CM योगी बोले-मौलाना भूल गया किसका शासन है:ऐसा सबक सिखाएंगे, तुम्हारी पीढ़ियां दंगे करना भूल जाएंगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आई लव मोहम्मद विवाद पर उपद्रवियों को कड़ी चेतावनी दी है। कानपुर उन्नाव समेत कई जिलों में प्रदर्शनों पर नाराजगी जताते हुए पुलिस को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। योगी ने अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और जातीय संघर्ष रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला सुरक्षा और अफवाहों पर लगाम लगाने पर भी जोर दिया।

CM योगी बोले-मौलाना भूल गया किसका शासन है:ऐसा सबक सिखाएंगे, तुम्हारी पीढ़ियां दंगे करना भूल जाएंगी

CM योगी - "मौलाना भूल गया कि शासन किसका है। वो मानता था कि धमकी देंगे और जबरदस्ती जाम कर देंगे। हमने कहा कि जाम नहीं होगा। कर्फ्यू भी नहीं लगने देंगे। ऐसा सबक सिखाएंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां दंगे करना भूल जाएंगी।"

लखनऊ। आई लव मोहम्मद को लेकर बढ़ते विवाद के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों को बेहद कड़ी चेतावनी दी है। कानपुर, उन्नाव, मुरादाबाद, बरेली, मऊ और अन्य जिलों में मुस्लिम समुदाय के उग्र प्रदर्शन व भड़काऊ नारेबाजी की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए पुलिस अधिकारियों को निर्णायक कार्रवाई का निर्देश दिया है। कहा, एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए। दशहरा बुराई व आतंक के दहन का पर्व है। कार्रवाई के लिए किसी और समय की प्रतीक्षा न करें। कार्रवाई का यही समय है, सही समय है। शासन के स्पष्ट आदेशों का फील्ड पर पूरी तरह से पालन कराया जाए।

सीएम योगी ने क्या निर्देश दिए?

शुक्रवार को जो उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई थी, उसका कारण कानपुर, वाराणसी समेत दूसरे जिलों में सांप्रदायिक तनाव था। कुछ विशेष गुटों द्वारा जुलूस प्रदर्शन के नाम पर सड़कों पर उतरने की घटनाएं हुई थीं। इन घटनाओं को देखते हुए सीएम योगी ने साफ कर दिया है कि दशहरा के पावन अवसर पर उपद्रव के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। दशहरा बुराई और आतंकी दहन का प्रतीक भी होता है।

उपद्रवियों को चेतावनी

आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम योगी ने बैठक में यहां तक कहा कि सरकार हर उपद्रवी को कुचल देगी। वीडियो फुटेज और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के जरिए सभी आरोपियों की पहचान की जाए और फिर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की जाए। बैठक में महिला सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया गया। उनकी तरफ से स्पष्ट निर्देश दिए गए कि छेड़खानी, छेड़छाड़ और एसिड अटैक जैसे मामलों में पुलिस की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। गरबा और डांडिया आयोजनों के दौरान भी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सावधानी बरतने की बात कही गई है।

बरेली में हुई थी हिंसा

जानकारी के लिए बता दें कि बरेली में तो शुक्रवार को हालत काफी विस्फोटक हो गए और मुस्लिम समुदाय के लोगों और पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प हुई। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और इसके जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। हालात को देखते हुए सीनियर पुलिस अफसर अलर्ट हैं।