आत्मनिर्भर से रोजगार सम्पन्न भारत: वस्त्र एवं गारमेंट उद्योग का भविष्य उज्जवल” : चम्पालाल बोथरा ( जैन)
CAIT का मानना है कि भारत अब “आत्मनिर्भर भारत” से आगे बढ़कर “रोजगार सम्पन्न भारत” की दिशा में आगे बढ़ रहा है, और वस्त्र एवं MSME सेक्टर इस मिशन का प्रमुख स्तंभ बनेगा।
CAIT की 7-सूत्रीय नीति पहल – वस्त्र उद्योग को नई दिशा
सूरत, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की Textile & Garment Committee ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को MSME सुधार पैकेज 2025 के तहत 7-सूत्रीय नीति सुझाव भेजा है। यह रोडमैप भारत के वस्त्र एवं गारमेंट सेक्टर को वैश्विक रोजगार, नवाचार और टिकाऊ विकास का केंद्र बनाने पर केंद्रित है।
टेक्सटाइल गारमेंट कमेटी के
राष्ट्रीय चेयरमैन चंपालाल बोथरा (जैन) ने कहा —
“वस्त्र केवल कपड़ा नहीं, बल्कि यह 4.5 करोड़ से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार और लाखों अप्रत्यक्ष रोजगारों की धारा का प्रतीक है। यदि समय पर नीतिगत हस्तक्षेप लागू हों, तो यह क्षेत्र और लाखों नए रोजगार पैदा कर सकता है और भारत को वैश्विक वस्त्र बाजार में अग्रणी बना सकता है।”
मुख्य तथ्य:-
• अर्थव्यवस्था में योगदान: GDP का 2.3%, औद्योगिक उत्पादन में 13%, निर्यात में 12%।
• रोजगार: प्रत्यक्ष 4.5 करोड़, अप्रत्यक्ष लाखों लोग।
• निर्यात: FY 2023–24 में USD 34 अरब (≈ ₹3 लाख करोड़); 2030 तक USD 100 अरब तक पहुँचने का अनुमान।
• घरेलू बाजार: 2025 में USD 225 अरब; 2030 तक USD 350 अरब तक बढ़ने का अनुमान।
• तकनीकी वस्त्र: 2024 में USD 29 अरब; 2026 तक USD 45 अरब। ऑटोमोटिव तकनीकी वस्त्र FY 2025 में USD 2.32 अरब से बढ़कर FY 2033 में USD 4.57 अरब तक पहुँचने का अनुमान।
• स्थिरता एवं नवाचार: पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रियाएँ और रीसायक्लेबल फाइबर तेजी से अपनाए जा रहे हैं।
CAIT के 7 मुख्य सुधार सुझाव:-
महिला सशक्तिकरण एवं घर आधारित कौशल:* सिलाई, कढ़ाई, बुटीक कार्य में प्रशिक्षण और माइक्रो क्रेडिट सुविधा।
स्टार्टअप–उद्योग कनेक्शन*:नए गारमेंट स्टार्टअप को MSME क्लस्टर और निर्यात नेटवर्क से जोड़ना।
बाजार तक पहुँच*: ONDC, GeM, Flipkart, Amazon India पर Zero Commission सुविधा।
GST सरलीकरण*: ₹1 करोड़ तक के MSME के लिए वार्षिक रिटर्न और कम अनुपालन भार।
विदेशी डंपिंग पर नियंत्रण*: घरेलू इकाइयों को सुरक्षित रखने के लिए National Textile Trade Protection Policy।
क्लस्टर आधुनिकीकरण एवं Modernisation Fund*:
प्रमुख हब जैसे सूरत, अहमदाबाद तिरुपुर, लुधियाना, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, नोएडा, जयपुर, बीकानेर/भीलवाड़ा, जबलपुर, इंदौर, पानीपत में Modernisation Fund और AI आधारित मशीनरी।
साथ ही, Mitra Park जैसी सरकारी योजनाओं के माध्यम से मूल्य संवर्धन और आधुनिकीकरण को बढ़ावा।
ग्रीन एवं टिकाऊ MSME: Textile waste recycling, sustainable packaging और eco-friendly उत्पादन में समर्थन।
दृष्टिकोण— रोजगार सम्पन्न भारत
CAIT का मानना है कि “आत्मनिर्भर भारत” से आगे बढ़कर “रोजगार सम्पन्न भारत” की दिशा में MSME और वस्त्र उद्योग सबसे बड़ा योगदान दे सकता है। यह न केवल घरेलू रोजगार बढ़ाएगा, बल्कि भारत की वैश्विक उपस्थिति को भी मजबूत करेगा।
पत्र की प्रतिलिपि :-
• कपड़ा मंत्री: गिरिराज सिंह
• MSME मंत्री: जीतन राम मांझी
• प्वीण जी खंडेलवाल, सांसद चाँदनी चौक, CAIT राष्ट्रीय महामंत्री: नई दिल्ली
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस