MBBS छात्रा से बंगाल के निजी मेडिकल कॉलेज के बाहर गैंगरेप का आरोप, पीड़िता की हालत गंभीर,BJP का ममता सरकार पर निशाना

पश्चिम बंगाल में एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है. तीन अज्ञात लोगों ने छात्रा को जंगल में ले जाकर वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने केस की जांच शुरू कर दी है. राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम पीड़िता से मिलने जा रही है.

MBBS छात्रा से बंगाल के निजी मेडिकल कॉलेज के बाहर गैंगरेप का आरोप, पीड़िता की हालत गंभीर,BJP का ममता सरकार पर निशाना

केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी के 'विफल और कानूनविहीन शासन' में महिलाओं की सुरक्षा एक 'दुःस्वप्न' बन चुका है.

पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले में एक मेडिकल छात्रा से कथित गैंगरेप की घटना के बाद सियासी बयानबाजियां तेज हो गई हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ममता बनर्जी सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी नेताओं ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ चुकी है और ममता सरकार की 'तुष्टिकरण की नीति' ने अपराधियों को खुली छूट दे दी है.

अमित मालवीय बोले -आरजी कर केस की याद ताज

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दुर्गापुर में यह घटना लोगों के बीच गुस्से की लहर पैदा कर चुकी है. उन्होंने दुर्गापुर में ममता सरकार के खिलाफ नारेबाजी के वीडियो भी साझा किए. मालवीय ने कहा कि IQ सिटी मेडिकल कॉलेज की दूसरी वर्ष की छात्रा के साथ वासिफ अली और उसके साथियों ने नजदीकी जंगल में गैंगरेप किया. पीड़िता ओडिशा की रहने वाली है और फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है.

उन्होंने कहा कि इस क्रूर अपराध ने पूरे दुर्गापुर में भारी विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है. लोग तेजी से न्याय और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह ममता बनर्जी सरकार के तहत कानून-व्यवस्था की बार-बार विफलता को दर्शाता है. पश्चिम बंगाल पुलिस को पारदर्शी और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए, ताकि दोषियों को सख्त सजा मिले.

टीएमसी मंत्री ने कहा- अपराध को राजनीति से न जोड़ें

वहीं, पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पंजा ने कहा कि बीजेपी को महिलाओं के खिलाफ अपराध को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी हर ऐसे मामले को राजनीतिक नजरिए से देखती है, जो उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि पीड़िता के माता-पिता ओडिशा से आ चुके हैं और उन्होंने चल रही जांच पर भरोसा जताया है.

मंत्री ने कहा कि कोलकाता पूरे देश के सबसे सुरक्षित शहरों में से एक है और ममता सरकार महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए काम करती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री किसी भी तरह के अन्याय से समझौता नहीं करतीं और हमें जांच पूरी होने का इंतजार करना चाहिए. उन्होंने बीजेपी से अपील की कि ऐसे मामलों को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल न किया जाए.

क्या है मामला?

पुलिस के अनुसार, पीड़िता शुक्रवार रात करीब 8 से 8:30 बजे के बीच अपने एक दोस्त के साथ खाने के लिए कॉलेज कैंपस से बाहर गई थी. वापस लौटते समय उसका साथी उसे छोड़कर चला गया, तभी तीन अज्ञात युवक वहां पहुंचे. उन्होंने छात्रा का मोबाइल छीन लिया और उसे जंगल में खींचकर ले गए, जहां उसके साथ गैंगरेप किया गया. आरोपियों ने उसे धमकी दी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया तो उसे गंभीर अंजाम भुगतना होगा. उन्होंने उसका मोबाइल लौटाने के लिए पैसे की भी मांग की.

पीड़िता का बयान दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने उसके दोस्त से पूछताछ की है और CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं. फॉरेंसिक टीम को मौके पर भेजा गया है ताकि सबूत जुटाए जा सकें. 

राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम भी पहुंची दुर्गापुर

राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने कहा कि बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं और पुलिस ऐसे मामलों में सक्रिय भूमिका नहीं निभा रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि आयोग की टीम दुर्गापुर जा रही है ताकि पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की जा सके और मामले की गहराई से जानकारी ली जा सके