कफ सिरप केस में STF को बड़ी कामयाबी, कोडीन सिरप तस्करी में 2 भाइयों को दबोचा:लखनऊ से दिल्ली तक नेटवर्क, 65 फर्जी फर्म बनाकर ड्रग सप्लाई करते थे

कोडीन युक्त कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट में यूपी एसटीएफ ने बड़ी गिरफ्तारी की है। एसटीएफ ने आरोपी अभिषेक शर्मा और उसके भाई शुभम को गिरफ्तार कर लिया है। अभिषेक और शुभम मूल रूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं। लखनऊ के आलमबाग इलाके से एसटीएफ ने इनको गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से दो मोबाइल और फर्जी फर्मों से संबंधित तमाम दस्तावेज बरामद किए हैं।

कफ सिरप केस में STF को बड़ी कामयाबी, कोडीन सिरप तस्करी में 2 भाइयों को दबोचा:लखनऊ से दिल्ली तक नेटवर्क, 65 फर्जी फर्म बनाकर ड्रग सप्लाई करते थे

यूपी कफ सिरप केस में एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। 2 आरोपी सगे भाई अभिषेक शर्मा और शुभम शर्मा लखनऊ में अरेस्ट किया है। दोनों सहारनपुर के रहने वाले है।

लखनऊ में एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की। गुरुवार को आलमबाग मवैया रोड स्थित टेड़ी पुलिया तिराहे के पास अभिषेक शर्मा और शुभम शर्मा को गिरफ्तार किया। दोनों फेन्सेडिल कफ सिरप और कोडीन युक्त दवाओं की अवैध तस्करी से जुड़े थे। काफी दिनों से फरार चल रहे थे। जिनकी तलाश में टी दबिश दे रही थी। 

यह गिरोह फर्जी फर्मों के माध्यम से दवाओं की खरीद-बिक्री दिखाकर बड़ी मात्रा में फेन्सेडिल की तस्करी करता था। इसे बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश भेजा जाता था। गिरोह में फार्मा कंपनियों से जुड़े लोग व कई बोगस फर्म संचालक शामिल थे। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि तस्करी का माल ई-वे बिल और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भेजा जाता था। एसटीएफ ने बताया कि मामले में कई अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है। 

फार्मा कंपनियों को आवंटित होने वाले कोडीन का ब्योरा मांगा

सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (सीबीएन) ने प्रदेश में नशीले कफ सिरप के साथ नशे में इस्तेमाल होने वाली अन्य दवाओं के कारोबार की जड़ें तलाशनी शुरू कर दी हैं। सीबीएन के लखनऊ कार्यालय ने ग्वालियर स्थित कार्यालय से फार्मा कंपनियों को आवंटित होने वाले कोडीन का ब्योरा मांगा है। वहीं दूसरी ओर उन दवा व्यापारियों और अपराधियों के रिकॉर्ड भी खंगाल रही है, जिनके खिलाफ बीते कुछ वर्षों के दौरान नशीली दवाओं की खेप बरामद की गई थी।

सीबीएन के अधिकारियों की माने तो नशीले कफ सिरप सिंडिकेट की जड़ें काफी गहरी हैं। प्रदेश में दवा के थोक मार्केट में इनकी बिक्री धड़ल्ले से होती है। बीते जुलाई माह में सीबीएन ने अमीनाबाद में छापा मारकर नशे में इस्तेमाल होने वाली 20 लाख टेबलेट और कोडीनयुक्त कफ सिरप की 5700 बोतलें बरामद की थीं। इसमें 18,47,850 टेबलेट अल्प्राजोलाम, 2,19,778 टेबलेट ट्रेमाडॉल और 1770 टेबलेट क्लोनाजेपाम की थीं।

एफएसडीए की जांच में 12 चेहरे हुए उजागर

वहीं दूसरी ओर एफएसडीए की जांच में सिंडिकेट में शामिल 12 नाम सामने आए हैं। इनमें सहारनपुर का विभोर राणा, विशाल राणा, विशाल उपाध्याय, गाजियाबाद का सौरभ त्यागी, शादाब, अभिषेक शर्मा, पप्पन यादव, वाराणसी का भोला जायसवाल, शुभम जायसवाल, आकाश पाठक, लखनऊ का मनोहर जायसवाल और कानपुर का विनोद अग्रवाल शामिल है।