दिग्विजय ने सिंधिया के बेटे और भाजपा महापौर के बेटे की प्रतिभा की सराहना की
देवी अहिल्या विश्व विद्यालय सभागृह में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में मेयर के बेटे संघमित्र भार्गव ने केंद्र सरकार को घेरते हुए नाकमयाबी गिनाई थी। वे कार्यक्रम में वाद-विवाद प्रतियोगिता के विजेता के तौर पर शामिल हुए थे। जिस समय संघमित्र केंद्र सरकार की नाकामयाबी गिना रहे थे उस समय मंच पर सीएम डॉ. मोहन यादव, मेयर पुष्यमित्र भार्गव भी उपस्थित थे।

पूर्व सांसद एवं जननेता कॉमरेड होमी एफ दाजी की जन्मशताब्दी वर्ष की शुरुआत के अवसर पर आज इंदौर के गांधी हॉल प्रांगण में “भारत में समाजवाद – संभावनाएं एवं चुनौतियां” विषय पर एक स्मृति राष्ट्रीय संवाद का आयोजन किया गया।
इंदौर के गांधी हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे। पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कई विषयों पर खुलकर राय रखी।
मुख्य वक्ता के रूप में राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कई विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के पहले पत्रकारों से चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्य़मन सिंधिया के एमपीसीए के अध्यक्ष बनने पर उन्होंने कहा कि परिवारवाद तो हर जगह है। व्यापारी का बेटा व्यापार करेगा, वकील का वकील बन सकता है और नेता का नेता। इसमें बुराई क्या है। प्रतिभा है तो आप आगे जाएंगे वरना कोई आपके लिए कुछ नहीं कर पाएगा। उन्होंने हाल ही में चर्चित हुए महापौर पुष्यमित्र भार्गव के बेटे के भाषण की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि उनके बेटे संघमित्र का भाषण बेहद प्रभावशाली था। उन्होंने भाषण में सच बातें कही।
महाआर्यमन सिंधिया की सराहना
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया के एमपीसीए अध्यक्ष बनने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसमें कोई समस्या नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि योग्य व्यक्ति को अवसर मिलना चाहिए, चाहे वह परिवार से जुड़ा हो या नहीं। उनकी टिप्पणी से यह स्पष्ट हुआ कि युवा नेतृत्व और प्रतिभा पर उनका पूरा भरोसा है।
दिग्विजय सिंह ने की महापौर के बेटे की तारीफ
शुक्रवार सुबह पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने संघमित्र के भाषण के अंश को ट्विट करते हुए कहा था कि वे काफी प्रभावशाली वक्ता हैं। इसके बाद शाम को इंदौर दौरे के दौरान मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि संघमित्र ने काफी प्रभावी तरीके से अपनी बात रखी और जो उन्होंने कहा और तथ्य रखे मैं उन दोनों से सहमत हूं।
यह है मामला
गुरुवार को देवी अहिल्या विश्व विद्यालय सभागृह में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में महापौर पुष्यमित्र भार्गव के बेटे संघमित्र भार्गव ने केंद्र सरकार को घेरते हुए केंद्र की नाकमयाबी गिनाई थी। वे कार्यक्रम में वाद-विवाद प्रतियोगिता के विजेता के बतौर शामिल हुए थे। जिस समय संघमित्र केंद्र सरकार की नाकामयाबी गिना रहे थे उस समय मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी उपस्थित थे
केंद्र सरकार पर दागे थे कई सवाल
संघमित्र ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे। उन्होंने कहा था कि सरकार ने बुलेट ट्रेन का सपना दिखाते हुए कहा था कि वर्ष 2022 तक अहमदाबाद से मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन चलेगी। बुलेट ट्रेन तो नहीं चली लेकिन वादाखिलाफ की रफ्तार जरूर बढ़ गई। पिछले 10 वर्ष में 20 हजार लोग ट्रेन हादसों में जान गवा चुके हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंच से ही संघमित्र की प्रशंसा करते हुए कहा था कि उनके भाषण में बताए कुछ आंकड़ों में सुधार की आवश्यकता है।
दिग्विजय सिंह ने इस संवाद में यह संदेश दिया कि राजनीति और नेतृत्व में प्रतिभा को महत्व दिया जाना चाहिए, न कि केवल परिवार या संबंधों को। उनके विचारों ने युवा नेताओं और उपस्थित जनता में सकारात्मक संदेश छोड़ा। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने भी उनकी टिप्पणियों का स्वागत किया और इसे समाजवादी विचारों को बढ़ावा देने वाला महत्वपूर्ण मंच माना।