CM मोहन यादव की बड़ी सौगात, आयुष डॉक्टरों को समयमान वेतन की घोषणा, आयुष और पर्यटन विभाग के बीच एमओयू
MP के आयुष महाविद्यालयों में यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों के लिए नए पदों का सृजन करते हुए शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक पदों की संख्या बढ़ेगी। आयुष विभाग के चिकित्सा अधिकारियों को वरिष्ठ पद नाम और प्रथम श्रेणी में शामिल किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस आयुष डॉक्टरों के लिए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि आयुष विभाग के सभी चिकित्सा अधिकारियों को वरिष्ठ पदनाम देकर प्रथम श्रेणी का दर्जा दिया जाएगा।
MP News: प्रदेश के आयुष महाविद्यालयों में यूजी और पीजी पाठ्यक्रमों के लिए नए पदों का सृजन करते हुए शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक पदों की संख्या बढ़ेगी। आयुष विभाग के चिकित्सा अधिकारियों को वरिष्ठ पद नाम और प्रथम श्रेणी में शामिल किया जाएगा। आयुष के विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए स्वास्थ्य विभाग के समान समयमान वेतनमान लागू किया जाएगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव(CM Mohan Yadav) ने मंगलवार को राजधानी में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में की।
इससे आयुर्वेद के 1453, होम्योपैथी के वेलनेस को बढ़ावा देने सीएम डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में आयुष(AYUSH doctors) और पर्यटन विभाग के बीच एमओयू हुआ। इस दौरान आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार, मंत्री चेतन्य काश्यप, विश्वास सारंग मौजूद रहे। 228, यूनानी के 85 कुल 2698 अधिकारी लाभान्वित होंगे। इस पर राजपत्रित आयुष चिकित्सा अधिकारी संघ ने सीएम के प्रति आभार जताया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आयुष जनस्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 55 जिलों की 55 इकाइयों में प्रसार गतिविधियों, कैंसर रोगियों के लिए 'कारुण्य' कार्यक्रम और औषधि पौधों के लिए हेल्पलाईन का शुभारंभ किया। साथ ही मासिक पत्रिका मध्य हर्बल दर्पण के प्रथम अंक और जन आरोग्य की नियमावली का विमोचन किया।
प्रदेश को 12 आयुष अस्पतालों की सौगात
सीएम डॉ. यादव ने कहा आयुर्वेद दिवस पर प्रदेश के नागरिकों को 12 आयुष अस्पतालों की सौगात मिल रही है। आयुष वेलनेस टूरिज्म के तहत उज्जैन और खजुराहो में 50-50 बिस्तरों वाले दो अस्पताल खोल जा रहे हैं। साथ ही 10-10 बिस्तरों वाले छोटे अस्पताल पचमढ़ी, मंदसौर, आगर-मालवा, चित्रकूट, चंदेरी, दतिया, सिंगरौली, ओरछा, ओंकारेश्वर और आलीराजपुर में शुरू होंगे। साथ ही कैंसर मरीजों के इलाज के लिए आयुर्वेद पर आधारित एक नया जन स्वास्थ्य कार्यक्रम 'कारुण्य' भी शुरू किया जा रहा है। वर्तमान में जन स्वास्थ्य कार्यक्रम 9 आयुष महाविद्यालयों में संचालित हो रहे हैं। अब इसे प्रदेश के 51 जिलों तक बढ़ाया जा रहा है, हर जिले में एक-एक यूनिट खुलेगी।
आयुर्वेद जीवनशैली व्यक्ति को बीमार ही नहीं होने देती
इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आयुर्वेद एक ऐसी जीवनशैली है, जो व्यक्ति को बीमार ही नहीं होने देती। उन्होंने कहा कि एलोपैथी तब काम आती है जब बीमारी हो जाती है, लेकिन आयुर्वेद हमें स्वस्थ रखने में मदद करता है। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री एवं भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप, खेल एवं युवा कल्याण और सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर और संस्कृति व पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल हुए।