नफरत की प्रयोगशाला का जिन्न निगल गया शिवपुरी के मासूम...
चारों ओर नेता-अफसरों को ब्लैकमेल करने वाली सुंदरियो के हुस्न गैंग का इतना भीषण नाद है कि उसने सारे समाचारों की सुर्खियों को बौना बना दिया है। इस बैचेन कर देने वाले घटनाक्रम में कार्यपालिका और विधायिका जैसी संस्थाओं के महत्वपूर्ण प्रतिनिधियों के लिप्त होने की अपुष्ट सूचनाओं से इन संस्थाओं के प्रति बचाखुचा विश्वास डिग रहा है। साथ ही उम्मीद भी टूट रही है कि संपूर्ण न्याय की ये सबसे महत्वपूर्ण संस्थाएं अपने दायित्वों को पूरी तरह निभा पाएंगी। कोलाहल की इस कड़ी में मानवता को झकझोर कर नफरत के संस्कारों को बेनकाब करने वाला शिवपुरी कांड न्यायिक और प्रशासकीय प्रक्रिया के मरुस्थल की फाइलों में दफन होने की ओर है... यहां दैवीय आदेश पर राक्षस संहार बताते हुए अनुसूचित जाति के वाल्मिकी वर्ग के मासूम रोशनी-अविनाश की नृसंश हत्या कर दी गई थी। आरोपी गिरफ्त में हैं, बच्चों की मौत की कीमत मुआवजे में लगा दी गई है, शायद दो चार दिन में वहां शौचालय बनने का काम शुरू हो जाएगा जो कथित तौर पर उन बच्चों की हत्या की वजह बना। लेकिन दूर-दूर तक नजर दौड़ा ली जाए तब भी घटना के कारणों और उसकी मीमांसा पर कोई बात करने क