रील विवाद के बाद युवक ने की आत्महत्या : पुलिस को 'अपशब्द' कहने वाले अभिषेक ने की आत्महत्या, सब-इंस्पेक्टर पर ₹40 हजार मांगने के आरोप
उज्जैन में अभिषेक चौहान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। परिजन का आरोप है कि पुलिस ने रुपए वसूलने और प्रताड़ना करने के कारण युवक ने यह कदम उठाया। शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया गया। पुलिस मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़ रही है, जबकि परिजन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

उज्जैन पुलिस को इंस्टाग्राम REEL के जरिए अपशब्द कहते हुए चुनौती देने वाले दो युवकों में से एक अभिषेक चौहान विराटनगर निवासी ने बुधवार सुबह अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
परिजनों का आरोप- एसआई ने 40 हजार रुपए लिए, मारपीट की, डिप्रेशन के कारण फांसी लगाई
उज्जैन। सोशल मीडिया पर पुलिस को अपशब्द कहते हुए चुनौती देने वाले युवकों में से एक ने बुधवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे नाराज परिजनों ने चिमनगंज मंडी चौराहे पर शव रखकर नारेबाजी कर चक्काजाम कर दिया। परिजनों ने चिमनगंज पुलिस पर मारपीट कर अन्य लोगों के नाम लेने का दबाव बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने एसआई पर 40 हजार रुपए लेेकर धमकाने का आरोप भी लगाया। सूचना पर जीवाजीगंज और माधवनगर सीएसपी मौके पर पहुंचीं और परिजनों को समझाइश देकर चक्काजाम खुलवाया। इसके बाद शव को पीएम के लिए चरक अस्पताल लाया गया। इस संबंध में पुलिस अफसर बयान देने से बच रहे हैं।
दरअसल, विराटनगर में रहने वाले अभिषेक चौहान ने अपने साथी विक्की राठौर के साथ इंस्टाग्राम पर करीब 1 हफ्ते पहले एक वीडियो पोस्ट किया था। वीडियो में अभिषेक चौहान पुलिस को अपशब्द कहते हुए चुनौती दे रहे थे कि यदि पुलिस उन्हें जेल भेजेगी तो उनके पिता उन्हें छुड़ा लेंगे। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने दोनों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उन्हें सबक सिखाया था जिसके बाद दोनों ने माफी मांगी और दोबारा ऐसा नहीं करने का आश्वासन भी दिया। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। डिप्रेशन के चलते बुधवार सुबह अभिषेक चौहान ने फांसी लगा ली। परिजनों ने बताया बुधवार सुबह अभिषेक उठा और परिजनों से बात की। इस बीच उसे किसी का फोन आया, वह फोन पर बात करते बाहर गया और फिर लौटकर घर के ऊपर कमरे में जाकर फांसी लगा ली। वह तीन बहनों का इकलौता भाई था। अभिषेक सरिए सेंटिंग का काम करता था।
अधिकारी बात करने से बचते रहे
इस संबंध में जब जीवाजीगंज सीएसपी पुष्पा प्रजापति से बात करने का प्रयास किया तो उनका मोबाइल नंबर स्वीच ऑफ आता रहा। चिमनगंज टीआई गजेंद्र पचौरिया ने भी कॉल रिसीव नहीं किया और थाने का नंबर भी स्वीच ऑफ का संदेश देता रहा
पुलिस पर प्रताडि़त करने और रुपए लेने के आरोप
मृतक के पिता गोवर्धन चौहान एवं अन्य परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिमनगंज थाने के चार पुलिसकर्मी उसे घर से उठाकर ले गए और फिर जमकर पीटा। इसके बाद उस पर जबर्दस्ती अन्य लोगों के नाम लेने का दबाव बनाया। परिजनों ने चिमनगंज थाने के एसआई जितेंद्र सोलंकी पर 40 हजार रुपए लेने, धमकाने का आरोप भी लगाया और कहा कि जमानत के बाद भी उसे पुलिस फिर उठा ले गई। इधर, अभिषेक के साथ रील में दिखाई देने वाले उसके दोस्त विक्की राठौर ने भी एसआई सोलंकी पर गंभीर आरोप लगाए।
उसने बताया कि एसआई ने सर्विस रिवॉल्कर दिखाकर चमकाया और हम दोनों से घर से एक-एक लाख रुपए मंगवाने को कहा। हमने कहा कि हम गरीब परिवार से हैं, इतने रुपए कहां से लाएंगे, इस पर उसने फंसाने की धमकी दी। इसके बाद मैंने भी जैसे-तैसे कर १० हजार रुपए दिए। उन्होंने हमसे माफी वाली रील बनवाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया जिसके कारण अभिषेक चौहान डिप्रेशन में आ गया और उसने फांसी लगा दी।