राष्ट्रीय सुरक्षा पर मोदी सरकार को व्यापार जगत का पूर्ण समर्थन : CAIT चेयरमैन गुजरात

देशभर के हजारों व्यापारिक संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार को राष्ट्रहित में लिए गए फैसलों पर पूरा समर्थन दिया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के बयानों को गैर-जिम्मेदाराना और राष्ट्रविरोधी बताया, जो देश की एकता को कमजोर करते हैं। गुजरात चैप्टर के चेयरमैन प्रमोद भगत ने कहा कि व्यापार जगत राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के मुद्दों पर सरकार के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है।

राष्ट्रीय सुरक्षा पर मोदी सरकार को व्यापार जगत का पूर्ण समर्थन : CAIT चेयरमैन गुजरात

देशभर के व्यापारिक संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और राष्ट्रहित में लिए गए निर्णयों को बताया सराहनीय; कांग्रेस के रुख को बताया राष्ट्रविरोधी और भ्रामक।

Surat,देशभर की हजारों व्यापारिक संस्थाओं ने भारत के माननीय प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी एवं भारत सरकार को पूर्ण और स्पष्ट समर्थन दिया है, जिन्होंने भारत की संप्रभुता, सुरक्षा और आर्थिक हितों की रक्षा में दृढ़ और साहसिक रुख अपनाया है।

हम सरकार की राष्ट्र और जनता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं—चाहे वह निर्णायक विदेश नीति हो, राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा हो या वैश्विक मंच पर भारत की गरिमा सुनिश्चित करने की दिशा में उठाए गए कदम हों।

साथ ही, हम कांग्रेस पार्टी के गैर-जिम्मेदाराना, विभाजनकारी और राष्ट्रविरोधी रुख की कड़ी निंदा करते हैं, जो लगातार भारत की एकता को कमजोर करता है और देशवासियों के मनोबल को गिराता है। हाल के दिनों में कांग्रेस के बयानों और कृत्यों ने भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर शर्मसार किया है और राष्ट्रविरोधी ताकतों को प्रोत्साहित किया है।

यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए कांग्रेस ने हमारे सशस्त्र बलों की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए, राष्ट्रीय अभियानों पर संदेह जताया और देशहित से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर जनता को भ्रमित करने का कार्य किया।

गुजरात चैप्टर के चेयरमैन  प्रमोद भगत ने कहा कि भारत का व्यापारिक समुदाय प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ा है और सभी राजनीतिक दलों से अपील करता है कि जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा और गौरव की हो, तो दलगत राजनीति से ऊपर उठें। भारत के व्यापारी किसी भी ऐसी ताकत का समर्थन नहीं करेंगे—चाहे वो देश के भीतर हो या बाहर—जो हमारी एकता को कमजोर करे या हमारी प्रगति को बाधित करे।