श्रद्धा में मातम: कुबेरेश्वर धाम यात्रा के दौरान 7 की जान गई, कांग्रेस ने प्रशासन पर साधा निशाना, FIR की मांग तेज

सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में पं. प्रदीप मिश्रा की अगुवाई में निकली कांवड़ यात्रा में दो दिन में चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई। ढाई लाख से अधिक लोग शामिल हुए। भारी भीड़, अव्यवस्था और भगदड़ के बीच सुरक्षा सवालों के घेरे में आ गई।

श्रद्धा में मातम: कुबेरेश्वर धाम यात्रा के दौरान 7 की जान गई, कांग्रेस ने प्रशासन पर साधा निशाना, FIR की मांग तेज

सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में आयोजित कांवड़ यात्रा के दौरान तीन दिन में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई. प्रशासन ने भीड़, धक्का-मुक्की और स्वास्थ्य कारणों को वजह बताया है. वहीं, कांग्रेस ने पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजन समिति पर एफआईआर की मांग की है. प्रशासन ने आठ डीजे संचालकों पर केस दर्ज किया और जांच के आदेश दिए हैं.

मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में आए अब तक 7 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. गुरुवार को सुबह दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई. बुधवार को तीन श्रद्धालुओं की मौत हुई इससे पहले मंगलवार को दो महिला श्रद्धालुओं की भी मौत हुई थी. इस घटना को लेकर लोगों में चिंता है.

जानकारी के अनुसार, प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में 6 अगस्त को कावड़ यात्रा आयोजित की गई थी, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल हुए थे. कुबेरेश्वर धाम की कावड़ यात्रा में शामिल होने के लिए आए श्रद्धालुओं में से अब 7 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. गुरुवार को सुबह दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई. बुधवार को तीन श्रद्धालुओं की मौत हुई थी. इससे पहले मंगलवार को दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी.

कैसे हुई श्रद्धालुओं मौत?

जिला प्रशासन के मुताबिक, गुरुवार को कुबेरेश्वर धाम से एक 22 वर्षीय श्रद्धालु उपेंद्र गुप्ता पिता श्री प्रेमचंद गुप्ता का अचानक स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया युवक की मृत्यु हृदय गति रुकने के कारण हुई थी. मृतक ग्राम भोगलपुर, बड़ा टोला, तहसील पिपराइच, जिला गोरखपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला था.

गुरुवार को ही कुबेरेश्वर धाम से एक 40 वर्षीय श्रद्धालु श्री अनिल, पिता श्री महावीर का अचानक स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित किया और मृत्यु का कारण हृदय गति रुकना बताया गया. साथ ही युवक अस्थमा का मरीज था. मृतक ग्राम खेड़ा कला दिल्ली का रहने वाला था

अलग राज्यों से आए थे श्रद्धालु

वहीं बुधवार को सीहोर में कांवड़ यात्रा में शामिल हुए तीन श्रद्धालुओं का अलग-अलग समय में अलग-अलग स्थानों पर अचानक स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें तत्काल एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया था. जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों ने तीनों व्यक्तियों को मृत घोषित कर दिया. मृतकों में गुजरात के पंचावल निवासी 50 वर्षीय श्री चतुरभाई पिता भूराभाई, हरियाणा के रोहतक निवासी 65 वर्षीय श्री ईश्वर सिंह यादव पिता मवासीराम तथा छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी 57 वर्षीय श्री दिलीप सिहारी पिता शत्रुघ्न सिहारी का नाम शामिल था.

इससे पहले मंगलवार को दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. धाम में तबियत बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया था, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. श्रद्धालुओं की मौत के मामले में मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि सभी श्रद्धालुओं की मौत का कारण अलग अलग है.

घटना को लेकर कांग्रेस ने पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजन समिति पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि जब विराट कोहली पर भीड़ के चलते केस हो सकता है, तो पंडित मिश्रा पर क्यों नहीं? वहीं बीजेपी की वरिष्ठ नेता कुसुम महदेले ने भी मिश्रा को रुद्राक्ष वितरण बंद करने की सलाह दी.