कांग्रेस सामाजिक न्याय का झूठा सपना दिखा रही, जातिगत गड़ना की बात बेईमानी, भारत में मनुस्मृति नहीं बाबा साहब का संविधान चलेगा: बलबहादुर बघेल

डी. पी. एस. एस. के युवा संवाद कार्यक्रम में भाजपा, कांग्रेस पर जमकर हमला, रोजगार मांगे तो राष्ट्रवाद और धर्म पकड़ा दिया जाता है : दामोदर यादव

कांग्रेस सामाजिक न्याय का झूठा सपना दिखा रही, जातिगत गड़ना की बात बेईमानी, भारत में मनुस्मृति नहीं बाबा साहब का संविधान चलेगा: बलबहादुर बघेल

मूलचन्द मेंधोनिया 

अनुसूचित जाति वर्ग का शोषण करके उन्हें हिंदू धर्म से अलग होने के लिए विवश किया गया और अब पिछड़ों के साथ भी वही कोशिश हो रही है। कहीं यादव कथा वाचक के साथ घ्रणित घटना तो कहीं पटेल महिला कथावाचक का अपमान, कहीं लोधी को को मल खिलाने की घटना तो कहीं घोडी़ चढ़ने पर दलित के साथ मारपीट होती है। बुंदेलखंड में तो सामंतियों ने पाल समाज की बहू-बेटियों को ही किडनैप कर लिया। क्या वास्तव में यही हिंदू धर्म है?

भोपाल। इटावा में कुछ दिन पूर्व यादव जाति के कथावाचक के साथ जातिगत आधार पर की गई हिंसा का मुद्दा दलित पिछड़ा समाज संगठन द्वारा आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में छाया रहा। मुख्य अतिथि के रुप में मौजूदा संगठन के संस्थापक दमोदर सिंह यादव ने कहा कि जो धर्म जाति वर्ग के आधार पर छोटा/बडा़ बनाता है वह कैसे स्वीकार्य होगा? बाबा साहब डा. अंबेडकर पैदा हुए थे हिंदू धर्म में लेकिन उन्होंने भी इन्हीं कारणों से दुखी होकर हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाया था। आज जागरूक लोगों का मानना है कि सारी फसाद की जड़ केवल धर्म के नाम पर आडंबर, झूठ प्रचार और भेदभाव करना ही देश को गर्त में ले जा रहा है। 

यादव ने कहा कि पहले अनुसूचित जाति वर्ग का शोषण करके उन्हें हिंदू धर्म से अलग होने के लिए विवश किया गया और अब पिछड़ों के साथ भी वही कोशिश हो रही है। कहीं यादव कथा वाचक के साथ घ्रणित घटना तो कहीं पटेल महिला कथावाचक का अपमान, कहीं लोधी को को मल खिलाने की घटना तो कहीं घोडी़ चढ़ने पर दलित के साथ मारपीट होती है। बुंदेलखंड में तो सामंतियों ने पाल समाज की बहू-बेटियों को ही किडनैप कर लिया। क्या वास्तव में यही हिंदू धर्म है? छात्र नेता सौरभ यादव ने कहा कि आज जब युवा रोजगार मांगते है तो उन्हें पकौड़े तलने की सलाह दी जाती है या फिर राष्ट्र वाद और धर्म में उलझा दिया जाता है। कांग्रेस सामाजिक न्याय के नाम पर सिर्फ जातिगत जनगणना का राग अलापती रहती है जबकि खुद के शासन काल में खुद पिछड़ों के साथ बेईमानी की। इस युवा संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य ही यही है कि युवाओं को राजनैतिक, शैक्षिक, सामाजिक रुप से जागरूक किया जा सकें। जिससे अब अपने हक अधिकार के लिए लड़ सकें। 

विशिष्ट अतिथि संगठन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बलबहादुर बघेल ने कहा कि ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में बाबा साहब अंबेडकर की स्टेचू हमारे साथी लगाना चाहते है लेकिन मुठ्ठी भर मनुवादी वकील विरोध कर रहे है। यह देश बाबा साहब द्वारा लिखित संविधान से चलेगा न कि मनुविधान से। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन राष्ट्रीय सचिव हुकुमचंद गहलोत ने की एवं मंच का संचालन प्रदेश महासचिव कमल सिंह कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर अमित बंसोड़, सुनीता धावरे, राजकुमार प्रजापति, राव आशीष, प्रयेश यादव, सुरेश कुशवाहा, गौतम नागदवने, शरद कुमरे ने भी अपने विचार व्यक्त किये। संवाद कार्यक्रम के पश्चात पैदल मार्च करते हुए सभी कार्यकर्ताओं ने रैली के साथ फूले चौराहे पर पहुंचे जहां विरोधात्मक रुप से मनुस्मृति दहन किया।