स्कूल संचालक ने बहू पर बनाया धर्म परिवर्तन का दबाव, अब हुई गिरफ्तारी :सेना में अफसर रही बहू ने प्रताड़ना-धर्मांतरण के लगाए आरोप; बोली- पीटा, घर से निकाला
जबलपुर के प्रसिद्ध स्कूल के मालिक, उनकी पत्नी और बेटे को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी स्कूल मालिक की बहू की शिकायत के आधार पर की गई है।

एमपी के एक प्रतिष्ठित स्कूल के संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बहू की शिकायत पर ये कार्रवाई की गई है।
मध्य प्रदेश के जबलपुर के प्रतिष्ठित जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मालिक अखिलेश मेबन, उनकी पत्नी नीनू मेबन और बेटे कैप्टन तनय मेबन को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी अखिलेश मेबन की बहू, कैप्टन आकांक्षा अरोड़ा की शिकायत के आधार पर की गई है।
जानकारी के अनुसार, तीन दिन पहले शहर के एक कैफे में जॉय स्कूल के मालिक अखिलेश मेबन के बेटे तनय मेबन ने अपनी पत्नी आकांक्षा को बुलाकर केस वापस लेने को कहा था। इसको लेकर दोनों में तकरार भी हुई थी। बहू आकांक्षा की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था। रविवार को तीनों को गिरिफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
कुछ महीनों बाद ही उसने फिर भगवान राम को लेकर विवादित पोस्ट कर दी थी। इस मामले में भी जेल जाना पड़ा। हालांकि फिर उसे जमानत मिल गई। आरोपी को रविवार को सरकारी अस्पताल में मुलाहिजा कराने पुलिस लेकर गई।
खास बात यह देखने मिली कि आरोपी पुलिस जीप से खुद उतरा और अचानक आगे जाकर उसे व्हीलचेयर पर बैठा दिया गया। महिला थाना प्रभारी भुवनेश्वरी चौहान ने बताया कि शिकायत में फरियादी ने शादी के नाम पर धर्म परिवर्तन कराने और बाद में उसे लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने की जानकारी दी है। 20 दिसंबर 2017 को तनय मेंबन से उसकी शादी ईसाई धर्म के अनुसार हुई थी। इस शर्त पर कि उसे ईसाई धर्म अपनाना होगा।
सेना की नौकरी छुड़वाने की भी कोशिश की
बताया जा रहा है कि केस वापस लेने के लिए तीन दिन पहले अखिलेश मेबन के बेटे तनय मेबन ने आकांक्षा को बातचीत के लिए बुलाया था। यह मुलाकात शहर के एक कैफे में हुई, जहां दोनों पक्षों के बीच तकरार भी हुई। आकांक्षा अरोड़ा ने यह भी आरोप लगाया है कि जॉय स्कूल के मालिक, उनकी पत्नी और बेटे ने उन्हें जबरन सेना की नौकरी छुड़वाने की कोशिश की थी।