राहुल गांधी की सुरक्षा में बड़ी चूक, तख्ती लेकर गाड़ी के सामने आ गई महिला, सड़क पर गिरे लोग, रोकना पड़ा काफिला

राहुल गांधी का यह दौरा सुबह 11 बजे शुरू होगा और लगभग पांच घंटे तक चलेगा. मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने बताया, “यह अभियान संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए शुरू किया जा रहा है. हम 2003 से, 15 महीने की अवधि (दिसंबर 2018-मार्च 2020) को छोड़कर, मध्य प्रदेश में सत्ता से बाहर हैं.”

राहुल गांधी की सुरक्षा में बड़ी चूक, तख्ती लेकर गाड़ी के सामने आ गई महिला, सड़क पर गिरे लोग, रोकना पड़ा काफिला

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी आज भोपाल में 'संगठन सृजन अभियान' की शुरुआत कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य मिशन 2028 के लिए पार्टी को मजबूत करना है। संगठनात्मक पुनर्गठन पर ध्यान केंद्रित करते हुए वे चार बैठकों में भाग लेंगे और जिला व ब्लॉक अध्यक्षों को संबोधित करेंगे।

Bhopal: राजधानी भोपाल में राहुल गांधी की सुरक्षा चूक हुई है। राजा भोज सेतु के सामने कमला पार्क के पास अचानक भीड़ अनियंत्रित हो गई। जिसकी वजह से करीब 30 सेकंड तक काफिला रोकना पड़ा। वहीं एक महिला तख्ती लेकर गाड़ी के सामने आ गई। जिसके बाद एक पुलिसकर्मी ने उसे तुरंत सड़क से हटाया।

जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी के स्वागत के लिए हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और महिलाएं भोपाल की सड़कों पर जमा थीं। जातिगत जनगणना के समर्थन में आए कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर था, लेकिन व्यवस्था की कमी के कारण कई कार्यकर्ता गिर पड़े। लगभग 10 से 15 लोग सड़कों पर गिर गए और कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई।

ऊंट-घोड़े पर पहुंचे विधायक

स्वागत को भव्य रूप देने की कोशिश में विधायक बाबू जंडेल और दिनेश गुर्जर ऊंट और घोड़े लेकर पहुंच गए। यह दृश्य पॉलिटेक्निक चौराहे पर ट्रैफिक जाम की वजह बन गया। काफिले के गुजरने के दौरान यातायात पूरी तरह से ठप हो गया और प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

‘सृजन अभियान’ का शुभारंभ

राहुल गांधी इस दौरे के दौरान कांग्रेस के संगठनात्मक सशक्तिकरण की योजना ‘सृजन अभियान’ की औपचारिक शुरुआत करेंगे। यह अभियान कांग्रेस के उन राज्यों में चलाया जा रहा है जहां पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। इससे पहले गुजरात में इसकी शुरुआत की गई थी और अब मध्यप्रदेश दूसरा राज्य है।

61 पर्यवेक्षक होंगे तैनात

अभियान के तहत पार्टी ने देशभर के 61 वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक के रूप में मध्यप्रदेश में नियुक्त किया है। इनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, असम और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों के पूर्व मंत्री, सांसद और विधायक शामिल हैं। इनका उद्देश्य स्थानीय इकाइयों के कामकाज की समीक्षा करना और संगठन की नींव को मजबूत करना है।