कांग्रेस की जिला अध्यक्ष सूची पर घमासान: कई जिलों में बगावत,कांग्रेस में गहराया अंतर्कलह,इस्तीफों का दौर शुरु
एमपी में जारी हुई जिला कांग्रेस अद्यक्षों की लिस्ट को लेकर पारटी के भीतर ही विरोध के सुर भी सुनाई देने लगे हैं। हालात ये बन रहे हैं कि, कई जिलों में नाराज कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे देना तक शुरू कर दिया है।

एमपी कांग्रेस में मचा भूचाल! जिला अध्यक्षों की नियुक्ति पर शुरू हुआ विरोध और इस्तीफों का दौर
Madhya Pradesh Congress District President List 2025: मध्य प्रदेश में कांग्रेस जिला अध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद बवाल हो रहा है. कई जिलों में उठे नियुक्ति को लेकर विरोध के सुर उठ रहे हैं. राजधानी भोपाल से लेकर उज्जैन,, बुरहानपुर और बाकी जिलों में भी कांग्रेसी खासे नाराज हैं. कुछ जगह तो इस्तीफा देने तक का दौर शुरू हो गया है. नाराज कांग्रेसी खुलकर सोशल मीडिया पर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं.पार्टी के भीतर गुटबाज़ी खुलकर सामने आ गई है. भोपाल में प्रवीण सक्सेना को दोबारा जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर पूर्व अध्यक्ष मोनू सक्सेना ने सोशल मीडिया पर खुलकर विरोध जताया.
दरअसल, मोनू सक्सेना, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं और इस बार जिला अध्यक्ष पद पर उनकी दावेदारी भी थी. उनका कहना है कि राहुल गांधी संगठन निर्माण की बात करते हैं, लेकिन भोपाल में संगठन का विसर्जन कर दिया गया.
दोबारा अध्यक्ष बनाने पर विरोध
भोपाल में जिला अध्यक्ष रिपीट करने पर नाराजगी देखी जा रही है. यहां प्रवीण सक्सेना को दोबारा अध्यक्ष बनाया गया है. ऐसे में पूर्व अध्यक्ष मोनू सक्सेना नाराज़ दिखाई दे रहे हैं. इन्होंने सोशल मीडिया पर खुलकर विरोध जताया है. सोशल मीडिया पर लिखा है कि राहुल गांधी ने मांगा था संगठन सृजन, भोपाल में हुआ विसर्जन... बता दें कि मोनू सक्सेना ने भी जिला अध्यक्ष पद पर दावेदारी की थी.
इस सूची के जारी होने के बाद इस्तीफा देने का भी दौर शुरू हो गया है. जिला प्रवक्ता और राजीव गांधी पंचायत प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष हेमंत पाटिल ने इस्तीफा दे दिया है.
इन जिलों में भी विरोध
उज्जैन ग्रामीण जिला अध्यक्ष महेश परमार को बनाए जाने का विरोध है. सतना जिला अध्यक्ष सिद्धार्थ कुशवाहा बनाए जाने का विरोध. बुरहानपुर में जिला अध्यक्षों के ऐलान के बाद अरुण यादव समर्थकों की गुप्त बैठक की खबर है. अल्पसंख्यक बाहुल्य जिलों में मुस्लिम शहर अध्यक्ष नहीं बनाने जाने का भी विरोध है. सोशल मीडिया पर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी ने विरोध के पोस्ट किए हैं.
विधायक और पूर्व विधायकों को जिम्मेदारी मिलने पर भी नाराजगी
कांग्रेस की जिला अध्यक्षों की सूची में 21 जिला अध्यक्ष रिपीट किए गए हैं। 6 विधायक, 8 पूर्व विधायक, 4 महिलाएं, 10 अनुसूचित जनजाति (ST), 8 अनुसूचित जाति (SC), 12 अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), 3 अल्पसंख्यक वर्ग से लोगों को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, सीईसी मेम्बर ओंमकार सिंह मरकाम, जयवर्धन सिंह, निलय डागा, महेश परमार जैसे नामों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें विधायक और पूर्व विधायकों को जिम्मेदारी दिये जाने का विरोध ज्यादा देखा जा रहा है।