पंकज चौधरी यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में निकले आगे, केंद्रीय नेतृत्व की भी है पहली पसंद,आज नामांकन, 464 मतदाताओं की सूची जारी
उत्तर प्रदेश बीजेपी में लंबे समय से चल रहा प्रदेश अध्यक्ष का सस्पेंस आज खत्म हो सकता है. नामांकन की प्रक्रिया के साथ ही पार्टी आज नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का अनौपचारिक ऐलान कर सकती है. यूपी बीजेपी अध्यक्ष के लिए पार्टी ओबीसी चेहरे पर दांव लगाने जा रही है और पंकज चौधरी का नाम सबसे आगे है.
उत्तर प्रदेश में नए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के नाम को लेकर चर्चाएं तेज हैं। ऐसे में पंकज चौधरी नाम सामने आया है, जो चर्चा में सबसे आगे है।
आज दोपहर 2 से 3 बजे के बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन होने वाला है. नामांकन के लिए पंकज चौधरी आज लखनऊ पहुंचेंगे. उनके नामांकन को लेकर पार्टी संगठन में उत्साह देखा जा रहा है. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े मौजूद रहेंगे.
जिम्मेदारी तय
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के चुनावी प्रक्रिया को लेकर जिम्मेदारियों का बंटवारा कर दिया गया है. आज की नामांकन कार्यक्रम की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश महामंत्री संजय राय को दी गई है.
कौन हैं पंकज चौधरी?
पंकज चौधरी यूपी के महराजगंज से सात बार के सांसद रह चुके हैं. पंकज चौधरी कुर्मी समाज से आते हैं. पंकज चौधरी वर्तमान में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री हैं. पंकज चौधरी ने अपना राजनीतिक सफर 1989 से शुरू किया था. उन्होंने गोरखपुर नगर निगम में पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत गए. 1989 में ही गोरखपुर से कटकर महाराजगंज अलग जिला बना. इसके बाद से पंकज चौधरी ने महाराजगंज को अपनी राजनीति का केंद्र बनाया.
यूपी को नया बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मिलने जा रहा है. इसी 14 दिसंबर को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के बीच पंकज चौधरी के नाम की चर्चा तेज गई है. सूत्रों के मुताबिक, पंकज चौधरी का प्रदेश अध्यक्ष बनना लगभग तय है. पंकज चौधरी पूर्वांचल के कद्दावत नेता हैं. कुर्मी समाज में उनकी अच्छी पकड़ है. ओबीसी चेहरा होने के नाते पंकज चौधरी की सबसे ज्यादा संभावना जताई जा रही है.
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए 464 मतदाताओं की List जारी कर दी गई है. इनमें प्रदेश परिषद के सदस्य, 5 सांसद और 34 विधायक शामिल हैं. BJP की चुनाव प्रक्रिया के अनुसार, भाजपा विधानमंडल दल के सदस्यों की कुल संख्या का 10 प्रतिशत और यूपी कोटे के लोकसभा एवं राज्यसभा सांसदों में से 10 सांसद वोटर बनते हैं. इस समय यूपी भाजपा के 258 विधायक, 79 विधान परिषद सदस्य, 33 लोकसभा सांसद और 24 राज्यसभा सांसद हैं.
हालांकि प्रदेश अध्यक्ष की औपचारिक घोषणा बीजेपी रविवार को करेगी. रविवार दोपहर 12 बजे लखनऊ के एक बड़े सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जहां राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम का भी ऐलान किया जाएगा. ज्यादातर सांसद भी आज लखनऊ में ही रहेंगे. उन्हें राष्ट्रीय परिषद के नामांकन के लिए बुलाया गया है.
दूसरे नाम भी रेस में, लेकिन संभावना कम
हालांकि पंकज चौधरी के अलावा कुछ और नाम भी चर्चा में रहे हैं. इनमें केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा और पूर्व सांसद निरंजन रंजन ज्योति का नाम भी रेस में बताया जा रहा है. लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन नामों के नामांकन की संभावना फिलहाल बेहद कम है
ओबीसी चेहरे पर बीजेपी का फोकस
दरअसल, प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर सस्पेंस बनाए रखकर बीजेपी ने इसे लगभग एक बड़े राजनीतिक इवेंट का रूप दे दिया है. पार्टी ने यह लगभग तय कर लिया है कि इस बार उत्तर प्रदेश में ओबीसी चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा. इसे बीजेपी की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है.
पंकज चौधरी ओबीसी वर्ग की कुर्मी बिरादरी से आते हैं और वे सात बार सांसद रह चुके हैं. ऐसे में अगर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाता है तो यह यूपी की राजनीति में एक बड़ा संदेश होगा.
पूर्वांचल फैक्टर...
सूत्रों के मुताबिक अगर पंकज चौधरी ही प्रदेश अध्यक्ष बनते हैं तो मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दोनों पूर्वांचल से होंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से आते हैं, जबकि पंकज चौधरी महाराजगंज से हैं. दोनों जिले एक-दूसरे से सटे हुए हैं.
ऐसे में जहां एक ओर बीजेपी ओबीसी और खासकर कुर्मी वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का लगभग एक ही इलाके से होना कुछ सवाल भी खड़े कर रहा है.
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस