आदिवासी युवती का अपहरण कर गैंगरेप, 12 दिनों तक बंधक बनाया, पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में आदिवासी युवती का अपहरण कर बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है। पीड़िता ने सात आरोपियों पर दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

गुलाबी गैंग ने लगाए सात लोगों पर गंभीर आरोप, शिकायत के बाद पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
छिंदवाड़ा में एक आदिवासी युवती का अपहरण कर बंधक बनाकर गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता ने गुरुवार को मीडिया के सामने आपबीती सुनाई। उसने कहा कि 1 जून को मेरा अपहरण किया गया। जबरन शादी कराकर 12 दिन तक बंधक बनाए रखा। 7 आरोपियों ने गैंगरेप किया। पीड़िता ने शिकायत के बावजूद पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया।
गुलाबी गैंग ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस मामले में सात लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने पुलिस पर एफआइआर दर्ज न करने का भी आरोप लगाया है। गुलाबी गैंग की सदस्य पूर्णिमा वर्मा ने बताया कि एक जून 2025 को एक आदिवासी युवती अचानक लापता हो गई थी। परिवार के लोगों ने 2 जून को देहात थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रेस कांफ्रेंस में पीडि़ता खुद भी मौजूद रही और उसने पूरी घटना की जानकारी दी।
युवती ने जिन 7 लोगों पर आरोप लगाए हैं, उनमें एक नाबालिग भी शामिल है। आरोपियों में अल्डक (40), शीतल अल्डक (25), सुनील कंटक (45), निरंजन ठाकरे (40), मनीषा ठाकरे (35), अंजू चंदेल (18), एक 16 वर्षीय नाबालिग शामिल हैं। ये सभी जिले के विभिन्न गांवों से ताल्लुक रखते हैं।
देहात थाना छिंदवाड़ा के थाना प्रभारी जीएस राजपूत ने बताया कि एक जून को युवती गुरैया के शांति वेयर हाउस में मजदूरी करने गई थी। शाम को बाजार में सामान खरीदते समय आरोपित अंजू चंदेल ने फोन कर बुलाया और फिर मोंटी के साथ जबरन दोपहिया वाहन से गुरैया देव स्थित घर ले गए।
रातभर उसे कमरे में बंद करके रखा गया। पीड़िता ने बताया कि अगले दिन आरोपित उसे मारपीट कर गाड़ी में डालकर छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मंदिर ले गए। यहां सुनील कंटक से उसका फर्जी विवाह करवाया। इसके बाद उसे घर में बंद कर मोबाइल तक जब्त कर लिया।
तीन दिन बाद की शिकायत
13 जून की रात करीब 11 बजे युवती इमलीखेड़ा थाना क्षेत्र में मिली थी। उसके साथ दो महिलाएं और एक पुरुष भी था। उन्होंने पुलिस को बताया कि गुमशुदगी की सूचना पढ़कर उन्होंने युवती को पहचाना और थाने लेकर आए हैं। तीन दिन बाद युवती ने लिखित में शिकायत दी है कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है।