चाइनीज मांझे से कटी गर्दन : 16 साल के मासूम की मौके पर मौत जिले में चायनीज धागे के पतंगबाजी में इस्तेमाल, भंडारण तथा विक्रय पर प्रतिबंध

इंदौर के तेजाजी नगर बायपास पर रविवार को चाइनीज मांझे से गर्दन कटने के कारण 16 वर्षीय छात्र गुलशन की दर्दनाक मौत हो गई। वह अपने दोस्तों और भाई के साथ रालामंडल से लौट रहा था। शहर में 25 नवंबर से इस मांझे पर प्रतिबंध लागू है।

चाइनीज मांझे से कटी गर्दन :  16 साल के मासूम की मौके पर मौत  जिले में चायनीज धागे के पतंगबाजी में इस्तेमाल, भंडारण तथा विक्रय पर प्रतिबंध

इंदौर में चाइनीज मांझे ने 16 साल के छात्र की जान ले ली। हादसा रविवार को तेजाजी नगर बायपास पर हुआ।

तेजाजी नगर बायपास पर रविवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें चाइनीज मांझे से गर्दन कटने के कारण 16 वर्षीय छात्र की जान चली गई। घायल छात्र को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन ज्यादा खून बहने की वजह से डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भेज दिया है और मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

रालामंडल से लौटते समय हुआ हादसा

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान ओमेक्स सिटी निवासी 16 वर्षीय गुलशन पिता रामकिशन के रूप में हुई है। गुलशन अपने भाई अरुण और दो दोस्तों, विशाल और कृष्णा, के साथ बाइक पर सवार होकर घर लौट रहा था। ये सभी रविवार सुबह रालामंडल घूमने गए थे। वापसी के दौरान रास्ते में अचानक एक पतंग का मांझा बाइक की तरफ आया और सीधे गुलशन की गर्दन में फंस गया, जिससे उसे गहरा कट लग गया।

बाइक सवार साथियों को भी लगी चोट

गुलशन के साथ बाइक पर मौजूद उसके भाई और दोस्तों ने भी मांझे को हटाने के लिए उसे पकड़ने की कोशिश की, जिससे उनके हाथों में भी चोटें आईं। हालांकि, गुलशन की गर्दन पर लगा घाव काफी गहरा था। अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसने दम तोड़ दिया। गुलशन मूल रूप से ठीकरी अशोक नगर का रहने वाला था। वह 8वीं कक्षा का छात्र था और पढ़ाई के साथ-साथ परिवार की आर्थिक मदद के लिए मजदूरी करने वाले पिता का हाथ बंटाता था।

प्रतिबंध के बावजूद हो रही बिक्री

गौरतलब है कि इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने हाल ही में 25 नवंबर को चाइनीज मांझे की खरीद-फरोख्त और भंडारण पर प्रतिबंध लगाया था। प्रशासन ने स्पष्ट किया था कि यह मांझा इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों के लिए भी जानलेवा है। इसके बावजूद शहर में इसका इस्तेमाल जारी है, जिसका नतीजा इस दुखद घटना के रूप में सामने आया है। प्रशासन ने आदेश का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।