17 बच्चों को बंधक बनाने वाले का एनकाउंटर:इलाज के दौरान मौत: पुलिस ने बाथरूम के रास्ते घुसकर सभी को बचाया

मुंबई के पवई इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है। दिनदहाड़े बच्चों को बंधक बना लिया गया। यह घटना आर. ए. स्टूडियो इलाके में हुई। यहां पहली मंजिल पर एक्टिंग की क्लास चलती हैं। स्टूडियो में काम करने वाले और यूट्यूब चलाने वाले रोहित ने 17 लोगों को बंधक बना लिया।

17 बच्चों को बंधक बनाने वाले का एनकाउंटर:इलाज के दौरान मौत: पुलिस ने बाथरूम के रास्ते घुसकर सभी को बचाया

मुंबई में बच्चों को बंधक बनाने वाले रोहित आर्या की गोली लगने से मौत हो गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान गोली लगने के बाद आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मुंबई में बच्चों को बंधक बनाने वाले रोहित आर्या की गोली लगने से मौत हो गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान गोली लगने के बाद आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

यह घटना आरए स्टूडियो नामक एक छोटे से फिल्म स्टूडियो के अंदर हुई, जहां आर्या ने बच्चों के एक ग्रुप को ऑडिशन के नाम पर फुसलाया था। पुलिस का कहना है कि 8 से 14 साल की उम्र के सभी बच्चों को कई घंटों तक बंधक बनाकर रखा गया, उसके बाद उन्हें बिना किसी नुकसान के बचा लिया गया।

सभी 17 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला

पुलिस ने बताया कि पवई पुलिस स्टेशन की एक टीम को दोपहर करीब 1:45 बजे एक इमरजेंसी कॉल मिली और वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। बातचीत तुरंत शुरू हुई, लेकिन आर्या ने बच्चों को छोड़ने से इनकार कर दिया। जब आर्या ने उन्हें नुकसान पहुंचाने की धमकी दी, तो पुलिस टीम बाथरूम से जबरन अंदर घुस गई और सभी 17 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

आरोपी ने पोस्ट किया वीडियो

बच्चों को बंधक बनाने के बाद पोस्ट किए गए वीडियो संदेश में आर्या ने कहा, "मैं आतंकवादी नहीं हूं, न ही मैं पैसे मांग रहा हूं। मैं कुछ लोगों से बात करना चाहता हूं।" उसने यह भी बताया कि उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया था, लेकिन अपनी जान लेने के बजाय, वह बंधक योजना के जरिए उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहा था जिनसे वह बात करना चाहता था।

आरोपी ने योजना बनाकर बच्चों को बनाया बंधक- पुलिस

पुलिस ने बताया कि जिस स्टूडियो में यह सब हुआ, वह एक्टिंग क्लास के लिए मशहूर है और आर्या ने बच्चों को बंधक बनाने की योजना तब बनाई जब सुबह लगभग 100 बच्चे ऑडिशन देने आए थे। सूत्रों के अनुसार आर्या पिछले चार-पांच दिनों से ऑडिशन ले रहा था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "आज उसने ऑडिशन देने आए 80 बच्चों को टेस्ट के बाद परिसर से जाने दिया, लेकिन लगभग 20 बच्चों को वहीं रुकने को कहा।" इससे यह संकेत मिलता है कि बंधक बनाने की योजना पहले से सोची-समझी लग रही थी।

बंधकों में 17 बच्चे थे, वजह जानने की पुलिस ने की कोशिश

बताया जा रहा है कि बंधकों में 17 बच्चे थे। इनके अलावा दो और लोग थे, जिनमें एक बुजुर्ग भी शामिल थे। ये सभी अब सुरक्षित हैं। बच्चों को उनके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया है। इसी बीच, मुंबई पुलिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि रोहित आर्य को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया और क्या वह वाकई मानसिक रूप से अस्थिर है। हालांकि फिर खबर आई कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई में रोहित आर्य को गोली लगी, जिसकी अस्पताल में मौत हो गई।

बंधक बनाने वाले ने कहा था- उकसाया तो आग लगा दूंगा

बताया जा रहा है कि आरोपी रोहित आर्य स्टूडियो में ही काम करता था। उसने एक वीडियो भी जारी किया। इसमें उसने धमकी दी, ''मैं रोहित आर्य। मैंने आत्महत्या करने की जगह एक प्लान बनाया और कुछ बच्चों को यहां बंधक बनाया। मेरी कुछ ज्यादा मांगें नहीं हैं। मेरी कुछ नैतिक मांगें हैं। कुछ लोगों से सवाल पूछने हैं। मुझे उनके जवाब चाहिए। न मैं आतंकी हूं, न मेरी पैसों की कोई मांग है। मुझे आसानी से बात करनी है, इसी के लिए बच्चों को बंधक बनाया है। अगर जिंदा रहा तो मैं यह करूंगा, लेकिन होगा जरूर। आपकी तरफ से एक छोटा सा कदम मुझे उकसा देगा और मैं पूरी जगह को आग लगाकर मर जाऊंगा। इससे बच्चों को बेवजह नुकसान होगा, वे निश्चित तौर पर डर जाएंगे। इसका जिम्मेदार मुझे न माना जाए। मैं सिर्फ बात करना चाहता हूं। मैं अकेला नहीं हूं, मेरे साथ कई सारे लोग हैं, जिन्हें परेशानियां हैं।''