कंप्यूटर बाबा ने मोहन सरकार पर साधा निशाना,बाबा का आरोप, MP में गायों की हालत दयनीय, नर्मदापुरम से भोपाल CM हाउस तक निकालेंगे 'गौ माता न्याय यात्रा'

कंप्यूटर बाबा ने बताया कि संत समुदाय अपने तय कार्यक्रम के अनुसार 7 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक ‘गौ माता न्याय यात्रा’ निकालेगा और हजारों गायों के साथ नर्मदापुरम से भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच करेगा।

कंप्यूटर बाबा ने मोहन सरकार पर साधा निशाना,बाबा का आरोप, MP में गायों की हालत दयनीय, नर्मदापुरम से भोपाल CM हाउस तक निकालेंगे 'गौ माता न्याय यात्रा'

कंप्यूटर बाबा ने दावा किया कि प्रदेश में गायों की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव को एक ज्ञापन सौंपा

कम्प्यूटर बाबा' के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश के धार्मिक नेता नामदेव दास त्यागी ने मंगलवार को गौरक्षा के मुद्दे पर राज्य सरकार को निशाने पर लिया और दावा किया कि राज्य में गायों की हालत कुत्तों से भी बदतर हो गई है। इंदौर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कंप्यूटर बाबा ने कहा कि यह स्थिति बड़ी विडम्बनापूर्ण है कि ‘कुत्ते तो सड़क से (लोगों के घरों के) बेडरूम तक पहुंच गए हैं, पर गौमाता आंगन से सड़क पर आ गई और राज्य सरकार मूकदर्शक बन कर बैठी है।’ इसी दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में ‘गौ माता’ की स्थिति कुत्तों से भी बदतर हो गई है।

त्यागी ने आरोप लगाया कि राज्य में सरकारी अनदेखी के कारण गायें सड़कों पर तड़प-तड़प कर मरने को मजबूर हैं। इस दौरान उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव से अनुरोध किया कि उन्हें गौरक्षा के मुद्दे पर संतों के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा का समय देना चाहिए।

कंप्यूटर बाबा ने बताया कि संत समुदाय अपने तय कार्यक्रम के अनुसार 7 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक ‘गौ माता न्याय यात्रा’ निकालेगा और हजारों गायों के साथ नर्मदापुरम से भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच करेगा।

बता दें कि वैष्णव संप्रदाय (अपने इष्ट देव के रूप में भगवान विष्णु को पूजने वाले हिंदू मतावलम्बी) से ताल्लुक रखने वाले कंप्यूटर बाबा का असली नाम नामदेव दास त्यागी है। उन्हें प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस की पिछली सरकारों ने अलग-अलग निकायों में शामिल करते हुए राज्य मंत्री के दर्जे से नवाजा था।

ये निकाय नर्मदा, क्षिप्रा और मन्दाकिनी सरीखी नदियों की हिफाजत के साथ ही जल संरक्षण तथा स्वच्छता के विषयों पर जन जागरुकता फैलाने के लिए गठित किए गए थे। पुलिस और प्रशासन के दल ने इंदौर शहर से सटे जम्बूर्डी हप्सी गांव में सरकारी जमीन पर बने कंप्यूटर बाबा के आश्रम को अवैध बताकर आठ नवंबर 2020 को जमींदोज कर दिया था। इसके साथ ही, उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। हालांकि मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद कंप्यूटर बाबा को 19 नवंबर 2020 को जेल से रिहा कर दिया गया था।

बाबा की सीएम को चेतावनी

बाबा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में बूचड़खानों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अगर हालात ऐसे ही रहे तो आने वाली पीढ़ियां गाय को केवल प्रदर्शनी में ही देख पाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार सरकार को पत्र लिखकर मुलाक़ात का समय मांगा गया, मगर मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया। उनके साथ मौजूद साधु-संतों और समर्थकों ने बाजार में घूमकर दुकानदारों से भिक्षा मांगी और हाथों में तख्तियां लेकर गौ संरक्षण की मांग करते हुए भजन-कीर्तन किया।

बाबा ने साफ चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने तुरंत कदम नहीं उठाया, तो 14 अक्टूबर को हजारों लोग और गौ माता मिलकर मुख्यमंत्री निवास तक अपनी आवाज़ पहुंचाएंगे।