मंत्री विजय शाह बोले- मजाक बना रखा है; यहां से जाओ, मेरे मुंह से अपशब्द निकल जाएंगे, शाह के सामने प्रजेंटेशन देने मैकेनिक को भेजा
रतलाम कलेक्टोरेट की जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब अक्षय ऊर्जा विभाग की ओर से प्रजेंटेशन देने के लिए एक मैकेनिक को भेज दिया गया। इस पर जिले के प्रभारी मंत्री और जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह नाराज हो गए और अधिकारियों की कार्यशैली पर कड़ी आपत्ति जताई।
मोहन सरकार के दो साल पूरे होने पर रतलाम में आयोजित जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक में उस समय हंगामा हो गया, जब अक्षय ऊर्जा विभाग ने प्रेजेंटेशन के लिए एक मैकेनिक को भेज दिया. इस पर जिला प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह नाराज हो गए और अधिकारियों की कार्यशैली पर कड़ी आपत्ति जताई.
Minister Kunwar Vijay Shah: मोहम सरकार के 2 साल पूरे होने पर रतलाम में बैठक का आयोजन किया गया था. कलेक्ट्रेट में आयोजित जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक में शामिल होने जनजातीय कार्य विभाग, भोपाल गैस राहत पुनर्वास विभाग और रतलाम जिला प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह पहुंचे. बैठक में उस वक्त हंगामे की स्थिति बन गई, जब अक्षय ऊर्जा विभाग ने प्रेजेंटेशन के लिए एक मैकेनिक को भेज दिया. इसे लेकर रतलाम जिला प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह नाराज हो गए. अधिकारियों की कार्यशौली पर नाराजगी जताते हुए आपत्ति दर्ज कराई.
मामला तब का है, जब रतलाम प्रभारी मंत्री विजय शाह जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक ले रहे थे. बैठक में ऊर्जा विभाग से जानकारी मांगी जा रही थी. लेकिन जानकारी देने पहुंचे विभागीय प्रतिनिधि के जवाब मंत्री को संतुष्ट नहीं कर पा रहे थे. काफी देर तक सवाल-जवाब चलते रहा. आखिरकार मंत्री ने सीधे सवाल पूछ लिया कि आप हैं कौन? जवाब में विभागीय प्रतिनिधि ने कहा 'मैं मैकेनिक पोस्ट पर हूं.'
जावरा विधायक ने जताई नाराजगी
बस फिर क्या था, बैठक में मौजूद अधिकारी और जनप्रतिनिधि ठहाके लगाने लगे. लेकिन यह हंसी ज्यादा देर तक नहीं चली. जावरा विधायक राजेंद्र पांडे तुरंत भड़क गए और बोले, 'ये मजाक नहीं चलेगा, विभाग को नोटिस दिया जाना चाहिए.' इसके बाद प्रभारी मंत्री विजय शाह भी गुस्से में आ गए.
आगबबूला मंत्री विजय शाह
मंत्री विजय शाह ने ऊर्जा विभाग के मैकेनिक को चुटकी बजाकर बाहर जाने को कहा और सख्त लहजे में बोले, 'मंत्री बैठक ले रहे हैं और यहां मैकेनिक खड़ा कर मजाक बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि, 'तुम जाओ यहां से नहीं तो मेरे मुंह से अपशब्द निकल जाएगा.' मंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, '35 साल से विधायक और 30 साल से मंत्री हूं, इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी'
मैकेनिक बोले- मुझे जिला अधिकारी ने भेजा मामले में मैकेनिक संतोष तंवर ने बताया कि विभागीय कार्यालय मंदसौर में है। विभाग के जिला अधिकारी राजेंद्र गोयल हैं। उनके पास 7 जिलों का प्रभार है। वे उज्जैन में बैठते हैं। संतोष तंवर ने बताया- मेरे पास रतलाम और नीमच जिले के मैकेनिक पद का प्रभार है।
शनिवार को कई स्थानों पर बैठकें थीं, इसलिए संभव है कि विभागीय अधिकारी किसी अन्य बैठक में व्यस्त रहे हों। तंवर ने कहा कि रतलाम की बैठक का पत्र मिलने के बाद विभागीय अधिकारी ने उन्हें ही बैठक में भेजा था, इस कारण वे बैठक में शामिल हुए। वहीं दैनिक भास्कर ने जब जिला अधिकारी राजेंद्र गोयल को मोबाइल पर फोन लगाया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
कई विभाग प्रमुख रहे अनुपस्थित बैठक में कलेक्टर मिशा सिंह अवकाश पर थीं। उनकी जगह प्रभारी कलेक्टर के रूप में एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव मौजूद रहीं। वन विभाग, सीएचएमओ, अक्षय ऊर्जा विभाग और डीईओ सहित कई विभागों के प्रमुख अधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे, जिससे नाराजगी और बढ़ गई।
रतलाम ग्रामीण विधायक भी बरसे रतलाम ग्रामीण विधायक ने भी अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जनजातीय विकास विभाग में मनमानी हो रही है, ग्रामीण क्षेत्रों में योजनाओं के प्रस्ताव बदले जाते हैं और अधिकारी फोन तक रिसीव नहीं करते। खाद वितरण व्यवस्था को लेकर भी उन्होंने असंतोष जताया।
अफसरों को बैठक के बाद अलग से मिलने कहा जनजातीय विकास, प्रधानमंत्री सड़क योजना और उद्योग विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को बैठक के बाद अलग से मिलने को कहा।
पत्रकारों के सवालों से बचते नजर आए मंत्री बैठक के बाद पत्रकारों ने विभाग प्रमुखों की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल किए, लेकिन मंत्री ने कहा कि जरूरी निर्देश अंदर कमरे में दे दिए गए हैं। बैठक में आलोट विधायक चिंतामणि मालवीय, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, एसपी अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ वैशाली जैन सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे
अस्पतालों में मरीजों और परिजनों से व्यवहार सुधारें बैठक में एडीएम डॉ. शालिनी श्रीवास्तव ने प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रदेश सरकार के दो साल की उपलब्धियों और जिले के विकास कार्यों की जानकारी दी। मंत्री ने प्रजेंटेशन की हार्ड कॉपी सभी सदस्यों को देने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान सीएचएमओ की गैरमौजूदगी सामने आई। मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. अनिता मूथा की मौजूदगी में मंत्री ने अस्पतालों में मरीजों और परिजनों से व्यवहार सुधारने के निर्देश दिए
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस