घर छोड़कर सारी संपत्ति जन सुराज को दान : मौन व्रत के बाद प्रशांत किशोर का बड़ा ऐलान, नीतीश को जिताने वाली लाखों महिलाओं को बनाएंगे 'हथियार'

प्रशांत किशोर ने बताया, मैं फिर पांच साल बिहार में जनता की लड़ाई लड़ते रहूंगा. मैं अपनी कमाई का पूरा पैसा लगाकर बिहार में रहूंगा. मैं बिहार में उनलोगों से एक-एक हजार की मदद मांग रहा हूं, जो जनसुराज से जुड़े हैं. प्रशांत किशोर ने ऐलान किया, मैं अपनी 20 साल की सारी कमाई जन सुराज को डोनेट कर रहा हूं. सिर्फ दिल्ली वाला घर छोड़ मैं सारी संपत्ति जन सुराज को डोनेट करने जा रहा हूं.

घर छोड़कर सारी संपत्ति जन सुराज को दान : मौन व्रत के बाद  प्रशांत किशोर का बड़ा ऐलान, नीतीश को जिताने वाली लाखों महिलाओं को बनाएंगे 'हथियार'

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिवसीय मौन अनशन पर बैठे थे. गांधी की ऐतिहासिक कर्मभूमि पर किया गया यह मौन अनशन चुनावी हार के बाद आत्ममंथन का संकेत माना जा रहा है.

2025 के विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई. इसकी जिम्मेदारी प्रशांत किशोर ने अपने ऊपर ली थी. हार के बाद प्रशांत किशोर गुरुवार (20 नवंबर, 2025) को भितिहरवा आश्रम पहुंचे जहां से उनकी राजनीति की यात्रा शुरू हुई थी. गुरुवार को यहीं उन्होंने 24 घंटे का मौन उपवास रखकर आत्ममंथन किया. आज (शुक्रवार) जब उन्होंने मौन व्रत तोड़ा तो जन सुराज पार्टी के हित में बड़ा ऐलान कर दिया.

उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा, "गांधी जी की प्रेरणा से फिर से आंदोलन शुरू करेंगे. 15 जनवरी से बिहार के सभी 1 लाख 18 हजार वार्ड में जाएंगे और 'बिहार नवनिर्माण संकल्प अभियान' के तहत लोगों से संवाद करेंगे. सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा कराएंगे." विद्यालय की छात्राओं ने जूस और पानी पिलाकर उनका मौन और उपवास खत्म कराया. 

प्रशांत किशोर ने सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा, "सरकार ने चुनाव से ठीक पहले गरीब वोटरों को 10,000 देकर वोट खरीदा और 2 लाख रुपये देने का लोकलुभावन वादा कर जनता को भ्रमित किया. बिहार चुनाव में इस बार पैसे से वोट खरीदने का खुला खेल देखने को मिला." नीतीश कुमार पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, "उन्हें अब ईमानदार मुख्यमंत्री समझना मुश्किल हो गया है, क्योंकि सरकार में अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को मंत्री बनाया गया है."

प्रशांत किशोर ने कौन सा ऐलान किया?

दूसरी ओर मौन व्रत तोड़ने के साथ ही प्रशांत किशोर ने संपत्ति को लेकर बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि उनकी कुल कमाई का 90% हिस्सा जन सुराज को समर्पित होगा. इतना ही नहीं, पिछले 20 वर्षों में जो संपत्ति अर्जित की है, उसमें से परिवार के घर को छोड़कर बाकी सब जन सुराज को दान करेंगे.

उन्होंने समर्थकों से अपील की है कि हर जनसुराजी साल में एक हजार रुपया संगठन को दें, ताकि राजनीतिक आंदोलन को मजबूत आधार मिल सके. पीके ने कहा कि हम चुनाव भले हार गए हों, लेकिन लड़ाई खत्म नहीं हुई है. राजनीतिक यात्रा की शुरुआत जिस आश्रम से हुई थी, वहीं दोबारा लौटकर नए संकल्प के साथ उन्होंने घोषणा की कि जन सुराज आने वाले समय में बड़ी ताकत बनकर उभरेगा.