हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए.

मोहन यादव सबसे पहले नागपुर एम्स पहुंचे, जहां उन्होंने डॉक्टरों से इलाज की जानकारी ली और प्रभावित परिवारों को सरकार की ओर से हर तरह की मदद का भरोसा दिया. इसके बाद वे नागपुर के सरकारी अस्पताल पहुंचे और वहां भर्ती अन्य बच्चों की भी स्थिति देखी.

मध्य प्रदेश के इस कफ सिरप प्रकरण में अब तक नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के दौरान 24 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि कुछ बच्चे अभी भी वेंटिलेटर पर हैं. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बच्चों के परिजनों से बातचीत के बाद मीडिया से कहा कि तमिलनाडु सरकार इस मामले में सहयोग नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि बच्चों की जानें जा रही हैं और आवश्यक जानकारी व सहयोग समय पर नहीं मिल रहा है.

तमिलनाडु सरकार उस तरह का नहीं कर रही सहयोग

सीएम मोहन यादव ने तमिलनाडु की स्टालिन सरकार सहयोग न करने का आरोप लगाया. उन्होंने का कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई से फार्मा कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया है, वहीं पर ही दवाई बनाई जा रही थी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकारी किसी को छोड़ने वाली नहीं है.

सीएम ने बताया कि मूल रूप से ट्रीटमेंट के दौरान दी गई दवाई की गलती है, जो मैन्युफैक्चरिंग मिस्टेक है. जैसे मैन्युफैक्चरिंग रिपोर्ट तमिलनाडु से आई, वैसे ही उस दवाई को मध्य प्रदेश में बैन कर दिया.

क्या  राहुल गांधी तमिल सरकार के खिलाफ जा सकते हैं?- सीएम

सीएम ने कहा, "मैं कांग्रेस के मित्रों से कहना चाहता हूं जो इस पर बात कर रहे हैं, वो जाएं तमिलनाडु और धरना दें कि ये दवाई कैसे बनी. उन्होंने ड्रग लाइसेंस कैसे दिया. एक बार उसको लाइसेंस दिया था तो उसको दोबारा कैसे लाइसेंस रिन्यू कर दिया. राहुल गांधी भी आना चाहें तो जाकर देखें कि तमिलनाडु में वहां की सरकार के खिलाफ जाएं. हम तो उससे प्रभावित पक्ष हैं. दवाई से हमारे बच्चों की जान गई है. हम अपनी ठोस कार्रवाई कर रहे हैं और किसी भी हालत में हम किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं."