दादा गुरु के 1800 दिन निराहार महाव्रत पर भोपाल में माँ नर्मदा संवाद कार्यक्रम, CM मोहन यादव रहेंगे मुख्य अतिथि, शोध वृत्तचित्र व पत्रिका ‘समर्थ सृष्टि’ का लोकार्पण
दादा गुरु के 1800 दिन पूर्ण निराहार महाव्रत साधना अवसर पर 21 सितंबर को भोपाल के समन्वय भवन में माँ नर्मदा संवाद कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि रहेंगे, जबकि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और अन्य मंत्रीगण विशिष्ट अतिथि होंगे। इसमें वैश्विक संकट, सनातन संस्कृति, माँ नर्मदा जैसे विषयों पर संवाद, शोध वृत्तचित्र का प्रसारण और पत्रिका ‘समर्थ सृष्टि’ का लोकार्पण किया जाएगा। दादा गुरु 1800 दिनों से केवल नर्मदा जल पर जीवित रहकर तपस्या कर रहे हैं, उनका जीवन प्रकृति व नदियों के संरक्षण का प्रेरणादायी संदेश देता है।

दादा गुरु के निराहार महाव्रत साधना के 1800 दिन पूर्ण होने पर भोपाल में आयोजित मॉं नर्मदा संवाद कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान शोध वृत्तचित्र का प्रसारण एवं पत्रिका ‘समर्थ सृष्टि’ का होगा लोकार्पण
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मुख्य अतिथि के रुप में होंगे शामिल
भोपाल, राजधानी भोपाल में नर्मदा मिशन द्वारा रेवापथ के सिद्ध महायोगी दादा गुरु के सानिध्य में 21 सितंबर को दोपहर 3 बजे समन्वय भवन, भोपाल में मॉं नर्मदा संवाद कार्यक्रम रखा गया है। यह आयोजन विशेष रूप से दादा गुरु के सदी की सबसे कठोर अखंड निराहार महाव्रत साधना के 1800 दिन पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं अति विशिष्ट अतिथि के रुप में उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल एवं मंत्री विश्वास कैलाश सारंग सम्मिलित होंगे।
संवाद कार्यक्रम का विस्तृत विवरण
नर्मदा मिशन द्वारा समन्वय भवन, भोपाल में दिनांक 21 सितंबर दिन रविवार दोपहर 3 बजे मॉं नर्मदा संवाद कार्यक्रम प्रारंभ होगा। मॉं नर्मदा संवाद चार विषयों वैश्विक संकट और चुनौतियां, एक साधना-एक समाधान, प्रकृति प्रधान भारतीय सनातन संस्कृति तथा मॉं नर्मदा पर केंद्रित चिंतन संवाद इन विषयों पर रखा गया है। कार्यक्रम के दौरान शोध वृत्तचित्र का प्रसारण एवं पत्रिका ‘समर्थ सृष्टि’ का लोकार्पण किया जाएगा। नर्मदा मिशन ने समाज के सभी वर्गों से आह्वान किया है कि वे इस अवसर पर सम्मिलित होकर माँ नर्मदा के संदेश और दादा गुरु की तपस्या से प्रेरणा प्राप्त करें।
दादा गुरु का संक्षिप्त जीवन परिचय
दादा गुरु वर्तमान युग के उन दुर्लभ तपस्वियों में से हैं जिन्होंने 1800 दिनों से अधिक समय से अन्न का त्याग कर केवल नर्मदा जल पर जीवन यापन करने का महाव्रत धारण किया हुआ है। वे मां नर्मदा की परिक्रमा करते हैं और अपने इस तप और साधना से समाज को प्रकृति तथा नदियों के प्रति समर्पण व उनके संरक्षण का शाश्वत संदेश देते हैं। उनका जीवन सनातन संस्कृति की साधना शक्ति का सजीव उदाहरण है।