क्या दो कदमों से गति पकड़ेगी अर्थव्यवस्था ॽ
विजया पाठक पिछले दिनों में मोदी सरकार के लिये आर्थिक क्षेत्र से सरोकार रखने वाली दो खबरें सामने आयीं। पहली खबर आरबीआई की तरफ से आयी तो दूसरी मोदी सरकार ने खुद पहल करके आर्थिक मंदी से जूझ रहे देश को कुछ हद तक उबारने की कोशिश की है। पहली खबर पर बात करें तो, रिजर्व बैंक ने जालान कमिटी की सिफारिशें मानते हुए सरकार को 1.76 लाख करोड़ रुपये का फंड ट्रांसफर करने का फैसला किया है। आरबीआई वित्त वर्ष 2018-19 के लिए सरकार को यह राशि देगी। पिछले साल सरकार और रिजर्व बैंक में इस बात पर विवाद हुआ था कि RBI के पास कितना रिजर्व होना चाहिए। सरकार कह रही थी कि RBI के पास कुल ऐसेट का लगभग 26% रिजर्व है, जबकि ग्लोबल स्टैंडर्ड लगभग 16% है। केंद्र चाहता था कि RBI के पास पड़ा जो ऐक्सेस रिजर्व है, उसे सरकार के हवाले कर दिया जाए। आरबीआई से मिली इस राशि से सरकार कुछ हद तक सुस्ता पड़ी अर्थव्यटवस्थाि को सुधार सकती है। आरबीआई के इस फैसले के बाद क