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Showing posts from May, 2020

सूरत : टेक्सटाइल मार्केट में अनगिनत रोजगार के अवसर

गुजरात के श्रम और रोजगार विभाग की पुस्तकों में पंजीकृत चार लाख से अधिक शिक्षित और अर्ध-शिक्षित बेरोजगारों के लिए सूरत के कपड़ा क्षेत्र में तत्काल रोजगार के सुनहरे अवसर पैदा हुए हैं। यदि वे चाहते हैं तो वे “न मामा से काना मामा से बेहतर” वाली कहावत का पालन करके इस नौकरी को प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान में, अकेले कपड़ा बाजार में 10,000 से अधिक नौकरियां उपलब्ध हैं, जबकि बुनाई, कढ़ाई और मिलों में लगभग 9 लाख जगह खाली हैं। जिसमें सूरत शहर-जिले के कुछ लोग जो वर्तमान में काम नहीं कर रहे हैं, उनकी क्षमता के अनुसार व्यवस्था की जा सकती है या यहां तक ​​कि काम करने वाले वर्ग को इस काम में सीखने के साथ काम दिया जा सकता है। करीब 10,000 लोगों को कपड़ा बाजार में तुरंत मिल सकती है नौकरी, सूरत से 14 लाख से अधिक श्रमिक और अन्य प्रांतों से रोजगार पाने वाले परिवार कोरोन महामारी के डर और लॉकडाउन के कारण रोजगार के नुकसान के कारण अब तक अपने-अपने क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। अब लॉकडाउन -4 में राहत के साथ और सरकार ने नौकरियों को खोलने के लिए हरी झंडी दे दी है, सूरत के मुख्य व्यवसाय कपड़ा क्षेत्र में श्रमिकों और

आराम से जाओ और जल्दी वापस आओ' सोनू सूद ने यह कहकर लोगों को किया विदा

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मुंबई : कोरोना संकट (Coronavirus) काल में अगर कोई बॉलीवुड सेलिब्रिटी इन दिनों असल हीरो बनकर उभरा है तो वह हैं सोनू सूद. सोनू सूद की इन दिनों हर तरफ तारीफ हो रही है. सोशल मीडिया पर सोनू सूद इन दिनों छाए हुए हैं. लॉकडाउन के बीच अपने गांव-शहर से दूर अन्य राज्यों में मुश्किलों का सामना कर रहे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचा कर सोनू सूद (Sonu Sood) ने जो काम किया है, उसके बाद वह रियल लाइफ हीरो बनकर उभरे हैं. इस बीच सोनू सूद का एक और वीडियो सोशल मीडिया में छाया हुआ है, जिसमें वह अपने घर जा रहे लोगों से मिलते और उनका हाल-चाल पूछते नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही एक्टर उनसे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की बात भी कह रहे हैं. सोनू सूद का यह वीडियो सेलिब्रिटी फोटोग्राफर विरल भयानी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है, जिसमें सोनू सूद अपने-अपने घर जा रहे प्रवासी मजदूरों से मिलते और उनका हाल चाल लेते दिख रहे हैं. वीडियो में एक्टर मुंह पर मास्क लगाए और हैंड ग्लब्ज में दिखाई दे रहे हैं. उनके साथ नीति गोयल भी दिखाई दे रही हैं. जो इस नेक काम में एक्टर का साथ दे रही हैं. एक्टर का यह वीड

कल से रेलवे चलाएगी 200 नई ट्रेन, एक दिन में 1.45 लाख से ज्यादा लोग करेंगे यात्रा

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कोरोना लॉकडाउन के कारण थम चुकी रेलवे अब रफ्तार धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है। लंबी दूरी के लिए एसी स्पेशल ट्रेन चलाने के बाद अब रेलवे कल से पैसेंजर ट्रेनें चलाने जा रही है। एक जून से देश में करीब 200 पैसेंजर ट्रेन यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाएगी। रेलवे के मुताबिक, पहले ही दिन से करीब एक लाख 45 हजार यात्री यात्रा करेंगे। आज सुबह नौ बजे तक 25 लाख 82 हजार 671 यात्रियों ने बुकिंग कराई है। पैसेंजर ट्रेन चलाने से पहले रेलवे तैयारी में जुट गई है। हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली और नई दिल्ली स्टेशन पर यात्रियों की एंट्री और एक्जिट के लिए दिशानिर्देश तय किए गए हैं।रेलवे ने कहा कि लगभग 26 लाख यात्रियों ने एक जून से 30 जून तक विशेष ट्रेनों से यात्रा के लिए टिकट की बुकिंग कराई है। ये सेवाएं 12 मई से संचालित हो रही श्रमिक विशेष ट्रेनों और 30 वातानुकूलित ट्रेनों के अलावा हैं। रेलवे ने कहा कि यात्रियों को प्रस्थान से कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा और जिन लोगों के पास कंफर्म या आरएसी टिकट होंगे, उन्हें ही स्टेशन के भीतर जाने और ट्रेनों में सवार होने की अनुमति दी जायेगी।   केन्द्रीय गृह मंत्रालय

जिला अस्पताल रायसेन में स्थापित की जा रही ट्रूनॉट मशीन लैब। कोरोना वायरस की जांच में आएगी तेज़ी। जिला क्षय एवं एड्स अधिकारी व बीएमओ अरविंद सिंह चौहान ने दी जानकारी।

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औबेदुल्लागंज(सं):-जिला अस्पताल रायसेन में कोरोना वायरस की जांच के लिए ट्रुनाट मशीन लगाई जाने वाली है। इस मशीन से कोरोना वायरस की जांच महज दो घंटे पच्चीस मिनट में ही हो जाएगी।जिला क्षय एवं एड्स अधिकारी व ओगंज बीएमओ डॉ अरविंद सिंह चौहान ने यह नवीन जानकारी देकर बताया कि,अभी कोरोना जांच हेतु सैम्पल्स भोपाल भेजे जाते हैं जहां एक रिपोर्ट की जांच होने में आठ घंटे से ज़्यादा का वक़्त लगता है एवं रिपोर्ट के लिए एक से दो दिन इंतज़ार भी करना पड़ता है।ट्रुनाट मशीन के रायसेन जिले में आने से जांच रिपोर्ट की पेंडेंसी खत्म हो जाएगी एवं मरीज़ों को तत्काल उपचार लाभ दिया जा सकेगा।ज्ञात हो,उक्त मशीन से कोरोना वायरस की जांच हेतु इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च से मंजूरी के बाद,जिले में युद्धस्तर पर कार्यकर इस मशीन को लगाया जा रहा है।जिसके लिए अलग कमरा बनकर तैयार है।साथ ही लैब टेक्नीशियन हेतु अलग कक्ष,बायो मेडिकल वेस्ट संधारण हेतु कार्य आदि पूर्ण हो चुके है। जल्द ही मशीन इनस्टॉल कर जांच कार्य प्रारंभ कर दिए जाएंगे।उक्त मशीन को सेंट्रल टीबी डिवीज़न द्वारा जिला क्षय केंद्र रायसेन को दी गयी थी,जिसे मुख्य चिकित्सा एवं

ओगंज टीआई मनोज दुबे, थाने के अपने प्रभार से हुए मुक्त। सामाजिक लोगों ने शॉल व भगवान गणेश का चित्र भेंट किया।

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औबेदुल्लागंज(सं):-नगर औबेदुल्लागंज थाना प्रभारी टीआई मनोज दुबे कल थाने के अपने प्रभार से मुक्त हुए।नगर के समाजसेवी युवाओं ने कल टीआई महोदय का नगर से प्रस्थान करने से पूर्व भगवान गणेश के चित्र व साल देकर सम्मान किया।टीआई श्री दुबे के बारे में नगर के समाजसेवी अंकित माहेश्वरी ने बताया कि,श्री दुबे नगर के कर्मठ व ईमानदारी छवि के अधिकारी थे।जिन्होंने कोरोना की इस विषम परिस्थितियों में डटकर सामना किया व कानून व्यवस्था बनाई रखी।श्री दुबे नगर के हमारे सामाजिक कार्यो में भी सहयोग व बढ़कर हिस्सा लेते थे।उन्होंने भोजपुर रक्तदान मंच शिविर में अपना रक्तदान किया और लोगों को प्रेरित भी किया।वह गरीबों की सहायता एवं उनका हक दिलाने वाले मे महत्वपूर्ण कार्य अपनी सेवा के दौरान करते रहे।आपको बता दे श्री दुबे का स्थानांतरण बरेली थाने में किया गया है। विदाई के समय नगर के कई लोग मौजूद रहे।इनमें अंकित महेश्वरी के साथ, वासु शर्मा,कपिल यादव प्रवीण गौर, यशवंत चौरे ओर साथीगण मौजूद रहे।

छत्तीसगढ़ विकास की आधार शिला के सूत्रधार अजीत जोगी , छत्तीसगढ़ के निर्माता थे अजीत जोगी

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छत्तीसगढ़ के निर्माता और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी अब हमारे बीच नहीं है l भारतीय प्रशासनिक सेवा की नौकरी छोड़कर राजनीति की दहलीज पर पांव रखकर मुख्यमंत्री पद तक का सफर तय किया l राजनीति के इस सफ़रनामे में उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे l राजनीतिक सामाजिक और पारिवारिक मुसीबतों ने अजीत जोगी को अपने सफरनामा में कभी विचलित नहीं होने दिया आज हम जिस छत्तीसगढ़ की उज्जवल तस्वीर देख रहे हैं उसकी नींव एक जमाने में जोगी जी ने हीं रखी थी l उनके प्रयासों से हीं प्रदेश का गठन हुआ l प्रशासनिक अधिकारी होने के बावजूद उनमें सर्वमान्य नेता होने के सारे गुण मौजूद थे l यहीं कारण था कि वह आदिवासी नेताओं में प्रमुख माने जाने लगे l मैं अजीत जोगी जी को बहुत करीब से जानती थी l जब से वह छत्तीसगढ़ के सीएम बने तब से मेरे उनसे मधुर संबंध थे l तब से ही जब भी मेरा छत्तीसगढ़ प्रवास होता था जोगी जी से मुलाकात जरूर होती थी l ये समय निकालकर हमेशा मौजूदा राजनीति पर चर्चा करते थे l उनमें मैंने एक बात देखी है l उनमें लोगों को प्रभावित करने की अद्भुत क्षमता थी l उनसे एक बार मिलने के बाद लोग प्रभावित होते थे l मौजूदा प

ऐसे ही नहीं हो जायेंगे “आत्मनिर्भर”

प्रधानमंत्री ने ‘आत्मनिर्भरता’ व ‘वोकल फॉर लोकल’ का संदेश दे दिया। जब इसकी हकीकत पर विचार करते है तो पता लगता है हम बहुत कुछ आयात करते हैं| कई जरूरी चीजें तो कहाँ-कहाँ से आयात नहीं कर रहे हैं। इस आयात के मामले में चीन पर हमारी निर्भरता 14 प्रतिशत से कुछ ज्यादा ही है। दवाई उद्योग, मोटर गाड़ी के कल-पुर्जे, बिजली के उपकरण, सौर ऊर्जा उद्योग और खिलौना उद्योग के लिए हम चीन पर ही निर्भर है। रसायन व उर्वरक मंत्रालय के अनुसार, भारत दवा के लिए जितना कच्चा माल यानी एपीआई दूसरे देशों से मंगवाता है, उसका दो-तिहाई चीन से आता है। इसके अलावा, हम करीब 60 प्रतिशत चिकित्सा उपकरण चीन से आयात करते हैं। मोबाइल उद्योग में इस्तेमाल होने वाले 88 प्रतिशत कल-पुर्जे भी चीन जैसे देशों से आते हैं। हालांकि, रत्न और आभूषण, भारी मशीनें, प्लास्टिक, वनस्पति तेल जैसे उत्पादों के लिए हम क्रमश: संयुक्त अरब अमीरात, जापान, दक्षिण कोरिया और मलेशिया पर निर्भर हैं। जाहिर है, ‘आत्मनिर्भरता’ व ‘वोकल फॉर लोकल’ की राह में कई चुनौतियां हैं। सबसे पहले तो हमें आयातित उत्पादों का देशज विकल्प ढूंढ़ना होगा। यदि आत्मनिर्भरता की ओर हमें बढ़ना

केजरीवाल सरकार की केंद्र से गुहार- सैलरी देने को पैसे नहीं, 5 हजार करोड़ की तुरंत करें मदद

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नई दिल्ली कोरोना वायरस संकट के बीच दिल्ली सरकार ने केंद्र से 5 हजार करोड़ रुपये की मदद मांगी है। कहा गया है कि उनके पास स्टाफ को सैलरी देने तक के पैसे नहीं हैं, इसलिए पैसा जल्द से जल्द दिया जाना चाहिए। सिसोदिया ने यह बात प्रेस कॉन्फ्रेंस और ट्वीट दोनों के जरिए कही। वह बोले कि मैंने केंद्रीय वित्त मंत्री को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के लिए 5 हजार करोड़ रुपए की राशि की मांग की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मदद के लिए ट्वीट किया है। सिसोदिया के मुताबिक, कोरोना और फिर लॉकडाउन की वजह से दिल्ली सरकार का टैक्स कलेक्शन करीब 85% नीचे चल रहा है। इसलिए इस मदद की जरूरत है। यह भी कहा गया कि केंद्र की ओर से बाकी राज्यों को जारी आपदा राहत कोष से भी कोई राशि दिल्ली को नहीं मिली है।सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली सरकार के राजस्व का रिव्यू किया है। अभी दिल्ली सरकार को सैलरी देने व जरूरी खर्चों के लिए 3500 करोड़ रुपये की जरूरत है। अभी तक कुल 1735 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है, जबकि अभी तक 7000 करोड़ रुपये का राजस्व आना था। केंद्र से तुरंत राहत के तौर पर कर्मचारियों की सैलरी व ज

कल से धीरे-धीरे खुलेगा देश, कहां-कितनी छूट

कोरोना वायरस के बढते संक्रमण के बीच देश को फिर से पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार ने 68 दिनों के लॉकडाउन के बाद चरणबद्ध तरीके से बंदिशें हटाने की घोषणा की है. 30 जून तक चलने वाले लॉकडाउन-5.0 के दौरान पाबंदियां सिर्फ कंटेनमेंट जोन में नजर आएंगी. अन्य जगहों पर सभी गतिविधियां चरणबद्ध तरीके से शुरू करने का काम सरकार करेगी. एक जून से पूरे देश में कहीं भी लोग आने जाने के लिए स्वतंत्र हो जाएंगे. इसके लिए किसी पास या मंजूरी लोगों को नहीं लेनी होगी. अनलॉक-1 के पहले चरण में केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार आठ जून से सभी धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट और शॉपिंग मॉल खुल सकेंगे कर्फ्यू का समय रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक केंद्रीय गृह मंत्रालय के जारी दिशा-निर्देश में कर्फ्यू का समय भी बदल कर रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक कर दिया गया है. इस दौरान आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा देशभर में अन्य लोगों के बाहर निकलने पर पाबंदी होगी. दिशा-निर्देशों के मुताबिक एक जून से राज्य के भीतर या राज्यों के बीच लोगों की आवाजाही या सामानों के परिवहन पर किसी तरह की पाबंदी नहीं होगी. आठ जून

जानिए Unlock1 में क्या नहीं खुला है

  नई दिल्ली: केंद्र ने कंटोनमेंट जोन में कोरोनोवायरस लॉकडाउन को 30 जून बढ़ा दिया है. लॉकडाउन के पांचवें चरण को सरकार ने अनलॉक 1 (Unlock1) नाम दिया है. जिससे की व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को धीरे धीरे कोरोनावायरस संकट से बाहर लाया जा सके. सरकार ने कहा है कि कंटोनमेंट जोन के बाहर कुछ सेवाओं को छोड़कर (अंतर्राष्ट्रीय उडा़ने और जिम) चरणबद्ध तरीके से शुरू किए जाएंगे.  आपको बताते हैं कि कि सेवाओं और स्थानों की अनुमति नहीं है या उनके लिए कोई निर्णय लिया जाना अभी बाकी है: स्कूल, कॉलेज, शैक्षिक, प्रशिक्षण और कोचिंग संस्थान। सरकार ने कहा कि वह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से परामर्श करने के बाद जुलाई में फैसला लेगी. सरकार ने कहा कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश भी स्कूल स्तर पर अभिभावकों से परामर्श कर सकते हैं कि क्या स्कूल फिर से खुल सकते हैं.  अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें, गृह मंत्रालय द्वारा अनुमति के अलावा. मेट्रो रेल सिनेमा हॉल, जिम, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार और ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल और इसी तरह के स्थान.  सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, धार्मिक कार्य और अ

अब रात 9 बजे से लगेगा नाइट कर्फ्यू, बाजार खुलने का समय बढ़ा

नई दिल्ली. गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने लॉकडाउन के पांचवें चरण के लिए गाइडलाइंस जारी कर दिया है. मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस (MHA Guidlines) के अनुसार, 1 जून से 30 जून तक केवल कंटेनमेंट ज़ोन (Containment Zone) में ही लॉकडाउन लागू किया जाएगा. इसके अलावा, क्रमबद्ध तरीके से आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी. मंत्रालय ने बताया कि अब नाइट कर्फ्यू (Night Curfew Timing) का समय रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक के लिए ही होगा. पहले यह समय शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक था. 9 बजे तक खुल सकेंगे बाजार गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार अब बाजार खुलने और बंद होने का समय भी बढ़ जाएगा. लॉकडाउन के चौथे चरण तक बाजार खुलने का समय शाम 7 बजे तक ही था, लेकिन अब यह दो घंटे और बढ़कर 9 बजे तक हो गया है. हालांकि, मंत्रालय ने बताया कि किसी जरूरी सेवा या इमरजेंसी की स्थिति में स्थानीय प्रशासन 9 बजे के बाद भी आवाजाही की अनुमति दे सकता है. 8 जून से रेस्टोरेंट और शॉपिंग मॉल खोलने की अनुमति 8 जून से अनलॉक फेज़ 1 लागू होगा. इसमें सभी तरह के धार्मिक स्थलों को आम लोगों के ​लिए खोला जाएगा. मंत्रालय ने बत

1 जून से पूरा देश होगा अनलॉक, इस मामले में बिल्कुल अलग है Lockdown 5.0

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते सरकर ने देशभर में लॉकडाउन दो 30 जून तक बढ़ा दिया है. लेकिन इस बीच धीरे-धीरे लॉकडाउन को हटाया जाएगा. इसके तहत 8 जून से रेस्टोरेंट और मॉल भी खोले जा रहे हैं. व​हीं पहले चरण में धार्मिक स्थलों भी शर्तों के साथ खोला जाएगा. स्कूल, कॉलेज और इंस्टीट्यूट्स को भी खोला जाएगा, लेकिन ये फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा गया है.  लॉकडाउन 5.0 को अनलॉक 1 नाम दिया गया है और इसे तीन चरणों में बांटा गया है. इस लॉकडाउन की सबसे खास बात यह है कि इसमें पूरे देश में आने जाने की पाबंदी हटा ली गई है. देशभर में कहीं आने जाने पर रोक नहीं होगी. एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए पास की जरूरत नहीं होगी. हालांकि लॉकडाउन में 5.0 में कई तरह की पाबंदियां भी रखी गई हैं. इसके तहत देशभर में राजनीतिक रैलियों पर रोक रहेगी. सिनेमा हॉल, ​स्वीमिंग पूल और जिम पर पाबंदी रहेगी. विदेश यात्रा पर भी पाबंदी जारी रहेगी.सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना जरूरी होगा. साथ ही शादी समारोह में 50 लोग ही शामिल हो सकेंगे और अंतिम संस्कार में 20 लोग. दुकानों पर सिर्फ 5 लोग एक साथ सामान ले सकेंगे.लॉकडाउन तीन चरणों म

भाजयुमो ने केंद्र सरकार के एक साल पूर्ण होने पर बांटे मास्क।

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औबेदुल्लागंज(सं):- भारतीय जनता युवा मोर्चा औबेदुल्लागंज द्वारा केंद्र सरकार के 1 वर्ष पूर्ण होने पर मंडल केंद्र पर नगर के नागरि को मास्क एवम सैनिटाइजर का वितरण किया गया।इस मौके पर भाजयुमो के जिला महामंत्री डॉ भूपेन्द्र नागर,भाजयुमो मंडल अध्यक्ष दीपू परमार,भाजपा मंडल अध्यक्ष सोनू चौकसे, युवा नेता कोमल सिंह चौहान,उमाशंकर गौर, अखिलेश नागर, योगेश श्रीवास्तव, इंगलेश यादव,ललित सोनी,रजनीकांत नागर आदि उपस्थित रहे।

मध्य प्रदेश में 15 जून तक लॉकडाउन बढ़ा, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया एलान

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भोपाल: मध्य प्रदेश में लॉकडाउन 15 दिन और बढ़ेगा. राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका एलान किया है. यानी राज्य में अब लॉकडाउन-5 लागू होगा. देश में लागू लॉकडाउन-4 का कल आखिरी दिन है. इस बीच मध्य प्रदेश के सीएम ने राज्य में इसे बढ़ाने का एलान कर दिया है पूरी तरह से सभी चीजों को नहीं खोल सकते- शिवराज सिंह चौहान राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम फिलहाल पूरी तरह से सभी चीजों को नहीं खोल सकते हैं. उन्होंने कहा, ''लॉकडाउन की तारीख हम 15 जून तक बढ़ाने वाले हैं. पूरी तरह से हम सभी चीजों को नहीं खोल सकते हैं क्योंकि हमें कोरोना वायरस से निपटना है.'' मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का मौजूदा आंकड़ा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के अब तक 7645 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. वहीं इस वायरस से अब तक 334 लोगों की मौत हो चुकी है. इलाज के बाद 4269 लोग रिकवर हुए हैं.    

यूपीः लॉकडाउन से बेरोजगार हुआ तो ट्रेन से कटा शख्स, सुसाइड नोट में लिखा दर्द

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भानू की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें उसने लिखा है कि राशन की दुकान से उसको गेहूं चावल तो मिल जाता था लेकिन इतना काफी नहीं था. शक्कर, चायपत्ती, दाल, सब्जी, मसाले जैसी रोजमर्रा की चींजे अब परचून वाला भी उधार नहीं देता है. लॉकडाउन की वजह से चली गई थी मजदूर की नौकरीमृतक भानू की जेब से बरामद हुआ एक सुसाइड नोट लखीमपुर खीरी जिले में मैगलगंज थाना क्षेत्र के कस्बे में लॉकडाउन में बेरोजगार हुए युवक ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली. मृतक का नाम भानू प्रताप गुप्ता है. मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें उसने अपनी गरीबी और बेरोजगारी का जिक्र किया है. यहीं नहीं सुसाइड नोट में उसने ये तक कहा कि हम इतनी गरीबी झेल रहे हैं कि मेरे मरने के बाद मेरे अंतिम संस्कार भर का भी पैसा मेरे परिवार के पास नहीं है. भानू मैगलगंज के रहने वाला था और शाहजहांपुर में एक होटल पर काम करता था. लॉकडाउन के बाद से भानू लम्बे समय से घर पर ही था. भानू की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. इन दिनों घर में न खाने को कुछ था, न ही अपने और अपनी बूढ़ी मां के इलाज के लिए पैसे थे. दोनों लोग ही सांस की बीमारी से जूझ रहे

मंडी अधिकारी कर्मचारीयो ने शासन के विरोध मे बांधी हाथों में काली पट्टी। नये कृषि मंडी अधिनियम में संशोधन की कर रहे मांग।

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औबैदुल्लागंज (संवाददाता)-कृषि उपज मंडी समिति ओबैदुल्लागंज के अधिकारी /कर्मचारीयों ने अपने हाथों में काली पट्टी लगाकर काम करना शुरू कर दिया है। इसके पूर्व इनके द्वारा मध्य प्रदेश कृषि उपज मंडी अधिनियम (संशोधन) अध्यादेश 2020 को समाप्त करने के संबंध में एक प्रार्थना पत्र , प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड भोपाल को प्रेषित कर , प्रार्थना पत्र की प्रतिलिपि प्रमुख सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मध्य प्रदेश भोपाल को , जिला कलेक्टर महोदय रायसेन , अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) गोहरगंज को 8 मई को प्रेषित किया गया था । किंतु शासन द्वारा आज दिनांक तक अधिकारी व कर्मचारियों को उनके वेतन भत्ते , पेंशन एवं अन्य परीलाभों का भुगतान शासन स्तर से कराए जाने के संबंध में नीति निर्धारित निश्चित किए जाने का स्पष्ट प्रावधान नहीं किया गया है और राजपत्र को निष्प्रभावी घोषित कराने के संबंध में कोई भी आवश्यक कार्यवाही नहीं की गई है ।इस कारण संयुक्त संघर्ष मोर्चा मध्यप्रदेश मंडी बोर्ड भोपाल के आवाहन पर प्रदेश की अन्य मंडियों के अधिकारी कर्मचारियों के साथ-साथ कृषि उपज मंडी समिति ओबैदुल्लागंज के समस्त अधिकारी कर्मचारी

ब्लॉक औबेदुल्लागंज के फीवर क्लिनिक से 5 कोरोना संदिग्धों के सेम्पल भोपाल भेजे गए। 26 फीवर क्लीनिक ने जिलेभर में चालू।

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औबेदुल्लागंज(सं):-रायसेन जिले में 26 फीवर क्लीनिक ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया है, जिनमें लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। फीवर क्लीनिक के माध्यम से नागरिकों के लिए स्वास्थ्य जाँच एवं उपचार और आसान हुआ है।बीएमओ डॉ अरविंद सिंह चौहान ने बताया, इन फीवर क्लीनिक में कोई भी व्यक्ति जाकर आसानी से स्वास्थ्य जाँच करवा सकता है तथा चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर सकता है। जिले से जारी निर्देश के तहत सभी शासकीय एवं अनुबंधित चिकित्सालयों में कोरोना की नि:शुल्क जाँच व उपचार की सुविधा पूर्ववत जारी रहेगी। यह फीवर क्लीनिक शासकीय एवं निजी दोनों होंगी।जिले में अभी 26 फीवर क्लीनिक प्रारंभ किए गए है। इनमें औबेदुल्लागंज में फीवर क्लीनिक के लिए डॉ अरविंद सिंह व गौहरगंज में डॉ सुभी मिश्रा इसकी प्रमुख है।आज ब्लॉक ओबेदुल्लागंज अंतर्गत, संचालित फीवर क्लीनिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओबेदुल्लागंज एवं सिविल अस्पताल मंडीदीप से 5 कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के सैंपल , जांच हेतु भोपाल मेमोरियल अस्पताल भोपाल भेजे गए है। मंडीदीप से 3 और ओबेदुल्लागंज से 2 सैंपल भेजे गए।इन सभी संदिग्ध मरीजों को कोविड केयर सेंटर

अजीत जोगी : डीएम से सीएम का सफर

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छ. ग. : भारतीय प्रशासनिक सेवा की अपनी प्रतिष्ठित नौकरी छोड़कर राजनीति में आए अजीत प्रमोद कुमार जोगी जिलाधिकारी से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने वाले संभवत: अकेले शख्स थे। छत्तीसगढ़ में बिलासपुर जिले के एक गांव में शिक्षक माता पिता के घर पैदा हुए जोगी को अपनी इस उपलब्धि पर काफी गर्व था और जब तब मौका मिलने पर अपने मित्रों के बीच वह इसका जिक्र जरूर करते थे।करीब दो दशक पहले अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ राज्य का पहला मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल करने वाले जोगी का शुक्रवार को निधन हो गया। वह 74 वर्ष के थे। कुछ दिन पहले ही उन्हें हृदयाघात के बाद रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था।राजनीति में आने से पहले और बाद में भी लगातार किसी न किसी से वजह से हमेशा विवादों में रहे जोगी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से बहुत प्रभावित थे और पत्रकारों तथा अपने नजदीकी मित्रों के बीच अक्सर एक किस्सा दोहराते थे। उनकी इस पसंदीदा कहानी के मुताबिक अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रोबेशनर अधिकारी के तौर पर जब उनका बैच तत्कालीन प्रधानमंत्री से मिला तो एक सवाल के जवाब में इंदिरा गांधी ने कहा, ‘‘भारत में

लॉकडाउन देश के सिर्फ 13 शहरों तक रह सकता है सीमित, खुल सकते हैं होटल और मॉल्स

नई दिल्ली केंद्र सरकार एक नई गाइडलाइंस पर काम कर रही है, जिसके तहत 1 जून से देश के ज्यादातर हिस्सों से लॉकडाउन की पाबंदियां खत्म कर दी जाएंगी। अधिकारियों ने हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि देश के 13 शहरों को छोड़कर बाकी सभी हिस्सों से पाबंदियों को हटाया जा सकता है। होटलों, मॉल्स और रेस्ट्रॉन्ट्स को भी 1 जून से खोलने की इजाजत दी जा सकती है।31 मई को जारी हो सकती हैं नई गाइडलाइंस गुरुवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने नई गाइडलाइंस को लेकर मंथन किया। 31 मई को अगले 15 दिनों के लिए देशभर में लागू किए जाने वाले दिशानिर्देशों को जारी किया जा सकता है। इन 13 शहरों में पाबंदियां रह सकती हैं बरकरार इन 13 शहरों- दिल्ली, मुंबई, चेन्नै, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता/हावड़ा, इंदौर, जयपुर, जोधपुर, चेंगलपट्टु और तिरुवलुर में पाबंदियों को आगे भी जारी रखा जा सकता है। चरणबद्ध तरीके से खोले जाएंगे होटल होटल, मॉल्स, रेस्ट्रॉन्ट्स को 1 जून से खोलने की इजाजत दी जा सकती ह

भारतीय अर्थव्यवस्था- 11 साल में निम्न स्तर पर धड़ाम विकास दर

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 वैश्विक महामारी कोरोना से अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई है l जिसका जीता जागता प्रमाण है, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की ओर शुक्रवार को जारी किए आंकड़ों में कहा गया कि, 2018-19 में 6.1% की तुलना में 2019-20 के दौरान सकल घरेलू उत्पाद में 4.2% वृद्धि अनुमानित की गई है। मंत्रायलय ने जारी बयान में कहा कि, जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 3.1 प्रतिशत रहा है। जबकि अनुमान 2.2 प्रतिशत का था। इसी तरह ग्रास वैल्यू एडेड (जीवीए) 3.9 प्रतिशत रहा है जबकि इसका अनुमान 4.3 प्रतिशत का था। 8 बुनियादी क्षेत्रों यानी कोर सेक्टर के उत्पादन में रिकॉर्ड गिरावट वहीं अप्रैल 2020 में 8 बुनियादी क्षेत्रों यानी कोर सेक्टर के उत्पादन में रिकॉर्ड गिरावट आई है। कोर सेक्टर ग्रोथ में अप्रैल में 38.1 फीसदी घटी है। कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्ट्री ने शुक्रवार को आंकड़े जारी किए हैं। देशभर में कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन की वजह से कोयला, सीमेंट, स्टील, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी, क्रूड ऑयल आदि के ग्रोथ में काफी कमी देखी गई है। इससे पहले मार्च 2020 में आठ कोर सेक्टर के उत्पादन में 9 फ

5 जून को लगने वाला है चंद्र ग्रहण, जानें क्या होगा आपकी राशि पर असर

5 जून को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह उपच्छाया ग्रहण होगा जो भारत में दिखाई नहीं देगा और इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा. यह ग्रहण 5 जून को रात 11 बजकर 15 मिनट पर लगेगा जो 6 जून की सुबह 2 बजकर 34 मिनट पर खत्म होगा. ज्योतिष के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव हर राशि पर पड़ता है.इस समय 6 ग्रह वक्री चल रहे हैं. राहु- केतु के अलावा इस समय शनि, बृहस्पति, शुक्र और प्लूटो ये चारों ग्रह भी वक्री चल रहे हैं. ये चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि पर पड़ने वाला है. ज्योतिर्विद श्रुति द्विवेदी से जानते हैं कि इस चंद्र ग्रहण का सभी राशियों पर क्या असर पड़ेगा मेष- परिवार के सदस्यों की सेहत पर ध्यान दें. मन में कई तरह के तनाव आ सकते हैं लेकिन आपको वाद-विवाद से दूर रहना है. मकान और घर को लेकर समस्याएं आ सकती हैं और निर्णय लेने में कुछ कठिनाई आ सकती है. इस दौरान आपको खुद को संभाल कर रखना है. ग्रहण काल में मंत्र का जाप कर अपने राशि के स्वामी मंगल को प्रबल करें. ग्रहण काल खत्म होने के बाद किसी गरीब व्यक्ति को गुड़ और चावल का दान करें. वृषभ- इस ग्रहण का असर आपके रिश्तों पर पड़ेगा और आपका कोई संबंध अचानक खत्म हो सकता है. किस

ममता सरकार का बड़ा फैसला, बंगाल में दी सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत

कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शुक्रवार को सभी धार्मिक स्‍थलों को खोलने की मंजूरी दे दी है. मुख्‍यमंत्री का आदेश एक जून से प्रभावी हो जाएगा. राज्‍य में सभी पूजा स्थल, मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा को खोलने की मंजूरी दे दी गई है. हालांकि धार्मिक स्‍थलों में किसी भी तरह की सभा का आयोजन नहीं होगा. इसके लिए सरकार ने कुछ नियम भी तय किए हैं. सभी धार्मिक स्थलों को पहले सैनेटाइज किया जाएगा और एक बार में 10 से अधिक लोग एकत्र नहीं हो सकेंगे.सरकारी और निजी दफ्तर 8 जून से खुलेंगे इसके साथ ही ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में 8 जून से सभी कर्मचारियों के काम पर लौटने का भी ऐलान किया है. उन्‍होंने कहा कि 8 जून से 100 प्रतिशत क्षमता के साथ सभी सरकारी और निजी दफ्तर खुल जाएंगे. चाय व जूट उद्योग भी एक जून से 100 फीसदी कामगारों के साथ खुल जाएंगे. हालांकि स्‍कूल अभी जून महीने तक बंद रहेंगे. 'कोरोना एक्सप्रेस' ट्रेन चला रही रेलवे: ममता बनर्जी इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल पिछले दो महीने में कोविड-19 को फैलने से रोकने में सफल रहा था,

दो हफ्ते और बढ़ सकता है Lockdown, पीएम मोदी और अमित शाह के बीच हुई चर्चा

  नई दिल्ली: प्रवासी मजदूरों की आवाजाही के साथ देश के कई राज्यों में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए लॉकडाउन का बढ़ना तय माना जा रहा है. कई राज्य लॉकडाउन को दो सप्ताह बढ़ाने के पक्ष में हैं. इसमें ज्यादातर बीजेपी शासित राज्य हैं. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत 15 दिनों के लिए लॉकडाउन बढ़ाना चाहते हैं. इन मसलों को लेकर शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नई दिल्ली स्थित आवास, सात लोक कल्याण मार्ग जाकर उनसे मुलाकात की. इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिले सुझावों को प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखा. सूत्रों का कहना है कि राज्यों की मांग पर कुछ अधिक छूट के साथ लॉकडाउन 5.0 लागू करने की तैयारी है.  शाह ने इसके एक दिन पहले गुरुवार को सुबह से लेकर शाम तक सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से टेलीफोन पर चर्चा की थी. उन्होंने बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अलग से भी बात की थी. बातचीत का मुख्य विषय था कि लॉकडाउन 4.0 कितना सफल रहा है और राज्य आगे के लिए क्या चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि ज्यादातर मुख्यमंत्रिय

11 साल के निचले स्‍तर पर देश की GDP, इकोनॉमी में 2009 की मंदी जैसा माहौल

वित्त वर्ष 2019-20 की जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़े जारीवित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी ग्रोथ 4.2 फीसदी पर रही साल 2009 की बात है, कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार दोबारा सत्ता में आई थी. इसी साल वित्त वर्ष 2008-09 के जीडीपी आंकड़े जारी किए गए. इन आंकड़ों से पता चला कि वित्त वर्ष 2008-09 (अप्रैल से मार्च ) में देश की जीडीपी यानी विकास दर 3.09 फीसदी रही. जीडीपी के इन आंकड़ों पर वैश्‍विक मंदी का साया था.   दरअसल, साल 2008 में दुनियाभर में मंदी छाई हुई थी. इस मंदी ने भारतीय इकोनॉमी को भी प्रभावित किया. इसका असर जीडीपी आंकड़ों पर देखने को मिला.आज करीब 11 साल बाद देश की जीडीपी एक बार फिर उसी स्‍तर के करीब जा पहुंची है. दरअसल, वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी की ग्रोथ 4.2 फीसदी पर रही. यह करीब 11 साल का निचला स्‍तर है. इससे पहले 2008- 09 में जीडीपी ग्रोथ इस स्‍तर तक पहुंची थी इन 11 साल में जीडीपी के चाल की बात करें तो ग्रोथ का सबसे उच्‍चतम स्‍तर वित्त वर्ष 2016-17 में रहा. इस वित्त वर्ष में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 8.25 फीसदी पर रही. हालांकि, इसके बाद के 3 वित्त वर्ष में लगातार गिरावट का दौर देखने

नई दिल्ली: शुक्रवार को दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई. भूकंप के झटकों को महसूस कर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. रात करीब 9:08 बजे यह झटके महसूस किए गए.एनसीआर क्षेत्र नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम में झटके महसूस किए गए. हरियाणा और पंजाब में भी इसका असर देखा गया.

दिल्ली-एनसीआर में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 4.6 मापी गई तीव्रतानई दिल्ली: शुक्रवार को दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई. भूकंप के झटकों को महसूस कर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. रात करीब 9:08 बजे यह झटके महसूस किए गए.एनसीआर क्षेत्र नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम में झटके महसूस किए गए. हरियाणा और पंजाब में भी इसका असर देखा गया.भूकंप का केंद्र हरियाणा के रोहतक को बताया गया है. गौरतलब हैै कि कोरोना वायरस की महामारी के कारण 25 मार्च से देश में लॉकडाउन लागू किया है, उसके बाद से देश की राजधानी और इसके आसपास के क्षेत्रों में दो-तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. भूकंप के कारण जान-माल के नुकसान की कोई सूचना अभी नहीं मिली है.

लॉकडाउन 5.0 पर मंथन शुरू, पीएम मोदी और अमित शाह की बैठक जारी

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लॉकडाउन के पांचवें चरण पर मंथन शुरू हो गया है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक हो रही है। इससे पहले शाह ने गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की थी। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री को वह मुख्यमंत्रियों की राय से अवगत कराएंगे।लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई को खत्म हो रहा है। ऐसे में गृह मंत्री ने गुरुवार शाम को सभी मुख्यमंत्रियों के साथ फोन पर बातचीत करके उनसे लॉकडाउन के विषय में राय मांगी। सूत्रों के अनुसार शाह ने उनसे जानना चाहा कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए या नहीं।    राज्यों की चिंताओं को सुना शाह ने अर्थव्यवस्था को खोलने और विभिन्न राज्यों की आशंकाओं और चिंताओं को सुना। पश्चिम बंगाल जैसे राज्य श्रमिक ट्रेनों की शुरुआत होने पर बड़े पैमाने पर प्रवासियों को लेकर चिंतित थे। जब भी लॉकडाउन की अवधि खत्म होने वाली होती है तब आमतौर पर प्रधानमंत्री सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक करते हैं। लेकिन फिलहाल ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है।   हालांकि, 31 मई को पीएम मोदी मन की बात में द

पुलिस महकमे में थाना प्रभारी का हुआ ट्रांसफर। थानों की हुई अदला-बदली।

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औबेदुल्लागंज टीआई मनोज दुबे बरेली में,बरेली टीआई कुंवर सिंह मुकाती संभालेंगे औबैदुल्लागंज थाना।   औबेदुल्लागंज (संवाददाता) नगर के पुलिस थाना प्रभारी मनोज दुबे का स्थानांतरण ,जिले के ही पुलिस थाना बरेली में हो गया है ,इनकी जगह अब यहां पूर्व में रहे टीआई कुंवर सिंह मुकाती अपना कार्यभार संभालेंगे ,जो कि विगत 1 वर्ष से जिले के पुलिस थाना बरेली में अपनी सेवाएं दे रहे थे ,यह आदेश जिला पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला द्वारा दिए गए हैं । टीआई मनोज दुबे के 1 वर्ष के कार्यकाल की नगर के सामाजिक कार्यकर्ताओं , जनप्रतिनिधियों , पत्रकारों ने ह्रदय से सराहना की है , इस समय चल रहे लांकडाउन के समय में भी प्रशासन के आदेशों की पालना करते हुए पुलिस के जवानों ने दिनरात मेहनत की है। सौम्या व्यवहार के टीआई श्री दुबे इसके पूर्व उज्जैन में 4 वर्ष , विदिशा व मंडीदीप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं । अब औबेदुल्लागंज थाना प्रभारी का कार्यभार दूसरी बार टीआई कुंअर सिंह मुकाती संभालेंगे। श्री मुकाती बरेली थाना में एक वर्ष के अतिरिक्त भोपाल ,विदिशा , राजनांदगांव , होशंगाबाद जिले में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं ।

किसानों को धान रोपाई की उन्नत तकनीक का दिया गया डेमो।मजदूर न मिलने पर किसान कर सकते है इस तकनीक का उपयोग। कृषि अधिकारी डीएस भदौरिया के निर्देशन में हुआ डेमो।

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औबेदुल्लागंज(सं):- औबेदुल्लागंज विकासखंड के बडे भूमि जोतदार किसान जो धान की फसल लगाने के लिए, बड़ी संख्या में श्रमिकों का उपयोग अपनी धान रोपाई हेतु के लिए करते है।  ऐसे सभी बड़ी जोतदार किसानों के लिए इस नई तकनीक का डेमो किसानों को दिया गया।ज्ञात हो,इस वर्ष कोरोना संकट के चलते जो मजदूरों का पलायन हुआ है,संभव है इससे धान रोपाई हेतु मजदूर आने की सम्भावना कम है।मजदूरों के न मिलने से फसल के उत्पादन पर भी असर देखने को मिल सकता है।इस मजदूर संकट को देखते हुऐ किसान भाई इस विधि को अपना सकते है।वरिष्ठ कृषि विस्तारअधिकारी डीएस भदौरिया ने जानकारी देकर बताया कि, किसान को रोपा तैयार करने की जानकारी हमारे द्वारा खेत पर दी गई।इस विधि में खेत का समतल होना जरूरी है एवं पेही प्लान्टर नामक यंत्र द्वारा रोपाई को आसान तरीके से किया जा सकता है।इसमें अच्छा बीज तैयार कर उसे उपचारित कर प्लेट पर महीन मिट्टी व कैंचुआ खाद या कम्पोस्ट खाद का उपयोग कर नर्सरी तैयार की जाती है।इस तकनीक का प्रदर्शन महेन्द्रा एजेन्सी कंपनी के श्री हजेला के सहयोग से इसका आयोजन किया गया,जिसमें बड़ी संख्या में उन्नत किसानों ने भाग लिया।      

लॉकडाउन -31 मई के बाद की रणनीति पर मंथन जारी

31 मई को खत्म होगी लॉकडाउन 4 की अवधिअमित शाह ने मुख्यमंत्रियों के साथ किया मंथन देश में कोरोना वायरस के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. अबतक कुल केस की संख्या डेढ़ लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है. इस बीच लॉकडाउन 4.0 की अवधि भी 31 मई को पूरे होने वाली है. ऐसे में अब हर किसी के मन में यही सवाल है कि 1 जून से क्या होगा. क्या लॉकडाउन 5.0 आएगा या फिर पूरी तरह से छूट मिल जाएगी. इसी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मुख्यमंत्रियों संग मंथन भी किया. जिस तरह से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, उससे देखते हुए लॉकडाउन का लॉक पूरी तरह खुलना मुश्किल दिख रहा है. गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की. लॉकडाउन 4 के हालात की समीक्षा हुई. गृहमंत्री ने राज्यों से लॉकडाउन 5 को लेकर उनकी राय जानी, आगे के प्लान पर बातचीत हुई. कई राज्यों ने अभी से ही अपने राज्य में लॉकडाउन या फिर सख्ती को आगे तक के लिए बढ़ा दिया है. इसके अलावा कैबिनेट सेक्रेटरी ने भी गुरुवार को राज्यों के सचिवों और सबसे प्रभावित जिलों के अधिकारियों के साथ लॉकडाउन और कोरोना के संकट पर मंथन किया

देश के कई हिस्सों में आज आंधी-बारिश का अनुमान, 1 जून को दस्तक देगा मॉनसून!

कई राज्यों में अगले दो दिनों तक बारिश के आसारपहाड़ी इलाकों में भी आंधी और बारिश की संभावना दिल्ली समेत उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में गुरुवार को हुई हल्की बारिश से झुलसा देने वाली गर्मी से राहत मिली. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली और पश्चिम बंगाल समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में गरज के साथ आंधी-तूफान आने और हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वानुमान लगाया है कि उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के मैदानी इलाकों में गर्मी शुक्रवार से और कम होगी. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो दिन तक पश्चिम बंगाल में बारिश और तेज हवाएं चलने का बृहस्पतिवार को अनुमान जताया. मॉनसून की आहट, 1 जून को टकराएगा इस बीच मॉनसून के आहट का भी अहसास होने लगा है. मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात की स्थिति बनने की वजह से दक्षिण पश्चिम मॉनसून केरल में 1 जून को दस्तक दे सकता है. आमतौर पर भी मॉनसून केरल में एक जून को दस्तक दे देता है. बहरहाल, बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात की स्थिति बनने के

प्रवासी मजदूरों से ट्रेन-बस का किराया ना लिया जाये, घर पहुंचने तक का किराया राज्य सरकार दे : सुप्रीम कोर्ट

नयी दिल्ली : कोविड-19 महामारी के कारण पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा का स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को निर्देश दिया कि इन श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए उनसे ट्रेन या बसों का किराया नहीं लिया जाये और इसका खर्च राज्य वहन करे. यात्रा के दौरान इन प्रवासी कामगारों को स्टेशनों पर राज्य और रास्ते में रेलवे को भोजन उपलब्ध कराना होगा. शीर्ष अदालत ने अपने अंतरिम निर्देश में कहा कि ट्रेन या बसों में चढ़ने से लेकर घर पहुंचने तक इन सभी प्रवासी कामगारों को खाना संबंधित राज्य और केंद्रशासित प्रदेश सरकारें उपलब्ध करायें.   न्यायालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे अपने यहां फंसे प्रवासी मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए स्थान और अवधि को प्रचारित करें.न्यायमूर्ति अशोक भूषण, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने कहा कि जिस राज्य से मजदूर चलेंगे वहां स्टेशन पर उन्हें खाना और पानी मुहैया कराने की जिम्मेदारी संबंधित प्रदेश सरकार की होगी जबकि ट्रेन में सफर के दौरान इसे रेलवे को उपलब्ध कराना होगा.पीठ ने यह भी कहा कि बसों में यात्

बाबरी नाम की कोई चीज नहीं अयोध्या में, अगर होती तो यहां न बनता राम मंदिर: विनय कटियार

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बीजेपी नेता विनय कटियार (Vinay Katiyar) ने कहा कि कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया है. जमीन के समतलीकरण के दरमियान सबूत निकल रहे हैं. ये सबूत रो-रोकर कह रहे हैं वे राम मंदिर के अवशेष हैं. उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला शिरोधार्य है. अब बस केवल एक चीज बाकी है. मथुरा और काशी की तरफ देखें लेकिन कब देखा जायेगा? यह भगवान मालिक है. अयोध्या. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के फायर ब्रांड नेता और पूर्व सांसद विनय कटियार (Vinay Katiyar) ने गुरुवार को सीबीआई कोर्ट (CBI Court) में पेशी के लिए जाते समय कहा कि अयोध्या (Ayodhya) में बाबरी नाम की कोई चीज नहीं है. अगर होती तो यहां पर राम मंदिर (Ram Mandir) नहीं बनता. उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि रामलला की है. साढ़े तीन लाख हिंदुओं ने इसके लिए बलिदान दिया है. इसे बाबरी नहीं कहा जा सकता. इसे राम जन्मभूमि बोलिए. विनय कटियार ने कहा कि कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया है. जमीन के समतलीकरण के दरमियान सबूत निकल रहे हैं. ये सबूत रो-रोकर कह रहे हैं वे राम मंदिर के अवशेष हैं. उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला शिरोधार्य है. अब बस केवल एक चीज बाकी है. मथुरा और काशी की त

स्वतंत्र वीर सावरकर की जयंती मनाई,छात्रों ने किया याद।

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औबेदुल्लागंज(सं):-भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा महावीर कॉलोनी में तथा वीर सावरकर शासकीय महाविद्यालय औबेदुल्लागंज में छात्रों द्वारा वीर सावरकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें जयंती के अवसर पर याद किया गया।इन्हें याद करने वालों में वीर सावरकर शासकीय महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा के युवा नेता डॉ भूपेंद्र नागर,महाविद्यालय के ही पूर्व अध्यक्ष रामकिशोर नंदवंशी,युवा मोर्चा मण्डल अध्यक्ष दीपू परमार,छात्र नेता अमित साहू, कोमल सिंह चौहान, अमित नागर मोनी, विशाल मांझी आदि उपस्थित थे।वही महाविद्यालय के छात्र शक्ति ने अमित साहू के नेतृत्व में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए महाविद्यालय प्रांगण में वीर सावरकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की है।

मण्डीदीप में जल आपूर्ति व्यवस्था सुधारने हेतु एआईडीवायओ संगठन ने सीएमओ मंडीदीप को सौंपा ज्ञापन

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औबेदुल्लागंज(सं):-नगर मंडीदीप में चल रही पानी की विकराल समस्या को लेकर ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ ऑर्गेनाइजेशन(ए आई डी वाई ओ)के द्वारा एक ज्ञापन नगर पालिका सीएमओ को दिया गया,ज्ञापन देने के बाद संगठन के प्रभारी शिवनारायण सेन ने बताया कि आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस कोविड - 19 की वैश्विक महामारी से जूझ रही है और लाखों लोग इस महामारी से जान गंवा चुके है । हमारे देश मे भी यह वायरस तेजी से फैल रहा है। फिर भी हमारा नगर अभी तुलनात्मक दृष्टि से सुरक्षित है लेकिन यह कब तक सुरक्षित रह पायेगा यह कहना मुश्किल है,क्योंकि इस वायरस से बचने के लिए स्वच्छता तथा सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान देना आवश्यक है। ऐसे में नगर की जलापूर्ति बाधित हो जाने से ये दोनों ही जरूरी उपाय करना दूभर हो रहे हैं। पानी के अभाव में एक ओर तो स्वच्छता का पालन नहीं हो पा रहा है वहीं दूसरी ओर हेण्डपंपों पर भीड़ लगने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल भी नहीं रखा जा रहा है। ज्ञापन देने वालों में संगठन के नारायण सेन , दीपक साहू ,लोकेश्वर के साथ साथ कई आम नागरिक भी सम्मिलित हुए । ज्ञापन देते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा खयाल कार्यकर्ताओं द

*सोनू सूद -फिलमी जगत का खलनायक रियल लाईफ में मजदूूूरो का नायक * कौन कहता है आसमां मै छेद नहीं होता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो!

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सोनू सूद (जन्म 30 जु लाई 1973, मोगा, पंजाब में) एक भारतीय मॉडल और अभिनेता हैं जो हिन्दी, तेलुगू कन्नड़ और तमिल फ़िल्मों में अभिनय करते हैं। वो मिस्टर इंडिया प्रतियोगिता के प्रतियोगी भी रहे हैं, वो अपोलो टायर्स, एयरटेल आदि विज्ञापनों में भी काम करते हैं।टॉलीवुड फ़िल्मों में वो फ़िल्म अरुंधति (2009) में प्रतिपक्षी पसुपति के अभिनय के लिए जाने जाते है   - मज़दूरों के मसीहा बने सोनू सूद बोले, जिन लोगों को घर भेजा, नम थीं उनकी आंखे   सोनू सूद ने कहा कि, "जिन मजदूरों को हमने सड़कों पर छोड़ दिया. वो वे लोग हैं, जिन्होंने हमारे घर बनाए, जिन्होंने हमारे लिए सड़कों का निर्माण किया परिवार से मिली मदद की सीख : सोनू सूद 'मुझे लगा कि इन्हें ऐसे नहीं छोड़ सकते. हमें इनके लिए कुछ करना चाहिए' महाराष्ट्र समेत कई सरकारों से मंजूरी ली : सूद कोरोना महामारी के बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद निरंतर प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनकी इस पहल की काफी तारीफ भी हो रही है. लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूर काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इन परेशानियों के बीच कई लोग उनकी मदद को आगे आए है

लोगों को कर्ज नहीं, पैसे की जरूरत, 6 महीने तक गरीबों को आर्थिक मदद दे सरकार -राहुल गांधी

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कोरोना वायरस महामारी के बीच कांग्रेस पार्टी लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है. गुरुवार को कांग्रेस की ओर से ऑनलाइन कैंपेन चलाया जा रहा है, जिसे स्पीक अप इंडिया नाम दिया गया है. इसी कार्यक्रम के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक वीडियो संदेश जारी किया है. राहुल गांधी ने इस संदेश में कहा, ‘कोविड के कारण देश में आज एक तूफान आया है, गरीब जनता को चोट लगी है. मजदूरों को भूखा-प्यासा सड़कों पर चलना पड़ रहा है. छोटे कारोबार रीढ़ की हड्डी हैं, जो बंद हो रहे हैं. ऐसे में आज हिंदुस्तान के लोगों को कर्ज की जरूरत नहीं है, बल्कि पैसे की जरूरत है. राहुल गांधी ने कहा कि मुश्किल के इस समय में कांग्रेस पार्टी सरकार से आज चार मांग करती हैं • हर गरीब परिवार के खाते में 7500 रुपये प्रति महीना 6 महीने तक दिया जाए. • मनरेगा को सौ दिन की बजाय दो सौ दिन तक किया जाए. • छोटे कारोबारियों के लिए एक पैकेज का ऐलान किया जाए. • घर लौटते हुए मजदूरों को सुविधा दी जाए. राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर इस तरह का वीडियो डाला. प्रियंका ने कहा कि आज गरीब मजदूर मुश्किल में

नाहर कंपनी मंडीदीप के श्रमिकों का भुगतान में नया पेंच। कांग्रेस के युवा नेता परेश नागर ने श्रमिकों के हक उठा रहे आवाज़।

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  औबेदुल्लागंज(सं):-नेशनल हाइवे पर सिमराई गांव के पास स्थित नहार कंपनी मंडीदीप के सामने कंपनी श्रमिको का प्रदर्शन जारी रहा। औबेदुल्लागंज के युवा नेता व कांग्रेस पार्टी के जिला प्रवक्ता परेश नागर ने कंपनी के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों के हक में उनकी आवाज़ बुलंद किये हुए है।श्रमिकों के लगातार प्रदर्शन को देखते हुये।प्रशासन हरकत में आया।नाहर फैक्ट्री में मजदूरों की पेंमेंट को लेकर श्रम अधिकारी श्री खिंची के साथ, गौहरगंज तहसीलदार सर,मंडीदीप पुलिस प्रशासन,एवं नाहर कंपनी के प्रबंधक के बीच कई दौर की वार्ता हुई।इस वार्ता में श्रमिकों के पक्ष में खड़े कांग्रेस के युवा नेता परेश नागर ने बताया कि,कंपनी के प्रबंधक ने लिखित में मजदूरों की पेंमेंट को लेकर आदेश दिए है।कंपनी अप्रैल माह का पेंमेंट श्रमिकों को नही दे रही थी।जिसके बदले कंपनी 2500 रुपए एडवांस में देने का बोल रही थी,जिससे कंपनी मजदूरों की आगामी महीने की पेंमेंट में से ये पैसा काट लेती लेकिन कल के हमारे प्रदर्शन के चलते कंपनी ने अपना निर्णय बदला और लिखित में ये आदेश दिया है कि, ये 2500 रूपए अप्रैल माह में जो मजदूर काम करने नही आये है उन

होटल खुलवाने ,होटल मालिको ने,एसडीएम के नाम उप तहसील कार्यालय में दिया ज्ञापन । लॉकडाउन के कारण आर्थिक परेशानी का कर रहे सामना।

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औबैदुल्लागंज (संवाददाता) नगर के होटल मालिकों ने अनुविभागीय अधिकारी गौहरगंज के नाम एक ज्ञापन नायब तहसीलदार कार्यालय में सौंपा। सौपे गए ज्ञापन मैं होटल व्यवसायियों ने लाकडाउन के चलते अपने परिवार की परेशानी ,और हौटलों पर काम करने वाले कर्मचारियों की परेशानी को देखते हुए शासन से मांग की है कि, नगर में होटलों को प्रात: 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक प्रतिदिन खोलने की अनुमति प्रदान करें । इस अवसर पर नगर के होटल संचालक रोबिन अग्रवाल , घासीराम साहू , तेजमल यादव , बबलू कहार , ओमकार यादव , विजय यादव , गुलाब यादव , रजनीश धाडी़ , रुपेश लोधी , लोटू लोधी आदि सहित बड़ी संख्या में नगर के होटल संचालक उपस्थित थे।

मोदी सरकार 2.0: आर्थिक भ्रम, लगातार जारी आर्थिक संकट और अब आत्मनिर्भरता की चाह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपने पिछले कार्यकाल के अंतिम दिनों में थे, तब से ही देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतरनी शुरू हो चुकी थी. जीडीपी का आंकड़ा गिरता जा रहा था. भ्रम की स्थिति थी. उनके सत्ता में आने के बाद साल भर अर्थव्यवस्था हिचकोले खाती रही. तभी कोरोना जैसा बड़ा संकट आ गया. एक साल पहले जब पीएम मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार का गठन हुआ तो देश की अर्थव्यवस्था के सामने कई तरह की चुनौतियां थीं.मोदी सरकार 2.0 के एक साल में अर्थव्यवस्था की हालत खराबजीडीपी से लेकर निवेश तक गिरता रहा, बेरोजगारी चरम परअब कोरोना जैसा महासंकट अर्थव्यवस्था को गर्त में ले जाएगा एक साल पहले जब पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार का गठन हुआ तो देश की अर्थव्यवस्था के सामने कई तरह की चुनौतियां थीं. प्रधानमंत्री मोदी जब अपने पिछले कार्यकाल के अंतिम दिनों में थे, तब से ही देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतरनी शुरू हो चुकी थी. जीडीपी का आंकड़ा गिरता जा रहा था. भ्रम की स्थिति थी. उनके सत्ता में आने के बाद साल भर अर्थव्यवस्था हिचकोले खाती रही. तभी कोरोना जैसा बड़ा संकट आ गया, इस घने अंधेरे में पुराना दा

कोरोनावायरस मरीज़ों का आंकड़ा 1,58,000 के पार, पिछले 24 घंटे में 6,566 नए मामले, 194 की मौत

नई दिल्ली: Coronavirus Cases in India: दुनियाभर के देशों के साथ-साथ भारत में भी कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. देश में कोरोना (Covid-19) संक्रमितों का कुल आंकड़ा डेढ़ लाख के पार पर पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से आज जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस मरीज़ों की कुल संख्या 1,58,333 हो गई है और जबकि इस वायरस से अब तक 4,531 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 6,566 नए मामले सामने आए हैं और 194 लोगों की जान गई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि 67,692 मरीज़ कोरोना को मात देने में कामयाब हुए हैं. रिकवरी रेट 42.75 प्रतिशत पर पहुंच गया है.  महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना के मामले- महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से 97 मौतें होने की जानकारी मंगलवार को सामने आयी जो कि एक दिन में सबसे अधिक है और 2,091 नये मामले भी सामने आए. यह जानकारी एक स्वास्थ्य अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि इसमें से 39 मौतें अकेले मुम्बई शहर में हुई हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 1,792 हो गई जब

टिड्डी दल के प्रकोप पर योगी सरकार का बड़ा फैसला, राज्य स्तरीय आपदा राहत दल का गठन

लखनऊ. पाकिस्तान (Pakistan) से आए टिड्डी दल (Locusts) का प्रकोप उत्तर प्रदेश के भी सीमावर्ती जिलों में देखा जा रहा है. मामले में गंभीरता दिखाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार की तरफ से टिड्डी दल के नियंत्रण को लेकर कृषि निदेशालय स्तर पर एक आपदा राहत दल (Disaster Relief Team) का गठन किया गया है. इस आपदा राहत दल में उप कृषि निदेशक अध्यक्ष होंगे, वहीं दो सहायक निदेशक सदस्य और सचिव होंगे. ये आपदा राहत टीम पूरे प्रदेश में पर्यवेक्षण करेगी. जिला स्तर पर भी गठित होगा आपदा राहत दल प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने इस संबंध में सभी ज़िलाधिकारियों को पत्र लिखा है. आपदा राहत दल टिड्डी दल के प्रकोप से सुरक्षा के रोकथाम के लिए समुचित कार्रवाई करेगा. इसके अलावा जनपद स्तर पर भी आपदा राहत दल का गठन किया जाएगा. इस दल में जनपद में मुख्य विकास अधिकारी दल के अध्यक्ष होंगे, वहीं ज़िला कृषि अधिकारी और उप कृषि निदेशक सदस्य होंगे. ये टीम जनपद स्तर पर टिड्डियों से राहत और समुचित कार्यवाही का ज़िम्मा उठाएगी. कई जिले हैं प्रभावित बता दें टिड्डियों के आतंक से यूपी के कई जिले प

जुलाई में चरम पर होगा कोरोना का संक्रमण, भारत में हो सकती है 18 हजार लोगों की मौत : रिपोर्ट

बेंगलुरु : भारत में जुलाई माह की शुरुआत में कोविड-19 के मामले चरम पर पहुंचने की आशंका है और इस वैश्विक महामारी के कारण भारत में 18,000 लोग जान गंवा सकते हैं. एक महामारी एवं लोक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने यह कहा है. सेंटर फॉर कंट्रोल ऑफ क्रॉनिक कंडिशन्स (सीसीसीसी) के निदेशक प्रो डी. प्रभाकरण ने कहा कि देश में यह महामारी बढ़ने की दिशा में है. प्रभाकरण ब्रिटेन में लंदन स्कूल ऑफ हाइजिन ऐंड ट्रॉपिकल मेडिसिन में महामारी विज्ञान विभाग में प्रोफेसर भी हैं. महामारी विशेषज्ञ ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के सर्वाधिक मामले जुलाई में सामने आ सकते हैं. उन्होंने बुधवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि यह विभिन्न शोधों के आधार पर और अन्य देशों में इस महामारी के बढ़ने और घटने का आकलन पर आधारित है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां चार से छह लाख मामले संक्रमण के हो सकते हैं और औसत मृत्यु दर तीन फीसदी रह सकती है, जो (भारत में कोविड-19 के कारण मौत) करीब 12,000-18,000 होगी. प्रभाकरण ने कहा कि सीमित डेटा को देखने पर ऐसा लगता है कि यहां मृत्युदर कम है लेकिन क्या वास्तव में ऐसा है, यह तो महामारी के खत्म होने पर ही पता चल पा

31 मई के बाद 2 हफ्ते के लिए बढ़ सकता है लॉकडाउन

नई दिल्ली. केंद्र सरकार 31 मई के बाद दो हफ्ते के लिए फिर से लॉकडाउन (Lockdown) बढ़ा सकती है. कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण की गति को कम करने के लिए बढ़ाए जाने वाले इस लॉकडाउन का स्वरूप अलग हो सकता है और इसमें पहले के मुकाबले अधिक ढील दी जा सकती है. गृह मंत्रालय (Home Ministry) के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन का अगले चरण की भावना पहले जैसे लॉकडाउन की तरह नहीं होगी और ज्यादातर फोकस 11 शहरों पर होगा जहां देश के कोविड -19 (Covid-19) के 70 प्रतिशत मामले हैं. इन शहरों में छह बड़े महानगर दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद और कोलकाता हैं. इसके अलावा इसमें पुणे, ठाणे, जयपुर, सूरत और इंदौर भी शामिल हैं. धार्मिक स्थलों पर राज्य कर सकेंगे फैसला सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक 11 शहरों और नगर निकायों में कंटेनमेंट जोन घटाए जा सकते हैं. लॉकडाउन के चौथे चरण की घोषणा से पहले 30 कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे जिनकी संख्या इस बार कम हो सकती है. राज्यों को धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला करने की स्वतंत्रता होगी. हालांकि किसी भी तरह के आयोजन या पर्व मनाने की अनुमति नहीं होगी भारत म

नाहर कंपनी मंडीदीप द्वारा नहीं किया जा रहा श्रमिकों का भुगतान।

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कांग्रेस के युवा नेता परेश नागर ने श्रमिकों के हक में उठाई आवाज़। कई बार कंपनी गेट के सामने किया श्रमिकों ने प्रदर्शन। औबेदुल्लागंज (सं):-विगत दिनों से नेशनल हाइवे के सिमराई गांव के पास स्थित नहार कंपनी मंडीदीप के सामने कंपनी श्रमिको द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा।श्रमिको ने भुगतान के लिए कई बार कंपनी के गेट पर प्रदर्शन किया।लॉक डाउन के समय में भी कंपनी द्वारा श्रमिकों से कार्य करवाया गया।इस प्रदर्शन के समय नगर औबेदुल्लागंज के युवा नेता व कांग्रेस पार्टी के जिला प्रवक्ता परेश नागर ने कंपनी के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों के हक में उनकी आवाज़ बुलंद की उनके साथ खड़े नजर आए।उन्होंने बताया कि,कंपनी मैनेजमेंट के द्वारा अप्रैल माह की पेमेंट ना होने के कारण श्रमिकों को परेशान किया जा रहा है।श्रमिक आर्थिक परेशानी से जूझ रहे है।मेरे द्वारा वहां काम करने वाले श्रमिकों के साथ अप्रैल माह की पेमंट के लिए मैनेजमेंट से बात की गई। लेकिन फेक्ट्री के अधिकारियों का इस दौरान दोहरा रवैया देखने को मिला। परेश नागर ने आगे बताया कि,फेक्ट्री के अधिकारियों के द्वारा लेबर को गुमराह किए जाने का काम किया जा रहा ।कोई

प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू जी की पुण्यतिथि माल्यार्पण कर याद किया गया।

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औबेदुल्लागंज(सं):-भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि के अवसर पर महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंदा चौहान के निवास पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर पंडित नेहरु को याद किया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष देवेंद्र पटेल के साथ,औबेदुल्लागंज ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष महेश जैन,सुल्तानपुर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जयंत दुबे,यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशीष गौर, साधु भैया,कमल गौर, राजेश गौर,महेश साहू,अशोक गौर,आदि लोग उपस्थित थे।

कोरेन्टीन सेंटर औबेदुल्लागंज से 11 संदिग्ध लोगों के कोरोना सेम्पल जांच हेतु भोपाल भेजे गए। संक्रमित क्षेत्र में यात्रा के कारण बुखार, खाँसी के लक्षण देखे गए।

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जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद किया जाएगा मुक्त।   औबेदुल्लागंज(सं):- कोरानटाइन सेंटर औबेदुल्लागंज में भर्ती कोविड -19 के 11 संदिग्ध लोगो के सैंपल जांच हेतु, भोपाल मेमोरियल अस्पताल भेजे गए है। बीएमओ डॉ अरविंद सिंह चौहान ने जानकारी देकर बताया कि,यह सभी संदिग्ध ब्लॉक औबेदुल्लागंज के निवासी है जो बाहर से लौटकर वापिस ब्लॉक के अंतर्गत आये है।इनमें नयापुरा के 5, ओबेदुल्लागंज 2, सुल्तानपुर 1, नंदोरा 2 व तामोट ग्राम का 1निवासी शामिल है।इनमे एक महिला ,एक बच्चा सहित तीन लोग इंदौर से, एक व्यक्ति मुम्बई से, दो नसरुल्लागंज एवं पांच लोग जहांगीराबाद भोपाल से आये थे। संक्रमित क्षेत्र में यात्रा के कारण इनमे बुखार और खाँसी के लक्षण देखे गए।इसलिए इनको निगरानी के तहत सेंटर में रखा गया था और इनके सैंपल कराए गए है।इस सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आने के उपरांत इन्हें मुक्त किया जाएगा।

जीतू सोनी ने चुकाई हनीट्रैप मामले को उजागर करने की कीमत संबंधों पर भारी सियासत

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  मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले को चरम पर पहुंचाने के पहले ही ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है l इंदौर के व्यापारी और लोकस्वामी अख़बार के मालिक जीतू सोनी इस मामले की धीरे-धीरे परत खोल ही रहे थे कि तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कर शायद हमेशा के लिए इस मामले को दफना दिया है l गौरतलब है कि हनीट्रैप मामले में कई वरिष्ठ आईएएस अफसर और राजनेता शिकंजे में थे l इनमें से कुछ के नाम तो सामने आ ही चुके थे l जब मामले में फंसे बड़े मगरमच्छों की सीडी उजागर होती उससे पहले ही दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई कर जीतू सोनी का पूरा साम्राज्य ही नष्ट कर दिया l लोकस्वामी अख़बार की बिल्डिंग तुड़वा दी l साथ हीं जीतू सोनी का होटल, मकान सब पर बुलडोजर चलवा दिया l लोकस्वामी पिछले 27-28 वर्षों से इंदौर से ही लगातार प्रकाशित हो रहा था l इसके प्रकाशन का घोषणा पत्र बगैर सूचना दिए 5 दिसंबर 2019 को निरस्त कर दिया l जीतू भाई ने सच्चाई का खुलासा करने की बहुत बड़ी कीमत चुकाई है l जीतू भाई पर कार्रवाई का समय मीडिया के लिए काला अध्याय का समय था l प्रदेश के इतिहास में आज तक मीडिया पर कुठाराघात नहीं हुआ है