सीएम मोहन यादव का केजरीवाल पर वार कहा,कलंकी है केजरीवाल, किसी CM ने नहीं की ऐसी बेशर्मी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कलंकी बताया है। सोमवार को सीएम हाउस में आयोजित वैदिक घड़ी के अनावरण समारोह में बोल रहे थे। जेल में रहते हुए मुख्यमंत्री बने रहने की जिद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे आदमी को डूब मरना चाहिए।

"कलंकी है केजरीवाल, किसी भी सीएम ने नहीं दिखाई ऐसी बेशर्मी: मोहन यादव"
"पीएम मोदी ने ध्वस्त किया केजरीवाल का घमंड, सीएम मोहन यादव का वार"
"लालू-राबड़ी ने भी संकट में छोड़ा था पद, लेकिन केजरीवाल ने नहीं: मोहन यादव"
"सीएम का पद बेशर्मी से चलाया केजरीवाल ने: मोहन यादव का बड़ा हमला"
भोपाल: सीएम मोहन यादव ने सीएम हाउस में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का अनावरण किया है। यह घड़ी सूर्योदय से सूर्यास्त तक समय की गणना करेगी। वहीं, सीएम मोहन यादव ने कहा कि रात 12 बजे दिन बदलने का कोई मतलब नहीं है। कार्यक्रम में उन्होंने घड़ी से जुड़े मोबाइल ऐप का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर कई मंत्री और विधायक मौजूद थे। यह घड़ी काल गणना पर आधारित है। साथ ही दुनिया को भारत की अच्छाइयों को दिखाएगी।
इस मोके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्हें "कलंकी" बताया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जेल जाने के बाद भी सीएम पद न छोड़कर बेशर्मी दिखाई जबकि लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और शिबू सोरेन जैसे नेताओं ने संकट के समय पद त्याग दिया था। यादव ने दावा किया कि केजरीवाल का घमंड पीएम मोदी ने ध्वस्त किया।
मुख्यमंत्री ने ऐसी बेशर्मी नहीं दिखाई'
उन्होंने कहा कि 30 दिन से ज्यादा समय जेल में बंद रहने पर कोई भी संवैधानिक पद छोड़ने का नियम होने के बावजूद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री का पद बेशर्मी से चलाया था। लालू, राबड़ी से लेकर शिबू सोरेन तक किसी भी मुख्यमंत्री ने ऐसी बेशर्मी नहीं दिखाई। जब ऐसा हुआ तो उन्होंने सीएम का पद छोड़ दिया। अगर अपने कर्मों के कारण जेल जाते हो और बाद में कहते हो कि कानून में कहां लिखा है कि इस्तीफा देना चाहिए।
ऐसे आदमी को तो डूब मरना चाहिए'
सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जैसा इतना पवित्र पद, जिसे डीजी से लेकर पूरा राज्य सलाम करता है और आप उसी के बंदीखाने में पड़े हुए हो और फिर कहते हो कि कहां लिखा है। ऐसे आदमी को तो डूब मरना चाहिए। केजरीवाल तो बहुत पढ़े लिखे थे, बहुत ज्ञानी थे। जानें क्या-क्या कहते थे, झाड़ू लेकर आए थे, स्वच्छता लेकर आएंगे।