नगर परिषद में मकान नामांतरण पर बवाल: अध्यक्ष और पार्षद आपस में भिड़े, हाथापाई तक पहुंचा विवाद

सचिन शर्मा ने आरोप लगाया कि पार्षद दबाव में नामांतरण करवाना चाहते थे और गाली-गलोच की। शिकायत थाने में दर्ज कराई।

नगर परिषद में मकान नामांतरण पर बवाल: अध्यक्ष और पार्षद आपस में भिड़े, हाथापाई तक पहुंचा विवाद

अजय राज केवट माही

प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस भोपाल मध्य प्रदेश

नगर परिषद में हंगामा: शाजापुर अकोदिया नगर परिषद की बैठक में मकान के नामांतरण को लेकर विवाद।

शाजापुर अकोदिया नगर परिषद में बुधवार दोपहर को परिषद की बैठक हंगामेदार रही। एक मकान के नामांतरण को लेकर प्रस्ताव रखा गया था जिसमे उपस्थित पार्षदो ने उक्त प्रकरण को राजस्व विभाग से पुनः जांच करवाने को लेकर सहमति दर्ज कराई थी लेकिन बैठक के पश्चात उक्त विषय को लेकर वार्ड 11 के पार्षद व नगर परिषद अध्यक्ष पति मे कहासूनी से शुरू हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया और गाली गलोच व मारपीट तक पहुंच गया। पार्षद रामनारायण कुशवाहा ने बताया की बैठक के बाद सभाकक्ष मे आकर नगर परिषद अध्यक्ष पति सचिन शर्मा ने मुझसे गाली गलोच करते हुए धक्का मुक्की व हाथापाई की। कुछ ही देर मे दोनों पक्ष के लोग आमने सामने हो गए। सूचना मिलते ही अकोदिया थाना प्रभारी संजय सिंह राजपूत पुरे दल के साथ नगर परिषद प्रांगण पहुंचे।

विधायक प्रतिनिधि अशोक कवीश्वर ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया। इस विवादित मकान की फाइल की जांच की गई, जिसमें सरकारी भूमि होने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। हालांकि, पार्षद कुशवाहा ने तहसीलदार और पटवारी से पुनः जांच कराने की मांग की।

इस संबंध में नगर परिषद सीएमओ से जानकारी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने मीडिया के सामने आने से इनकार कर दिया।

अध्यक्ष पति सचिन शर्मा ने बताया की नगर की शासकीय सम्पत्ति पर बने मकान का नामांतरण पार्षद रामनारायण कुशवाहा और पार्षद पंकज गुप्ता दबाव मे करवाना चाहते थे। शायद पार्षदो ने रूपये का लेन देंन है। नामांतरण के मामले को लेकर मेरे साथ भी गाली गलोच व मारपीट की। उक्त शिकायत मेरे द्वारा थाने पर आवेदन दिया गया।

जिस नामांतरण मामले को लेकर नगर परिषद मैं जो विवाद हुआ है वह शासकीय भूमि है लेकिन पूर्व

तहसीलदार पटवारी आर आई

ने उसको शासकीय नहीं बताया मामला पहुंचेंगे कलेक्टर के संज्ञान में