टीआई बोले- बच्ची की चीखों ने झकझोर दिया, बच्ची का जीवन को अंधकार से बचाने गोद लेने का निर्णय लिया
![Image](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh84GUplDk-HKXOAlR3iTv1u2XqTYXmaLTuAhyphenhyphen87xUwnWu5TsM181SUMihN7uvcOLXuoSIgDQDeJU5IQv5y6VnZ0Mv63BK0yYG7JlguMUtF2p0-IwrzJcb65P5Fl40Pn39You8g1NJXlv4ppQ4V4EuimeeKYvKApl753M0cDztGk0En2a8lGKaKdKneEC0/s320/Screenshot_2023-09-30-22-05-07-30_f9ee0578fe1cc94de7482bd41accb329.jpg)
उज्जैन में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई थी। सतना से आई 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ। आरोपी ने न केवल उसकी इज्जत को तार-तार किया, बल्कि कपड़े भी फाड़ दिए। चीथड़ों में लिपटी बच्ची ढाई घंटे तक उज्जैन की सड़कों पर मदद की गुहार करती रही। कोई सामने नहीं आया। तब आचार्य राहुल शर्मा ने उसकी मदद की। पुलिस को सूचना दी और अस्पताल भिजवाया। इस मामले में उज्जैन के महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा ने एक मिसाल पेश की है। उन्होंने दुष्कर्म पीड़िता को गोद लेने की बात कही है। अमर उजाला ने उनसे बातचीत की और इस फैसले को लेकर उनका मन टटोला। उन्होंने कहा कि बच्ची के बारे में जब पता चला तो वह भयावह था। मन में इस बात को लेकर भूचाल मचा था कि नाबालिग के साथ ऐसा वहशीपन कौन कर सकता है? उसे जल्द से जल्द कानून के शिकंजे में होना चाहिए। अजय वर्मा ने कहा कि बच्ची की चीखों ने मुझे झकझोर कर रख दिया। उसके चीखने और रुदन की आवाज से मेरा मन बार-बार विचलित हो रहा था। तब मैंने यह संकल्प लिया कि मैं इस इस बच्ची को संरक्षण प्रदान करूंगा। आरोपी को पकड़ने के बाद मैंने जब बच्ची को गोद लेने की बात वरिष्ठ अधिकारियों