मानवता हुई शर्मसार; ई रिक्शा चालक को जाति पूछकर पीटा, जबरन थूक भी चटवाया, थानाध्यक्ष निलंबित
शेखपुरा जिले के मेहूस थाना क्षेत्र में एक ऑटो चालक की पिटाई का मामला सुर्खियों में है. सड़क पर साइड न देने की छोटी सी बात पर मेहूस थानाध्यक्ष की 'दरोगई' जाग उठी और ऑटो चालक को थाने ले जाकर बुरी तरह पीटा गया. ऑटो चालक ने दारोगा की जातिगत नफरत की मानसिकता भी बताई और उसे प्रताड़ित करने की बात भी कही. इस घटना की जानकारी बरबीघा विधायक सुदर्शन को मिली जिनके हस्तक्षेप के बाद एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया.

मेहूस थानाध्यक्ष ने साइड न देने पर ऑटो चालक को थाने ले जाकर पीटा.
बरबीघा विधायक सुदर्शन की शिकायत पर एसपी ने की त्वरित कार्रवाई.
एसडीपीओ की जांच के बाद एसपी ने आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित किया.
शेखपुरा. जिले के मेहूस थाने के थानाध्यक्ष पर एक ऑटो चालक की बेरहमी से पिटाई का आरोप लगा है. घटना 30 जून 2025 की है, जब मेहूस गांव का एक ऑटो चालक अपने घर जा रहा था. भारी बारिश के दौरान पीछे से आ रही थानाध्यक्ष की गाड़ी को उसने साइड नहीं दी जिससे नाराज होकर थानाध्यक्ष ने उसे थाने ले जाकर कथित तौर पर बुरी तरह पीटा. बताया जा रहा है कि युवक को जाति पूछा गया तो उसको ब्राह्मण होने की सजा दी गई. पीडि़त ऑटो चालक प्रद्युम्न कुमार ने बताया कि उसको पहले सड़क पर पीटा गया और फिर थाने में उसकी पिटाई की गई. वहां उसकी जाति पूछकर दारोगा प्रवीण चंद्र दिवाकर ने कहा कि वह ब्राह्मण से नफरत करता है. इतना कहने के बाद पीड़ित ऑटो चालक को थूक भी चटवाया गया. पीड़ित ऑटो चालक ने दारोगा की गिरफ्तारी की मांग की है.
इस बीच घटना की जानकारी स्थानीय लोगों के जरिए बरबीघा विधायक सुदर्शन को मिली तो विधायक ने तुरंत शेखपुरा के पुलिस अधीक्षक को सूचित कर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल उप पुलिस अधीक्षक (एसडीपीओ) डॉक्टर राकेश कुमार को जांच के लिए भेजा.
विधायक ने की एसपी से शिकायत
मंगलवार को पीड़ित मामले की शिकायत करने बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार के पास पहुंचा तो वे भी घटना के बारे में सुनकर अचंभित रह गये। उन्होंने तुरंत एसपी बलिराम कुमार चौधरी से बात की। विधायक ने कहा कि एसपी ने मामले में जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया। विधायक ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस को आम लोगों के साथ इस तरह से अमानवीय व्यवहार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए डीजीपी स्तर तक बात कर दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो लोगों के साथ थाना के समक्ष धरना भी दिया जाएगा।
एसपी ने दारोगा को सस्पेंड किया
एसडीपीओ की जांच में थानाध्यक्ष के खिलाफ लगे आरोप सही पाए गए. इसके बाद एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया. शेखपुरा पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस कार्रवाई की पुष्टि की. इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली और जवाबदेही पर सवाल उठाए हैं.