गृह मंत्री अमित शाह से मिले CM यादव, संसद में उनके साथ मंत्री विजय शाह भी दिखे,मुलाकात को लेकर राजनीतिक हलचल तेज

सीएम ने दोपहर में संसद भवन पहुंच कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान संसद भवन परिसर में सीएम डॉ.यादव के साथ मध्य प्रदेश सरकार में जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह भी नजर आए।

गृह मंत्री अमित शाह से मिले CM यादव, संसद में उनके साथ मंत्री विजय शाह भी दिखे,मुलाकात को लेकर राजनीतिक हलचल तेज

गृह मंत्री अमित शाह से मिले मुख्यमंत्री यादव

संसद में CM यादव के साथ मंत्री विजय शाह की मौजूदगी

ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग करने वाली सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी करने वाले मंत्री विजय शाह मंगलवार को संसद भवन परिसर में नजर आए। वे सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ दिखे।

दरअसल, मंगलवार को सीएम डॉ. मोहन यादव ने संसद भवन में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा की। इसी दौरान मंत्री शाह भी वहीं नजर आए।

मंत्री कुंवर विजय शाह और सीएम मोहन यादव भोपाल से एक साथ ही दिल्ली पहुंचे। इसके बाद दोनों नेता एयरपोर्ट से एक ही गाड़ी सवार होकर सीधे संसद भवन पहुंचे। यहां सीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। संसद भवन परिसर में सीएम के साथ मंत्री कुंवर विजय शाह भी मौजूद रहे। इसके बाद दोनों नेता चाणक्यपुरी स्थित मध्यप्रदेश भवन पहुचे। शाम को सीएम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। इस दौरान कुंवर विजय शाह उनके साथ मौजूद नहीं थे।

मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए बयान पर पिछले माह 28 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सार्वजनिक माफी नहीं मांगने पर तल्ख टिप्पणी की थी। इस दौरान कोर्ट ने मामले की जांच कर रही एसआईटी से 13 अगस्त तक रिपोर्ट पेश करने को कहा था। अब इस मामले की सुनवाई 18 अगस्त को होगी। 

संसद भवन में केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात के बाद सीएम यादव ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह को प्रदेश में नए आपराधिक कानून लागू करने और सहकारिता के क्षेत्र में किए गए नवाचारों से अवगत कराया है। मध्यप्रदेश सरकार का प्रयास है कि प्रदेश दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में देश की राजधानी बने। दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में देश में प्रदेश की हिस्सेदारी जो अभी 9 प्रतिशत है, उसको बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। नए कानून लागू करने में मध्य प्रदेश अग्रणी राज्य बन गया है। प्रदेश में चल रहे नवाचारों के माध्यम से सुशासन के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए जाएंगे।