मप्र की स्वास्थ्य व्यवस्था अब ठेके और कमीशन की भेंट चढ़ चुकी :  संगीता शर्मा , राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य बोलीं, सरकार की नाकामी ने उजागर की ‘डबल इंजन’ की पोल

भोपाल के जेपी अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर की बिजली एक घंटे से अधिक समय तक बंद रहने और डॉक्टरों द्वारा टॉर्च की रोशनी में सर्जरी करने की घटना ने मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी। इस पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य संगीता शर्मा ने सरकार पर तीखा हमला किया।

मप्र की स्वास्थ्य व्यवस्था अब ठेके और कमीशन की भेंट चढ़ चुकी :  संगीता शर्मा ,  राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य बोलीं, सरकार की नाकामी ने उजागर की ‘डबल इंजन’ की पोल

जेपी अस्पताल की घटना ने खोली स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल

टॉर्च की रोशनी में हुई सर्जरी, मरीजों की जान पर बना संकट

भोपाल। राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल में शनिवार को हुए घटनाक्रम ने पूरे मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की सच्चाई सामने रख दी है। ऑपरेशन थिएटर में एक घंटे से अधिक समय तक अंधेरा छाया रहा, डॉक्टरों ने टॉर्च की रोशनी में सर्जरी की, और 8 डायलिसिस मरीजों की जान अधर में लटक गई। जनरेटर में डीजल तक न डाला जाना सरकारी लापरवाही की पराकाष्ठा है।

राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता  संगीता शर्मा ने इस गंभीर घटना को “इंसानियत को शर्मसार करने वाला कृत्य” बताया है और प्रदेश सरकार पर तीखा प्रहार किया है।

 शर्मा ने कहा कि यह घटना प्रशासनिक असफलता ही नहीं, बल्कि सरकार की संवेदनहीनता का भी प्रतीक है। स्वास्थ्य मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल जनता की परेशानियों से पूरी तरह बेखबर हैं। शायद उन्हें रीवा के समदड़िया बिल्डर से जुड़े सौदों और कमीशनखोरी के मामलों से ही फुर्सत नहीं मिल रही है। अगर जनता की जान से ज्यादा ठेकेदारों की दलाली प्यारी लगती है, तो श्री शुक्ल को मंत्री पद से इस्तीफा देकर ठेकेदारों का एजेंट बन जाना चाहिए।

सुश्री शर्मा ने कहा कि यह “डबल इंजन” सरकार जनता के जीवन की नहीं, बल्कि ठेकेदारों के सौदों की गाड़ी खींच रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मध्यप्रदेश में सरकारी लापरवाही से मरने वाले 25 मासूम बच्चों की मौतें दिखाई नहीं दे रहीं? मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अब तक चुप क्यों हैं? क्या वे भी किसी ‘ऊपर बैठे आका’ के आदेशों के गुलाम हैं?”

कांग्रेस प्रवक्ता ने मांग की कि स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल और स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल से तत्काल इस्तीफा लिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने इस घटना पर सख्त कार्रवाई नहीं की, तो कांग्रेस जनता के साथ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी। सुश्री शर्मा ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था अब ठेके और कमीशन की भेंट चढ़ चुकी है। यह सरकार नाकामी, भ्रष्टाचार और संवेदनहीनता का पर्याय बन चुकी है।